5 Dariya News

नौजवान पीढ़ी को ऐतिहासिक जानकारी देने पर समृद्ध विरासत के साथ जोडऩे के लिए विरासती सैरों का योगदान अहम -सुरेश कुमार

पंजाब सरकार राज्य की विरासत को संभालने के लिए कर रही है गंभीर प्रयास -सुरेश कुमार

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समाना 22-Sep-2019

‘‘नौजवान पीढ़ी को अपने बहुमूल्य इतिहास से अवगत करवाने और अपनी समृद्ध विरासत के साथ जोडऩे के लिए विरासती सैरों का अहम योगदान होता है।’’ यह खुलासा मुख्यमंत्री, पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह के मुख्य प्रमुख सचिव श्री सुरेश कुमार ने किया।श्री सुरेश कुमार आज प्रसिद्ध एन.जी.ओ. पटियाला फाउंडेशन द्वारा अपने ‘आई हेरिटेज’ प्रोजैक्ट के अंतर्गत ‘गो यूनेस्को’ के साथ मिलकर आम लोगों को विरासती स्थानों संबंधी जागरूक करने के लिए हैशटैग माई हेरिटेज पटियाला नाम अधीन पुरातन शहर समाना में स्थित करीब 1250 साल पुराने रोज़ा-ए-इमाम मशहद अली बिन हजऱत अली मूसा रज़ा दरगाह (पंज पीर) और शहर के अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की करवाई गई चौथी विरासती सैर में शिरकत करने हेतु समाना में पहुँचे हुए थे।इस अवसर पर बड़ी सभा को संबोधन करते हुए सुरेश कुमार ने कहा कि हम पंजाब तो क्या अपने शहर के अहम स्थानों से भी वाकिफ़ नहीं होते परंतु पटियाला फाउंडेशन जैसी संस्थाओं द्वारा ऐसी विरासती सैरें करवाकर नौजवानों को अपने समृद्ध विरसे के साथ जोडऩा एक प्रशंसनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि आज की इस सैर से जहाँ हम समाना के पुरातन इतिहास से परिचित हुए हैं वहीं इसका स्थनीय निवासियों को भी लाभ मिलेगा।सुरेश कुमार ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा नवंबर महीने में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर बड़े समारोह करवाए जा रहे हैं। उन्होंने न्योता दिया कि चार महत्वपूर्ण विरसाती सैरें करवा चुकी संस्था पटियाला फाउंडेशन द्वारा अपनी आगामी पाँचवी विरासती सैर श्री गुरु नानक देव जी की कर्म भूमि रहे ऐतिहासिक नगर सुल्तानपुर लोधी, जहाँ गुरुद्वारा साहिब श्री बेर साहिब समेत दर्जन के करीब अन्य ऐतिहासिक गुरू घर और विरासती स्थान स्थित हैं, में करवाई जाये, जिससे श्री गुरु नानक साहिब की विरासत संबंधी लोगों को और विस्तृत जानकारी प्रदान की जा सके।श्री सुरेश कुमार ने बताया कि पटियाला, इसके आस-पास के इलाकों और समाना सहित अन्य स्थानों के इतिहास में ख़ास स्थान होने पर हमें गर्व है, इसलिए पंजाब सरकार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में पंजाब की समूची विरासती धरोहर को संभालने और राज्य को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के मानचित्र पर उभारने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। इस मौके पर उन्होंने डिप्टी कमिश्नर श्री कुमार अमित और वकफ़ बोर्ड के सी.ई.ओ. श्री शौकत अहमद परै को कहा कि वह समाना में मौजूद पुरातन विरासती स्थानों को प्रफुल्लित एवं और विकसित करने की संभावनाएं तलाशें और जो भी संभव हो वह किया जाये।इससे पहले श्री सुरेश कुमार ने आम लोगों के साथ मिलकर नगर कौंसिल समाना से शुरू हुई करीब 1.5 किलोमीटर की विरासती सैर में सम्मिलन किया और शहर के पुराने शहीद चौंक, सिनेमा चौंक, इमाम (बाड़ा) बरगाह, पुरानी हवेली समेत अन्य स्थान देखे। 

