5 Dariya News

सलाहकार के.के. शर्मा, मुख्य सचिव ने फंसे हुए व्यक्तियों की विनियमित आवाजाही के लिए व्यवस्था की समीक्षा की

लखनपुर में संगरोध केंद्र का निरीक्षण किया, बिलावर का दौरा किया

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कठुआ 01-May-2020

लॉकडाउन के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए लोगों, छात्रों, पर्यटकों, तीर्थयात्रियों और अन्य व्यक्तियों की विनियमित आवाजाही की व्यवस्था करने के लिए उपराज्यपाल के सलाहकार के.के. शर्मा और मुख्य सचिव बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम ने आज लखनपुर का दौरा किया और कठुआ जिला प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों का जायजा लिया।इस अवसर पर, सलाहकार ने कहा कि कोविड-19 से लड़ने में जम्मू-कष्मीर का प्रदर्शन अब तक और बेहतर प्रयासों के साथ संतोषजनक रहा है। उन्होंने कहा कि लगातार जोश के साथ हम संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ सकते हैं और जम्मू-कश्मीर को कोरोना मुक्त बना सकते हैं।मुख्य सचिव ने सरकार द्वारा की गई पहलों के बारे में बताते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर के 30,000 से 40,000 लोग लॉकडाउन के कारण केंद्र षासित प्रदेष के बाहर फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि उनमें से हजारों लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और अधिक से अधिक लोगों को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि उन्हें जल्द से जल्द उनके घर वापस लाया जा सके।मुख्य सचिव ने बताया कि लखनपुर में, एक समय में 3000 लोग आ सकते हैं और 100 बसें इन लोगों को उनके संबंधित जिलों तक पहुंचा सकती हैं, लेकिन अब आने वाले सभी यात्रियों के लिए 100 प्रतिषत कोरोना परीक्षण अनिवार्य है और इस बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश पहले से ही एनएचएम निदेशक को दिये गये हैं।फंसे हुए लोगों को निकालने के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताते हुए, मुख्य सचिव ने कहा कि हिमाचल प्रदेष और पंजाब जम्मू-कश्मीर के नजदीक हैं, इसीलिए वहां फंसे लोगों को पहले निकाला गया, लेकिन उन लोगों के लिए चिंता का कोई कारण नहीं है, जो अन्य जगहों पर फंसे हैं, जैसे कि निकासी के लिए एक प्रणाली लगाई गई है और यह कुछ दिनों की बात है कि सभी को निकाला जाएगा।

छात्रों के लिए, मुख्य सचिव ने कहा कि, उन्होंने अलग-अलग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग करके अपना स्थान चिह्नित किया और यूटी प्रशासन ने जम्मू-कष्मीर में उनकी विनियमित आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए कई समूह बनाए। इसी तरह, षेश फंसे हुए लोगों को भी जल्द से जल्द निकाला जाएगा।सलाहकार और मुख्य सचिव ने लखनपुर के संगरोध केंद्र का भी निरीक्षण किया।इससे पहले, उन्होंने कठुआ में जम्मू-कष्मीर सिकॉप के सुविधा केंद्र का भी दौरा किया और सिकॉप तथा जिला उद्योग केंद्र के अधिकारियों के साथ एक बैठक की।उन्होंने दो औद्योगिक इकाइयों, फेना वाशिंग पाउडर और जैक्सन जनरेटर का भी दौरा किया। साथ ही इन औद्योगिक इकाइयों के प्रबंधकों के साथ बातचीत की और लॉकडाउन के दौरान उनके सामने आने वाली कठिनाइयों की जानकारी ली।बाद में, सलाहकार और मुख्य सचिव ने क्षेत्र में कृषि गतिविधियों की देखरेख के लिए बिलावर के सेरी गांव का दौरा किया। उन्होंने किसानों की सुविधा के लिए उनके बीच छह ट्रैक्टर, थ्रेषर, मोबाइल वेंडिंग कार्ट, बोर वेल और डीजल हल भी वितरित किए। किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उनके सामने कई मांगें भी उठाईं।किसानों ने उन्हें क्षतिग्रस्त हैंड पंपों की मरम्मत करने का भी आग्रह किया क्योंकि क्षेत्र के स्थापित हैंड पंपों में से 50 प्रतिषत गैर कार्यात्मक हैं और आगामी गर्मी के मौसम में पानी के संकट को रोकने के लिए तत्काल मरम्मत की आवश्यकता है।बाद में सलाहकार और मुख्य सचिव ने बिलावर के डिग्री कॉलेज में स्थापित संगरोध केंद्र में दी जा रही सुविधा का निरीक्षण किया।आयुक्त/सचिव जल शक्ति विभाग अजीत साहू, निदेशक एनएचएम भूपिंदर कुमार, निदेशक उद्योग जम्मू अनु मल्होत्रा, निदेशक कृषि जम्मू इंदर जीत, एमडी सिकॉप अतुल शर्मा, डीसी कठुआ ओपी भगत, एसएसपी शैलेंद्र मिश्रा, लखनपुर नियंत्रण कक्ष के नोडल अधिकारी अरुण मन्हास और अरविंद करवानी, जीएम डीआईसी बाबू राम, एएसपी रमनीश गुप्ता, डिप्टी एसपी डीएआर के.डी. भगत और अन्य संबंधित इस अवसर पर उपस्थित थे।