5 Dariya News

कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा टेस्टिंग बढ़ाने और सभी कोविड मरीजों के 10 संपर्क वाले व्यक्तियों के टैस्ट किये जाने संबंधी हुक्म

प्राईवेट अस्पतालों को मुफ्त वेंटिलेटर और जनशक्ति मुहैया करवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश

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चंडीगढ़ 20-Aug-2020

कोविड मामलों में हुई वृद्धि के दरमियान राज्य की इस महामारी के खिलाफ जंग को और मज़बूत करने के प्रयास के तौर पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा गुरूवार को टेस्टिंग की रोजाना क्षमता 30,000 करने और हर कोविड मरीज के नजदीकी घेरे के कम-से-कम 10 व्यक्तियों के टैस्ट करने के लिए हुक्म दिए गए हैं।उच्च स्तरीय स्वास्थ्य एवं मैडीकल माहिरों और अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये स्थिति का जायजा लेते हुए मुख्यमंत्री द्वारा स्वास्थ्य विभाग को मैडीकल कॉलेजों और निजी अस्पतालों के लिए वेंटिलेटर मुफ्त मुहैया करवाने के लिए निर्देश दिए गए। उन्होंने आगे विभाग को इन अस्पतालों के लिए जनशक्ति जैसे कि ऐनसथीसिया माहिर आदि मुहैया करवाने के लिए कहा है जिनमें सरकार द्वारा कोविड इलाज के रेट तय किये जाने के कारण इलाज के लिए मरीजों की आमद बढ़ी है।मुख्य सचिव विनी महाजन ने मीटिंग के दौरान बताया कि 9 और आर.टी-पी.सी.आर मशीनों की खरीद के लिए टैंडर निकाले जा चुके हैं और इनके अगले हफ्ते तक प्राप्त होने की उम्मीद है। उन्होंने रैपिड एंटीजन टेस्टिंग बढ़ाने और तीसरे दर्जे की बैड क्षमता बढ़ाए जाने पर भी जोर दिया।मुख्य सचिव ने कहा कि एक निजी हस्पताल द्वारा इसके ऐनसथीसिया माहिर के पॉजिटिव आने के कारण मरीजों को लेना बंद कर दिया गया है जबकि ज्यादातर ऐनसथीसिया माहिर 55-60 साल के संवेदनशील उम्र वर्ग से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि आई.एम.ए द्वारा इस मसले को विचारने के लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के साथ मुलाकात की गई है। उन्होंने आगे कहा कि निजी अस्पतालों में कोविड इलाज और देखभाल को बहाल रखने के लिए कम उम्र के ऐनसथीसिया माहिरों को लगाने की जरूरत है।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सहमति जताते हुए कहा, ‘‘तय फीस और अन्य बन्दिशें लागू करने के प्रति सख्त रहते हुए हमें उनकी जरूरतों को सवीकार करते हुए पूरी सहायता करनी चाहिए’’।मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में कोविड से स्वास्थ हुए आठ पी.सी.एस अधिकारियों का धन्यवाद किया गया जिनके द्वारा दूसरों की जानें बचाने के लिए प्लाज्मा देने के लिए लिखित रूप में इच्छा जाहिर की गई है।इससे पहले डॉ. के.के. तलवार द्वारा बताया गया कि पिछले तीन-चार दिनों के दौरान तीसरे दर्जे की इलाज सुविधा के लिए 300 से और ज्यादा मरीज सामने आए हैं और 48 वैंटीलेटर पर हैं जो संख्या 10 दिन पहले केवल 27 थी। हालांकि प्रति मिलियन मौत दर पंजाब में 30.8 है जो भारत की 39.9 की अपेक्षा कम है परन्तु 920 लोगों की कोविड के कारण जान चली जाने के कारण स्थिति चिंताजनक है। राज्य की रिकवरी दर 62.9 फीसदी है जो राष्ट्रीय दर 73.9 फीसदी की अपेक्षा कम है। मौतों की संख्या बढऩे संबंधी बताते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब में हरियाणा के मुकाबले और गंभीर बीमारियों से प्रभावित मरीज ज्यादा हैं।उन्होंने कहा कि राज्य के 36000 से अधिक मामलों का बड़ा हिस्सा चार जिलों अमृतसर, जालंधर, पटियाला और लुधियाना से संबंधित है जिस कारण इन क्षेत्रों में मरीजों के संपर्क वाले व्यक्तियों का पता लगाने के काम को और मजबूत करने की जरूरत है।सचिव स्वास्थ्य विभाग हुस्न लाल ने बताया कि टैस्ट क्षमता करीब 20,000 तक बढ़ चुकी है और 11 से 18 अगस्त के हफ्ते के दौरान पॉजिटिव पाए जाने की दर थौड़ी कम होकर 8.05 फीसदी हुई है जोकि 3 से 10 अगस्त तक 9.31 फीसदी थी।