5 Dariya News

मिलिट्री लिटरेचर कार्निवल के अन्तिम दिन हथियारों की प्रदर्शनी, एकुईटेशन टैटू और 4&4 ऑफ रोडर्ज़ ने दर्शक को किया आकर्षित

13 से 15 दिसंबर को शुरू होने वाले मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल के लिए माहौल बना

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चंडीगढ़ 01-Dec-2019

सेना के घुड़सवारों और माहिर 4&4 ऑफ रोडर्ज़ की रोचक पेशकारी ने मिलिट्री कार्निवल के अन्तिम दिन दर्शकों के दिलों की धडक़नें तेज़ कर दी। इस कार्निवल ने 13 से 15 दिसंबर को शुरू होने वाले तीसरे मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल के लिए दर्शकों की उत्सुकता को शिखरों पर पहुँचा दिया।तीन दिवसीय वार्षिक समारोह वाला मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल हमारी सेना के विभिन्न मार्शल और सांस्कृतिक मूल्यों के सर्वोत्त्म नज़रिए पर प्रकाश डालेगा और राष्ट्रीय और क्षेत्रीय महत्ता के मुद्दों पर साहित्यक विचारों के लिए एक मंच प्रदान करेगा।पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर और पश्चिमी कमांड के सहयोग की सांझी पहलकदमी के तौर पर शुरू किये एम.एल.एफ ने नौजवानों में भाईचारे, बहादुरी, लीडरशिप और अखंडता के मूलभूत सैनिक मूल्यों को सफलतापूर्वक उत्साहित करते हुये इस क्षेत्र में लगातार जबरदस्त उपस्थिति हासिल की है। पिछले साल 65,000 से अधिक दर्शकों ने उपस्थित से इस फेस्टिवल में पहुंचने वालों की गिनती में 500 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।यहाँ राजिन्दर पार्क ग्राउंड में एकुईटेशन टैटू के दौरान घोड़ों और घुड़-सवारों के आपसी तालमेल ने दर्शकों के साथ भरे मैदान में लोगों की धडक़नें बढ़ा दी। सेना, पंजाब आम्र्ड पुलिस (पीएपी) और सिटी क्लब के जवानों ने लोगों का रोमांचक एवं उत्साह शिखरों पर पहुँचा दिया। मुख्य मेहमान को सल्यूट करने के बाद बड़े ही आकर्षक अंदाज़ में से परेड के लिए नायब सूबेदार कमल सिंह के नेतृत्व वाली सेना की टुकड़ी का लोगों ने खड़े होकर हौंसला बढ़ाया।आदित्या चाहल के अपने प्रशिक्षित घोड़े फार्गो और फारूक ने बहुत बहादुरी और झंझोडऩे वालों रुकावटों को पार किया। बड़ी रोचक ट्रिक जम्पिंग ने दर्शकों को रोचकता से भर दिया। छह बार की शो जम्पिंग के दौरान सबसे छोटी और अकेली महिला घुड़-सवार सुहानी जामवाल सब की आँखों की रौनक बनी थी जिस ने फुर्ती, दिलेरी और कुशलता से अपने घोड़े को सभी अड़चने पार करवाई और फैनज़ को प्रसन्नचित्त करके ताली मारने के लिए मजबूर कर दिया।कार्निवल फिनाले में 4&4 जि़प और बाइक ऑफ -रोइडरों के दिलेराना अभियासों जैसे सलश पिट्टज़, ऐकसल ब्रेकर और स्माल मैन मेड डिचिज़ आदि की हैरतअंगेज़ पेशकारियों ने दर्शकों को मोह लिया।

पुलारिस, फोर्स गोरखा, थारस, एम एम 550 जीपों और बोलेरोज़ को दौड़ाते हुये नौजवान चालकों ने हिम्मत, शक्ति, संतोष और दिलेरी का प्रदर्शन किया और सहृदय सैन्य भावना को दिखाया। आर्मी एडवेंचर सैल की सहायता से आज करवाए गए समागमों का उद्देश्य नौजवानों को रक्षा बलों की तरफ से आकर्षित करने के एक बड़े लक्ष्य से सेना की ऑफ -रोडिंग महारत को प्रदर्शित करना था।हथियारों और तोपों की प्रदर्शनी बखतरबन्द और भारतीय सशस्त्र सेनाओं की इंजीनियरिंग को पेश करते हुए आटोमैटिक ग्रनेड लांचर, आई.एन.एस.ए.एस. राईफलें और पुल बनाने वाला पैनटून मुशतवा सुपरनोवा और एंटी एयर क्राफ्ट एल 70 गन ने विशेष तौर पर नौजवानों में आकर्षण पैदा किया और देश के प्रति मान महसूस करवाया।अपनी सेनाओं द्वारा किसी भी किस्म के रसायनिक और जीवक हमले के विरुद्ध आधुनिक तकनीकी और बचाव के लिए की गई तैयारियों को भी उजागर किया गया जिसमें इंटीग्रेटेड डी.आर.डी द्वारा बनाऐ गए और इनलैंड प्रोटेक्शन उपकरण शामिल हैं। इसके अलावा विभिन्न आर्मी डॉग इकाईयां जिसमें रीमाऊंट वेटनरी कॉप्र्स सैंटर और कॉलेज, मेरठ और एन.ऐस.जी. के माहिरों द्वारा किये गए डॉग शो में आकर्षण का केंद्र बने। इस शो में प्रशिक्षित कुत्तों और उनके मास्टरों के तालमेल और समझ को विशेष तौर पर नौजवानों को हैरानी से भर दिया।दर्शकों ने आर्मी द्वारा ट्रेड किये गए कुत्तों की हैरतअंगेज तरीके से रुकावटें, जम्पें और दीवारों को पार करने वाले करतबों की प्रशंसा की।जिस मौके पर लीडर कुत्ते द्वारा मुख्य मेहमान को फूलों के गुलदस्ते के साथ सल्यूट किया गया तो लोगों ने तालियां बजा कर प्रशंसा की।ट्रैकर, माइन डिटैकशन, अकैसपलोजिव डिटैकशन, गार्ड, इनफैंटरी पेट्रोल और बचाव दस्ते, हिमस्खलन बचाव और अन्य बचाव कामों में विभिन्न किस्मों के कुत्तों को शो में शामिल किया गया। चीफ़ ऑफ स्टाफ वेस्टर्न कमांड लेफ्टिनेंट जनरल गुरपाल सिंह संघा मुख्य मेहमान के तौर पर लेफ्टिनेंट जनरल टी.एस शेरगिल (सेवा मुक्त) पीवीएसएम के साथ इस समाप्ति समारोह के दौरान घोड़े और डॉग शो देखने के लिए शामिल हुए। एमएलएफ को कैप्टन अमरिन्दर सिंह के दूरअन्देशी नेतृत्व की एक और ख़ूबसूरत पेशकारी बताते हुये लेफ्निेंट जनरल संघा ने विश्वास प्रकटाया कि ऐसे समागमों से हमारी रक्षा बलों की समृद्ध विरासत संबंधी अपेक्षित जागरूकता पैदा होती है।शो में कई सेवामुक्त सैन्य अधिकारियों के अलावा आर्मी सर्विस कॉपस पश्चिमी कमांड के मेजर जनरल राज पुरोहित, ए.डी.जी.पी अपराध गुरप्रीत दिओ, एस.एस.पी ट्रैफिक़ चंडीगढ़ शशांक आनंद, एसएसपी लॉ एंड ऑर्डर नीलामबरी जगदले, अतिरिक्त सचिव (वन) मोनेश कुमार और कर्नल रसनील चाहल शामिल हुए।