5 Dariya News

कोरोना वायरस से बचाव के लिए ज़िला प्रशासन के एहतियाती कदम

बस स्टैंड पर बसों सहित ज़िला प्रशासनिक परिसर को भी सैनेटाईज किया

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पटियाला 19-Mar-2020

ज़िला पटियाला प्रशासन ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए एहतियात के तौर पर कई अहम कदम उठाए हैं। इसके अंतर्गत जहाँ ज़िला प्रशासनिक परिसर को सैनेटाईज किया गया है, वहीं इस इमारत में आने वालों के लिए हैड सैनेटाईजर मुहैया करवाए गए हैं और यहाँ आने वाले हर व्यक्ति के हाथ साफ़ करवाए जा रहे हैं।जबकि बस स्टैंड पटियाला में पूरे बस अड्डे समेत यहाँ खड़ी हर बस को सैनेटाईज करने के साथ-साथ सवारियों को कोरोना वायरस की भयानकता से जागरूक करते हुए उनके हाथ भी सैनेटाईज किये जा रहे हैं। बस अड्डे में इस पूरी प्रक्रिया का डिप्टी कमिश्नर श्री कुमार अमित, नगर निगम कमिश्नर श्रीमती पूनमदीप कौर ने जायज़ा लिया। उनके साथ एस.डी.एम. स. चरनजीत सिंह, सहायक कमिश्नर डा. इश्मत विजे सिंह, पी.सी.एस. ट्रेनी मिस जसलीन कौर और पी.आर.टी.सी. के जी.एम. स. जतिन्दरपाल सिंह ग्रेवाल भी उपस्थित रहे।इसी दौरान डिप्टी कमिश्नर श्री कुमार अमित और श्रीमती पूनमदीप कौर ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए भारत सरकार की तरफ से जारी किये प्रोटोकॉल के अंतर्गत शक्की व्यक्तियों को 14 दिनों के लिए कोरनटीन करने हेतु डिज़ास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के अंतर्गत कोरनटीन सहित आइसोलेशन के लिए बनाए गए अलग -अलग स्थानों का दौरा करके किये गए प्रबंधों का भी जायज़ा लिया, जहाँ कि कोरनटीन और आइसोलेशन के लिए 6500 बिस्तरों का प्रबंध किया गया है।श्री कुमार अमित ने आज गुरुद्वारा परमेश्वर द्वार शेखूपुर, सरकारी कालेज लड़कियाँ, सरकारी महेन्दरा कालेज, सरकारी स्टेट कालेज आफ एजुकेशन का भी दौरा किया। इसके अलावा चिरंजी आश्रम, एन.आई.एस., सरकारी पोलीटेकनिक कालेज, गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहब, खालसा कालेज, लक्ष्मी बाई डैंटल कालेज, गुरुद्वारा बहारदुरगढ़, पंजाबी यूनिवर्सिटी में कुआरनटीन स्थान बनाए गए हैं।डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 की धारा 65 (1) (बी) के अंतर्गत राजिन्दरा अस्पताल की एम.सी.एच. इमारत की तीसरी से आठवीं मंजिल, गुरू नानक सुपर स्पैशलिटी ब्लाक की दूसरी से 5वीं मंजिल समेत आई.सी.सी.यू. और आई.सी.यू., आर्थापैडिक्स वर्कशाप, माता कौशल्या अस्पताल, रजिन्दरा अस्पताल के पिछले तरफ़ स्थित हैल्थ स्किल डिवैलमैंट सैंटर और अमर अस्पताल को ज़िला प्रशासन अधीन लाया गया है और समयानुसार ज़रूरत पड़ने पर किसी भी निजी अस्पताल की ईमारत को भी इस्तेमाल किया जा सकेगा।