5 Dariya News

नई पीढ़ी को नशों से बचाने के लिए साझे यत्नों की जरूरत: बलबीर सिंह सिद्धू

राज्य सरकार नशों की सप्लाई लाईन तोडऩे में पूरी तरह कामयाब हुई- स्वास्थ्य मंत्री

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मोहाली 26-Jun-2020

‘‘नौजवान पीढ़ी किसी भी समाज की सबसे कीमती सम्पत्ति होती है और उसे नशों की बीमारी से बचाना सभी की साझा जिम्मेदारी है ताकि स्वस्थ नौजवान बेहतर और बीमारी-मुक्त समाज का निर्माण करने में अहम भूमिका निभा सकें।’’ यह बात स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने अंतर्राष्ट्रीय नशाखोरी और अवैध तस्करी विरोधी दिवस के अवसर पर स्थानीय सैक्टर 66 के नशामुक्ति और पुनर्वास केंद्र में हुए राज्य स्तरीय समारोह के दौरान जलसे को संबोधन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि यह सबके लिए संतोषजनक बात है कि नयी पीढ़ी नशों के बुरे प्रभाव बाबत जागरूक हो रही है और राज्य में नशे के मरीजों की संख्या काफी घटी है। फिर भी नयी पीढ़ी पर निगरानी रखते हुए उसे गलत रास्ते पर जाने से रोकना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार नशामुक्त पंजाब सृजन करने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध और यत्नशील है। उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब सरकार ने पहले दिन से ही राज्य में नशों की बीमारी के विरुद्ध जंग शुरु की हुई है जो काफी हद तक जीती भी जा चुकी है। सरकार के यत्नों का ही नतीजा है कि अब तक 5.47 लाख मरीजों ने नशों की बीमारी के इलाज के लिए नशामुक्ति केन्द्रों में रजिस्ट्रेशन करवाई है।मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार का अहम लक्ष्य है कि राज्य में से नशों की जड़ पूरी तरह समाप्त हो जाये और सरकार इस जहर की सप्लाई लाईन तोडऩे में पूरी तरह कामयाब हुई है।’’स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के फैलाव को रोकने के लिए पंजाब सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘मिशन फतह’ की सफलता के लिए स्वास्थ्य कर्मचारी दिन रात डटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस महामारी के दौरान भी राज्य सरकार ने नशा पीडि़तों के इलाज के लिए सेवाएं जारी रखीं जिस दौरान 1.32 लाख नये मरीजों ने नशामुक्ति केन्द्रों में रजिस्ट्रेशन करवाई। 

उन्होंने राज्य वासियों से अपील की कि नशा विरोधी जंग में सरकार का डटकर साथ दिया जाये और राज्य से इस बीमारी को हमेशा के लिए खत्म कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि हम सभी को आज संकल्प लेना चाहिए कि किसी भी तरह का नशा नहीं करेंगे और न ही किसी को करने देंगे। उन्होंने कोविड-19 के विरुद्ध जंग में डटे हुए तमाम स्वास्थ्य कामगारों खासकर आशा वर्करों के यत्नों की प्रशंसा की और यह भी कहा कि वह लोगों को नशे के बुरे प्रभाव बारे जागरूक करने का काम बाखूबी कर सकती हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने समागम के दौरान आशा वर्करों को ‘मिशन फतह’ के बैज भी लगाए।समागम को संबोधन करते हुए नशा-विरोधी विशेष टास्क फोर्स के आई.जी. बलकार सिंह सिद्धू ने नशों पर रोक लगाने में टास्क फोर्स द्वारा निभाई जा रही भूमिका बारे रौशनी डाली। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने साल 2017 में यह विशेष टास्क फोर्स बनाई थी जिसका एकमात्र मकसद राज्य से नशों का मुकम्मल खात्मा है। उन्होंने बताया कि टास्क फोर्स ने विभिन्न कार्यवाहियों के द्वारा नशों के कारोबार का पर्दा फाश करते हुए अब तक नशे के अनेकों सौदागरों को काबू किया है। उन्होंने कहा कि इस बड़ी जंग को जीतने के लिए आम लोगों का सहयोग बहुत जरूरी है। स. सिद्धू ने नशों के बुरे प्रभाव के बारे में जागरूक करने के लिए चलाए जा रहे ‘डैपो’ और ‘बडी’ प्रोग्रामों के बारे में भी जानकारी दी।इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री के राजनैतिक सचिव श्री हरकेश चंद शर्मा मछली कलाँ, सिविल सर्जन मोहाली डॉ. मनजीत सिंह, डिप्टी डायरैक्टर डॉ. बलवंत सिंह, सहायक डायरैक्टर डॉ. अणु चोपड़ा, डिप्टी मैडीकल कमिश्नर डा. दलजीत सिंह परदेसी, डॉ. पूजा गर्ग और डॉ. गुरमुख सिंह आदि भी मौजूद थे।