5 Dariya News

यूएलबीज़ ने कोविड-19 के विरूद्ध युद्ध में नागरिकों को राहत पहुंचाने हेतु अपने कार्य क्षेत्र में किया विस्तार - ब्रह्म मोहिंद्रा

यूएलबीज़ का कार्यबल लोगों को उनके घर तक पका हुआ भोजन एवं सूखा राशन जैसी जरूरी वस्तुएं पहुंचाने में जुटा

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चंडीगढ़ 24-Apr-2020

शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबीज़) ने कोविड-19 के प्रभावों से घिरे लोगों के लिए आवश्यक वस्तुओं के साथ-साथ जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन व राशन के लिए घर-घर जाकर आपूर्ति की व्यवस्था करने के लिए प्रबंधक और सहायक की नई भूमिकाएं अपनाई है। अब तक शहरी स्थानीय निकायों ने लगभग 21 लाख लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की है, जबकि लगभग 15 लाख लोगों को राशन वितरित किया है। शहरी स्थानीय निकाय गौशालाओं में मवेशियों के लिए चारे की व्यवस्था भी कर रहे हैं। इसके लिए यूएलबीज़ को म्युंसिपल फंड में से खर्च करने के लिए अधिकृत किया गया है।इसका खुलासा स्थानीय निकाय मंत्री श्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने आज यहां जारी एक प्रेस बयान में किया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ इस युद्ध में विभाग अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि अपने नियमित कार्य करने के अलावा, ग्राउंड जीरो पर तैनात विभाग का कार्यबल इस संकट की स्थिति में राज्य के नागरिकों की मदद करने के लिए व्यापक गतिविधियों में व्यस्त है। उन्होंने विभाग की गतिविधियों के बारे में बताते हुए कहा कि सभी सार्वजनिक स्थानों जैसे कि सडक़ों, मुहल्लों, बाजारों, स्कूलों, सार्वजनिक शौचालयों, पार्कों, बस स्टैंडों, रेलवे स्टेशनों, मंडियों और धार्मिक स्थानों पर सफाई अभियान नियमित रूप से चलाए जा रहे हैं।मंत्री ने कहा कि सभी यूएलबी क्षेत्रों में घर-घर जाकर कूड़ा-कर्कट और कचरा उठाने की बारंबारता में वृद्धि की गई है और राज्य के किसी भी कोने से कचरे का ढेर लगने की एक भी घटना सामने नहीं आई है। उन्होंने आगे कहा, ‘‘इसके अलावा, क्वॉरंटीन हाऊसों से निकलने वाले कचरे को बायो-मैडिकल वेस्ट के रूप में भी अलग से एकत्रित किया जा रहा है।’’

श्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने कहा कि शहरी क्षेत्रों, अस्पतालों और सार्वजनिक कार्यालयों को साफ करने के लिए जोरदार अभियान अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि जेलों और मंडियों में खरीद सीजन की संवेदनशील प्रकृति के कारण जेलों और मंडियों की नियमित आधार पर साफ-सफाई भी की जा रही है।स्थानीय निकाय मंत्री ने कहा कि विभाग रोजमर्रा के आधार पर जल आपूर्ति, सीवरेज और स्ट्रीट लाइटों के रखरखाव जैसी बुनियादी सुविधाओं को भी सुनिश्चित कर रहा है। श्री मोहिंद्रा ने कहा, ‘‘पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए बेतरतीब ढंग से पानी के नमूने भी एकत्रित किए जा रहे हैं।’’उन्होंने कहा कि मच्छरों से बचाव के लिए संवेदनशील इलाकों में नियमित रूप से लार्विसाइड्स की फॉगिंग और छिडक़ाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शहरी स्थानीय निकायों ने अपने कर्मियों को मास्क, दस्ताने, जूते और अन्य सुरक्षात्मक साजो-सामान उपलब्ध करवाए हैं और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि वे अपने कर्तव्यों का पालन करते समय इस सुरक्षात्मक साजो-सामान को पहनें और ईमानदारी से सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन करें।श्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने आगे कहा कि जिला प्रशासन के साथ नज़दीकी तालमेल बनाकर शहरी स्थानीय निकाय कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों की पहचान करके उन्हें क्वॉरंटीन में रखने के कार्य में भी जुटे हुए हैं। इसी तरह शहरी स्थानीय निकायों के कर्मचारियों ने भी कोरोना वायरस के कारण मारे गए लागों के परिवारों द्वारा उनके मृत देहों को लेने से मना कर देने के बाद उनका अंतिम संस्कार करने के चुनौतीपूर्ण कार्य भी किए हैं।स्थानीय निकाय मंत्री ने कहा कि एनयूएलएम के तहत विभाग द्वारा गठित स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं और अब तक 60000 मास्क तैयार करके यूएलबी को उपलब्ध करवाए गए हैं। इसके अलावा, उनकी सेवाओं का उपयोग करने और लॉकडाउन के दौरान उनके लिए आजीविका का साधन पैदा करने के लिए इन स्वयं सहायता समूहों को 2 लाख मास्क के ऑर्डर दिए गए हैं।मंत्री ने कहा कि विभाग का कार्यबल एनयूएलएम के तहत शैल्टर फॉर होमलैस में रहने वाले लोगों को मुफ्त भोजन उपब्लध करवाने के कार्य में भी लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों के कर्मचारियों की निस्वार्थ और समर्पित सेवा के चलते लोगों, गैर-सरकारी संगठनों और प्रशासन ने उनकी सेवाओं को मान्यता दी है और इसके लिए उन्हें कई स्थानों पर सम्मानित भी किया गया है।