5 Dariya News

चितकारा यूनिवर्सिटी ने वेस्ट मैनेजमेंट व सोशल एंटरप्रिनियोरशिप में शुरु किया एम.बी.ए. कोर्स

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बद्दी (हिमाचल प्रदेश) 25-Jan-2020

 

केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने चितकारा यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश  को बेस्ट मैनेजमेंट व सोशल एंटरप्रिनियोरशिप  में मास्टर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एम.बी.ए) को शुरू करने के लिए मंजूरी दे दी है। इस पाठ्यक्रम के जरिए न सिर्फ  इंडस्ट्रियल सेक्टर में रोजगार के अवसर पैदा होंगे बल्कि हिमाचल प्रदेश में इससे  पर्यावरण को सुधार करने में भी मदद मिलेगी। चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो चांसलर डाक्टर मधु चितकारा ने इस पाठ्यक्रम को लांच किया। इनके साथ एम.जी.एन.सी.आर.ई. हैदराबाद के मेजर शिवा किरण, राजा रमन्ना सेंटर फार एडवांस्ड टेक्नालाजी इंदौर के साइंटिफिक आफिसर डाक्टर मनोज कुमार तिवारी ,ईएसआई परवाणु की डाक्टर रीणा व नार्थ इंडिया डेली डंप बंगलूरू की कैंपेन डायरेक्टर समिधा बंसल मौजूद थीं।पाठयक्रम के लांच करने के मौके पर एम.एच.आर.डी की यूनिट महात्मा गांधी नेशनल काउंसिल आफ रूरल एजुकेशन (एम.जी.एन.सी.आई.ई.)  की मदद से एक प्रदर्शनी और इंडस्ट्री मीट का भी आयोजन किया गया।  इस कार्यक्रम में वेस्ट मैनेजमेंट टेक्नालाजी के विशेषज्ञ, उत्पादक व सप्लाइयर्स, नियामक संगठन, नगर निगम, पाल्युशन कंट्रोल कमेटी के अधिकारी एनजीओ,प्राइवेट कारपोरेट की हस्तियां, होटल व रेस्तरां एसोसिएशन के सदस्य व रेजिडेंट्स वेलफेयर बाडीज के सदस्यों ने हिस्सा लिया।

इन प्रतिभागियों को वेस्ट मैनेजमेंट के विभिन्न माडल्स, सेनिटेशन व हाइजीन मैनेजमेंट के तरीको के बारे में जानकारी दी गई। इससे अलावा उन्हें वेस्ट मैनेजमेंट के सेक्टर मे उद्योग व व्यवसाय शुरू करने के बारे में भी जानकारियों को दिया गया। यूनिविर्सिटी कई मंचों पर उच्च स्थान हासिल कर चुकी है। स्वच्छता  सर्वेक्षण में राष्ट्रीय स्तर पर यूनिवर्सिटी को सातवां स्थान हासिल हुआ। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश सरकार ने यूनिवर्सिटी को 2017 व 2018 में लगातार दो बार एनवायरमेंट लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड उसे 100 प्रतिशत वेस्ट पेपर रिसाइक्लिंग  प्लांट के लिए दिया गया। कैंपस में उपयोग करने के लिए हाइड्रोपोनिक खेती पर आधारित न्यूट्रिंट फिल्म तकनीक के जरिए सब्जियों को उगाया जा रहा है। इसके अलावा रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम के जरिए ग्राउंड वाटर को रिचार्ज करने का सिस्टम यहां पर लगाया गया है। सोलर एनर्जी व  सोलर हीटिंग सिस्टम को भी यहां पर लगाया गया है जो कि पर्यावरण के अनुकूल हैं। चितकारा यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डाक्टर वरिंदर एस कंवर का कहना है कि  यूनिवर्सिटी पर्यावरण को बचाने के लिए कई कदम उठा रही है और यह उन्नत भारत अभियान का बडा हिस्सा है। उन्होंने कहा है कि इस पाठ्यक्रम को करने के बाद छात्र  न सिर्फ मैनेजरियर स्किल्स को सीखेग बल्कि वे समाज  की भी मदद करने के लिए भी तैयार होंगे।