5 Dariya News

सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर को मिली प्लाज़्मा थैरेपी के द्वारा कोरोना मरीज़ों के इलाज करने की मज़ूरी-ओम प्रकाश सोनी

अगले कुछ दिनों में प्लाज़्मा विधि के द्वारा इलाज शुरू कर देगा सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर

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चंडीगढ़ 19-Jun-2020

इंडियन काऊंसिल ऑफ मैडीकल रिर्सच ने आज एक पत्र जारी करके राज्य के सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर को प्लाज़्मा थैरेपी के द्वारा कोरोना पीडि़त मरीज़ों के इलाज करने की मंज़ूरी दे दी है और अगले कुछ दिनों में प्लाज़्मा थैरेपी के द्वारा यहाँ इलाज शुरू कर दिया जाएगा। यह जानकारी आज यहाँ चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संबंधी मंत्री श्री ओम प्रकाश सोनी ने दी।इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर, प्लाज़्मा थैरेपी के द्वारा कोरोना पीडि़त मरीज़ों के इलाज करने के लिए पहले ही तैयारियाँ मुकम्मल कर चुका है और अगले कुछ दिनों में इस विधि के द्वारा इलाज शुरू कर देगा। उन्होंने कहा कि अमृतसर मैडीकल कॉलेज के पास इस सम्बन्धी अपेक्षित बुनियादी ढांचा और योग्य मरीज़ और प्लाज़्मा डोनर उपलब्ध हैं, जिस स्वरूप वह इस विधि के द्वारा इलाज करने में पूरी तरह समर्थ हैं।श्री सोनी ने बताया कि राज्य के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संबंधी विभाग के प्रमुख सचिव श्री डी.के. तिवाड़ी (आई.ए.एस.), सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर प्रिंसीपल डॉ. सुजाता शर्मा और डॉ. जतिन्दर सिंह प्रोफ़ैसर ऐमीरेट्स और मैंबर सचिव आई.ई.सी., डॉ. नीरज शर्मा, प्रोफ़ैसर, प्रमुख ट्रांसफ्यूशन मैडिसिन विभाग, डॉ. रंजना खेतरपाल, प्रोफ़ैसर ऐनसथीसिया और क्रिटीकल केयर के बहुत ही संजीदगी से यत्न के साथ यह परवानगी आई.सी.एम.आर. से मिली है। उन्होंने बताया कि इससे पहले आई.सी.एम.आर. द्वारा नेशनल क्लीनिकल ट्रायल के अधीन सरकारी मैडीकल कॉलेज फऱीदकोट को प्लाज़्मा थैरेपी के द्वारा इलाज करने की मंज़ूरी मिली थी और इस थैरेपी की शुरुआत करने वाला देश का एक अग्रणी संस्थान बन गया है। सरकारी मैडीकल कॉलेज फऱीदकोट में प्लाज़्मा थैरेपी के नतीजे उत्साहजनक हैं। इस थैरेपी के अधीन कोविड संक्रमण से ठीक हुए मरीज़ का प्लाज़्मा लेकर स्टोर किया गया था। उन्होंने आगे बताया कि यह प्लाज़्मा कोरोना वायरस से गंभीर रूप में पीडि़त व्यक्ति को चढ़ाया गया। प्लाज़्मा थैरेपी के बाद मरीज़ की स्थिति में तेज़ी से सुधार हो रहा है और वह निगरानी अधीन है।चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोनवेलेसैंट प्लाज़्मा कोविड-19 के लक्षणों वाले ठीक हुए किसी भी मरीज़ से लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एक बार जब मरीज़ की रिपोर्ट (आरटी-पीसीआर) नेगेटिव हो जाती है, तो वह 14 दिनों बाद अपना प्लाज़्मा दान कर सकता है, क्योंकि उसके ख़ून में ऐंटीबॉडीज़ होती हैं, जो बीमारी को ठीक करने में सहायता कर सकती हैं।श्री सोनी ने इस स्वास्थ्य संकट में जीत प्राप्त करने के लिए इस काम में शामिल सभी डॉक्टरों और अमले की सराहना की।