5 Dariya News

ज़मीर की आवाज़ सुनकर पार्टी छोड़ किसानों के साथ डटें पंजाब भाजपा के नेता व वर्कर : भगवंत मान

कृषि राज्यमंत्री का बयान समूचे देश के किसानों का अपमान : भगवंत मान

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चंडीगढ़ 07-Dec-2020

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के प्रदेश अधय्क्ष व सांसद भगवंत मान ने ज़मीर की आवाज़ सुनने का सलाह देते भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पंजाब के नेताओं और वर्करों को भाजपा छोड़ कर किसानों के साथ डटने के लिए अपील की है। उन्होंने कांग्रेस और अकाली दल (बादल) पर किसान आंदोलन को ‘तारपीडो’ करने का दोष लगाते कहा कि सच्चे अकालियों और कांग्रेसियों को भी इन भ्रष्ट और दोगली सोच वाली रिवायती पार्टियों का पिछा छोड़ देना चाहिए।पार्टी के हैडक्वाटर से जारी बयान में भगवंत मान ने दोष लगाया कि सत्ताधारी भाजपा के साथ मिलकर कांग्रेस और अकाली दल बादल भी शुरू से ही किसान आंदोलन को तोडऩे के एजेंडे पर लगे हुए हैं और अंदर खाते कॉर्पोरेट घरानों के हितों की पूर्ति कर रहे हैं।भगवंत मान ने कहा कि आज किसान अपना अस्तित्व बचाने की लड़ाई लड़ रहा है। सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे केंद्र सरकार के अडिय़ल रवैये के विरुद्ध डटा हुआ है। इस मौके हम सभी को राजनीति से ऊपर उठकर किसानों का खुलकर साथ देना चाहिए। इस लिए भाजपा, कांग्रेस और अकाली दल बादल के नेताओं को ज़मीर की आवाज़ सुनकर इन लुटेरों से किनारा कर लेना चाहिए।मान ने कहा कि आज भाजपा उनका विरोध कर रही है जो किसानों के आंदोलन में साथ दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी पहले दिन से ही कृषि संबंधी सभी काले कानूनों का सख़्त विरोध करती आई है और खुलकर किसान के समर्थन में खड़ी है। इसी लिए भाजपा के साथ-साथ बादल और कैप्टन भी आम आदमी पार्टी के विरुद्ध झूठा प्रचार कर रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि आज जब (सोमवार) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किसानों के सेवादार के तौर पर सिंघू बॉर्डर पर किसानों को मिलकर वापस आ रहे थे, तो भाजपा के नेताओं की ओर से उनका (केजरीवाल) विरोध किया गया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल समेत पूरी आम आदमी पार्टी इस तरह के ड्रामों की परवाह नहीं करती और न ही किसी से डरती है। 

उन्होंने कहा कि कोई भी ताकत आम आदमी पार्टी को किसानों का साथ देने से रोक नहीं सकती। आम आदमी पार्टी किसानों के साथ पहले भी खड़ी थी, अब भी खड़ी है और भविष्य में भी डटी रहेगी, बेशक कोई कितना भी दबाव डालने की कोशिश क्यों न करे।केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी के बयान पर पलटवार करते भगवंत मान ने कहा कि सरकार एक तरफ तो किसानों के साथ बातचीत कर रही है, वहीं दूसरी तरफ मोदी सरकार के मंत्री अहंकार से भरी टिप्पणियां कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों और केंद्र सरकार में 6ठे दौर की मीटिंग से पहले मंत्री का ऐसा बयान बताता है कि मोदी सरकार अभी भी किसान आंदोलन को हलके में ले रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अपना अडिय़ल रवैया न छोड़ा तो आज नहीं तो कल अडिय़ल रवैया छोड़ कर काले कानून वापस लेने ही पड़ेंगे, क्योंकि आंदोलनकारी किसानों ने दो टूक में हां या न में जवाब मांगा है।मान ने कहा कि भाजपा के लोक सभा मैंबर सन्नी दियोल ने पंजाब और गुरदासपुर के लोगों के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि सन्नी दियोल की ओर से की गई बयानबाजी पूरी तरह से गैर-जिम्मेवार है। उन्होंने कहा कि सन्नी दियोल को स्पष्ट करना चाहिए कि वह लोगों के साथ है, जिन्होंने उन्हे (सन्नी दियोल) को वोटें डाल कर संसद में भेजा या उस भाजपा के साथ जो कॉर्पोरेट घरानों के हाथों किसानों को खत्म कर देना चाहती है।मान ने कहा कि मोदी सरकार की नीयत खराब है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार ने किसानों के साथ बातचीत का सिलसिला जारी रखा है, वहीं दूसरी ओर भाजपा ने काले कानून को सही साबित करने के लिए झूठ से भरी धोखा मुहिम शुरू कर दी है कि एमएसपी तो केवल अमीर किसानों को मिल रही है, जो केवल 6 प्रतिशत हैं। मान ने भाजपा सरकार की ओर से की जाती बयानबाज़ी पर पलटवार करते सवाल किया कि यदि असली किसान खेतों में हैं तो दिल्ली सीमा पर डटे लाखों किसान कौन हैं? और केंद्र सरकार के मंत्री उनके नेताओं के साथ मैराथन मीटिंगें क्यों कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को इस वहम में नहीं रहना चाहिए कि किसान किसी राजनैतिक एजेंडे के अंतर्गत किसी अन्य के इशारों पर कड़ाके की सर्द में सरकार के साथ लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और मोदी सरकार को यह बदनीयत बहुत भारी पड़ेगी।