5 Dariya News

10 जून से पहले मुकम्मल हो जायेगी रजबाहों /माईनरों की सफ़ाई-सुखबिन्दर सिंह सरकारिया

जल स्रोत विभाग ने लॉकडाऊन के दौरान कपास पट्टी में रजबाहों /माईनरों की सफ़ाई का काम किया सम्पन्न

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चंडीगढ़ 02-Jun-2020

धान के सीजन के दौरान किसानों को नहरी पानी के लिए कोई मुश्किल न आए, इसलिए पंजाब के जल स्रोत विभाग ने धान की फ़सल पट्टी में रजबाहों /माईनरों की सफ़ाई का काम 10 जून, 2020 से पहले मुकम्मल करने का लक्ष्य निश्चित किया है।जल स्रोत मंत्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया ने कहा कि विभाग टेलों पर पड़ते खेतों के लिए नहरी पानी मुहैया करवाने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है। कोविड -19 के फैलाव को रोकने के लिए किये गय देश-व्यापी लॉकडाऊन के दौरान भी विभाग के अधिकारी /कर्मचारी रजबाहों और माईनरों की सफ़ाई के कार्य में जुटे रहे हैं। जि़क्रयोग्य है कि रजबाहों की सफ़ाई के काम के दौरान सरकार की तरफ से कोविड -19 से बचाव के लिए जारी सभी हिदायतों और दिशा -निर्देशों की सख्ती से पालना की जा रही है।जल स्रोत मंत्री ने बताया कि नहरी प्रशासन की तरफ से पंजाब की कपास पट्टी में रजबाहों /माईनरों की अंदरूनी सफ़ाई का काम मुकम्मल कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि कपास पट्टी में 1396.55 किलोमीटर लम्बे रजबाहों /माईनरों की सफ़ाई का काम 339.19 लाख रुपए ख़र्च करके मगनरेगा /एजेंसियों के द्वारा पूरा किया गया है।अधिक जानकारी देते हुये एक प्रवक्ता ने बताया कि मुक्तसर साहिब जि़ले में रजबाहों /माईनरों के तकरीबन 504.6 किलोमीटर हिस्से सफ़ाई पर लगभग 123.19 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। इसी तरह फरीदकोट जिले में तकरीबन 23.81 किलोमीटर हिस्से सफ़ाई पर लगभग 8.57 लाख रुपए, बठिंडा जि़ले में तकरीबन 536.69 किलोमीटर हिस्से सफ़ाई पर लगभग 115.96 लाख रुपए, फाजिल्का जिले में तकरीबन 207.55 किलोमीटर हिस्से सफ़ाई पर लगभग 59.89 लाख रुपए और मानसा जिले में रजबाहों /माईनरों के तकरीबन 123.9 किलोमीटर हिस्से सफ़ाई पर लगभग 31.58 लाख रुपए खर्च किए गए हैं।