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प्रतिकूल परिस्थितियां में रखना चाहिए धैर्य : स्वामी ज्ञानानंद

गीता मनीषी द्वारा स्थापित गीता ज्ञान संस्थानम बनेगा पूरे विश्व का केन्द्र : स्वामी हरि चेतनानंद

5 Dariya News (संजीव बंसल)

कुरुक्षेत्र 07-Dec-2019

गीता ज्ञान संस्थानम में आयोजित सत्संग के अंतिम सत्र में व्यास पीठ से प्रवचन करते हुए गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि प्रतिकुल परिस्थितियो में धैर्य रखना चाहिए और भगवान की इच्छा पर छोड़ देना चाहिए। मीठा बोलना और मन को खाली रखना ही गीता का मूल तत्व है। यदि मन खाली होगा तभी उसमें कुछ भरा जा सकता है। उन्होंने कहा कि गीता कर्म का उपदेश तो देती है, इसके साथ-साथ भगवान श्रीकृष्ण यह भी कहते है, सबकुछ भगवान पर छोड़ देना चाहिए। गीता मनीषी ने कहा कि जिस प्रकार बांसुरी भीतर से खाली होती है और छेद होने पर वह अपनी पीड़ा भी व्यक्त नहीं करती और इसलिए बांसुरी भगवान का स्वर बनती है, इसलिए मानव को भी हर हालत में खुश रहना चाहिए।उन्होंने कहा कि आज व्यक्ति और मन की प्रतिरोधक क्षमता कम होती जा रही है, गीता की शिक्षा का पालन करके ही प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। गीता संकट के समय मन सुदृढ़ करती है। उन्होंने कहा कि कन्हैया की आवाज को ही हमें अपनी आवाज बनाना चाहिए। मानव की हर समस्या का समाधान गीता में है। उन्होंने कहा कि जिओ गीता इसी उदेश्य को लेकर कार्य कर रही है। व्यक्ति को गीता के संग जीना चाहिए। गीता मनीषी द्वारा मैं वो हो जाऊं जो तरी मर्जी है गाए गए भजन पर श्रृद्घालु मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने कहा कि गीता जीना सिखाती है और भूले भटको ंको राह दिखाती है। सब चिंताए छोडक़र भगवान की शरण में आकर गीता का अनुसरण करना ही सभी समस्याओं का हल है।इस कार्यक्रम में उपस्थित हरिद्वार से आए महामंडलेश्वर हरि चेतनानंद ने अपने सम्बोधन में कहा कि पिछले कई दशकों से स्वामी ज्ञानानंद जी वहीं गीत गा रहे है, जो भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की धरती पर गाया थाा। स्वामी ज्ञानानंद द्वारा स्थापित गीता ज्ञान संस्थानम पूरे विश्व का केन्द्र बनेगा, जिस प्रकार गोमुख से गंगा निकली थी, इसी प्रकार कुरुक्षेत्र की भूमि से ज्ञान की गंगा निकली है। बिना ज्ञान के मुक्ति नहीं, गीता मोह से छुटकारा दिलाती है। इस कार्यक्रम में संत महेश्वर दास ने भी अपने विचार रखे और कहा कि अज्ञानता ही सब समस्याओं की जड़ है। सत्संग में पूंडरी के विधायक एवं हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन रणधीर सिंह गोलन ने भी उपस्थित होकर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी से आशीर्वाद प्राप्त किया।