5 Dariya News

बलबीर सिंह सिद्धू द्वारा सिविल सर्जनों को घरेलू एकांतवास अधीन व्यक्तियों की अच्छी तरह जांच करने के निर्देश

तकरीबन 18,929 व्यक्ति घरेलू एकांतवास अधीन, राज्य में कुल 2887 मामले सामने आए जिनमें से 569 एक्टिव केस

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चंडीगढ़ 11-Jun-2020

घरेलू एकांतवास संबंधी दिशा-निर्देशों के सख्ती से पालन को यकीनी बनाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने आज समूह सिविल सर्जनों को घरेलू एकांतवास अधीन व्यक्तियों की अच्छी तरह से जांच करने के निर्देश जारी किये हैं।इस संबंधी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में बड़ी संख्या में लोगों के कोविड-19 से प्रभावित होने को देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने हफ्ते के अंतिम दिनों और छुट्टी वाले दिनों के दौरान लॉकडाउन के हुक्म जारी किये हैं जो निश्चित रूप में मददगार साबित होगा क्योंकि देश की राजधानी से बड़ी संख्या में यात्री हवाई, रेल और सडक़ीय यातायात के वाहनों के जरिये लगातार पंजाब में आ रहे हैं।स. सिद्धू ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा तकरीबन 18,929 व्यक्तियों को घरेलू एकांतवास अधीन रखा गया है। इन व्यक्तियों की जांच के लिए डिप्टी कमिश्नरों की निगरानी में स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीमों के अलावा विशेष टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा ‘‘राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अंतर्गत इन टीमों द्वारा उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा रही है।’’राज्य में कोविड-19 के मामलों बारे बात करते हुए स. सिद्धू ने कहा कि आज 82 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं जबकि 27 व्यक्तियों को आइसोलेशन केन्द्रों से छुट्टी दी गई है। राज्य में अब तक कुल 2887 मामले सामने आए हैं, जिनमें से सिर्फ 569 एक्टिव केस हैं। इसके साथ ही अब तक 2259 मरीज ठीक हुए हैं और 59 व्यक्तियों की मौत हुई है।

कैदियों में कोरोना फैलने से रोकने के लिए उठाए गए कदमों बारे बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह लाजिमी कर दिया गया है कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए सभी व्यक्तियों के लिए कोविड-19 आर.टी. -पी.सी.आर. टैस्ट करवाए जाएंगे चाहे उनमें लक्षण हों या न हों क्योंकि वह उच्च जोखिम श्रेणी वाले व्यक्ति हैं। नजदीकी स्वास्थ्य सुविधा पर सैंपल लिए जाएँ और पहल के आधार पर जांच की जाएगी और सरकारी लैब को भेजे जाएंगे।श्री सिद्धू ने आगे कहा कि स्पैशल जेलों से रेगुलर जेलों में भेजने से पहले सभी कैदियों का कोविड-19 आरटी-पीसीआर टैस्ट भी करवाया जायेगा। अगर लिए जाने वाले नमूनों की संख्या 40 और इससे अधिक है तो स्वास्थ्य विभाग की एक मैडीकल टीम नमूने एकत्रित करने के लिए जेल में जाऐगी। परन्तु अगर लिए जाने वाले नमूनों की संख्या 40 से कम है, तो कैदियों को नजदीकी सैंपल कुलैकशन केंद्र में लेजाया जायेगा। नमूने नियमित कामकाज वाले घंटों के दौरान एकत्रित किये जाएंगे।जेल विभाग और पुलिस विभाग के साथ काम कर रहे कोविड-19 के नमूने एकत्रित करने और पैक करने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर ज़ोर देते हुए उन्होंने कहा कि जेल विभाग और पुलिस में तैनात सभी स्वास्थ्य अमले (मैडीकल और पैरा मैडीकल स्टाफ) को सैंपल एकत्रित करने और आर टी-पीसीआर कोविड-19 टेस्टिंग के लिए नासोफैरैंजियल / ओरोफैरनीजल स्वैब्ज के पैकिंग संबंधी प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। प्रशिक्षण के बाद, जेल विभाग और पुलिस के साथ तैनात मैडीकल और पैरा मैडीकल स्टाफ, जेल कैदियों और पुलिस कर्मचारियों के नमूने नियमित आधार पर एकत्रित करेगा और टैस्ट के लिए लैब में जमा करवाने के लिए जिला हैडक्वार्टर भेजने के लिए प्रोटोकॉल के अनुसार पैक करेगा।सिविल सर्जन को आरटी-पीसीआर ऐप पर रियल टाईम फीडिंग के लिए इन विभागों द्वारा सूचीबद्ध किये गए केन्द्रों को कुलैकशन सैंटर-आईडी निर्धारित करना होगा और साथ ही नमूना एकत्रित करने और पैकिंग के लिए लॉजिस्टिक प्रदान करना चाहिए।