इसके बाद वह रोज़ा-ए-इमाम मशहद अली बिन हजऱत अली मूसा रज़ा दरगाह (पंज पीर) पहुँचे और चादर चढ़ा के पंजाब की खुशहाली और प्रगती की अरदास की। दरगाह के मौलवी मौलाना मुजफ्फर जैदी ने इस दरगाह के एशिया के दूसरी सबसे अहम मुस्लिम स्थान होने बारे, बीबी समाना खातून, 560 साल पुराने अकबरी दरवाज़े और मशहदे हिंद दरगाह के इतिहास संबंधी अवगत करवाते हुए यहाँ की धार्मिक महत्ता बारे बताया।इस विरासती-सैर-समारोह के दौरान पटियाला फाउंडेशन के चीफ़ फंक्शनरी -जनरल सचिव श्री रवि आहलूवालीया ने समाना शहर और पंज पीर के बहुमूल्य इतिहास, अहम ऐतिहासिक और पुरातन हवाले देते हुए बहुमूल्य जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि शेर शाह सूरी मार्ग जी.टी. रोड से पहले बड़ा व्यापारिक रूट था। श्री रवि ने समाना के नामकरण, कुतबुद्दीन एबक, तैमूर समेत बाबा बन्दा सिंह बहादुर द्वारा 1709 में समाना को ढाहने बाबत बताते हुए यहाँ सिख फ़ौजदार भाई फतह सिंह की नियुक्ति, 1742 में बाबा आला सिंह के अधीन और फिर 1761 में इसका अहमदशाह दुरानी के अधीन आने संबंधी बताते हुए इसकी और खोज करने पर ज़ोर दिया।कोनकोर के सहयोग से करवाई माई हेरिटेज पटियाला विरासती सैर के दौरान मुख्य मेहमान के तौर पर पहुँचे श्री सुरेश कुमार के साथ उनकी धर्म पत्नी श्रीमती अनीता नांगीया, पंजाबी यूनिवर्सिटी के उप कुलपति डा. बी.एस. घुम्मन, सूचना एवं लोक संपर्क विभाग और खाद्य एवं सिविल सप्लाईज विभाग की डायरैक्टर श्रीमती अनिंदिता मित्रा, डिप्टी कमिश्नर पटियाला श्री कुमार अमित, एस.एस.पी. पटियाला स. मनदीप सिंह सिद्धू और उनकी धर्म पत्नी डा. सुखवीन कौर सिद्धू, डी.आई.जी. होम गार्डज स. हरमनजीत सिंह, वकफ़ बोर्ड के सी.ई.ओ. और ए.डी.सी. (ज) श्री शौकत अहमद परै, एस.डी.एम. समाना श्री नमन मडक़न, बड़ी संख्या में पटियाला, चंडीगढ़, कालका, समाना और अन्य स्थानों से पहुँचे विद्यार्थियों सहित अन्य शख़्सयतों ने विशेष तौर पर शिरकत की।इस मौके पर पंजाबी यूनिवर्सिटी के उपकुलपति डा. बी.एस. घुम्मन ने कहा कि ऐतिहासिक और पुरातन स्थानों की सैर के लिए लोगों को जागरूक करना पटियाला फाउंडेशन का एक प्रशंसनीय प्रयास है। डॉ. निधी शर्मा आहलूवालीया ने पटियाला फाउंडेशन की गतिविधियों बारे जानकारी देते हुए बताया कि अब तक तीन विरासती सैर उत्सव करवाए जा चुके हैं और भविष्य में भी ऐसे उद्यम जारी रहेंगे।इस सैर के दौरान लॉयन्ज़ क्लब समाना गोल्ड, पटियाला पुलिस के प्रोबेशनरी सब इंस्पेक्टरों, युवक सेवाएं विभाग, कामी कलाँ और कौरजीवाला के वॉलंटियरों, पंजाबी यूनिवर्सिटी, मोदी कॉलेज, स्टेट कॉलेज ऑफ एजुकेशन, आई.टी.आई. पटियाला समेत कई अन्य स्कूलों, कॉलेजों के विद्यार्थियों ने भी पूरा सम्मिलन किया। पटियाला फाउंडेशन ने श्री सुरेश कुमार का विशेष सम्मान करने सहि विरासती सैर को सफल बनाने वाली संस्थाओं के नुमायंदों को सम्मानित किया।इस मौके पर फूड सप्लाई के डिप्टी डायरैक्टर डा. अंशुमन, एस.पी. जांच, हरमीत सिंह हुन्दल, डी.एस.पी. हरदीप सिंह बडूंगर, डी.एस.पी. जे.एस. मांगट, डी.एस.पी. ए.आर. शर्मा, डी.एस.पी. पुनीत सिंह चहल, सिविल सर्जन डा. हरीश मल्होत्रा, डिप्टी डी.ए. अनमोलजीत सिंह, श्री जे.पी. गर्ग, श्री दीपक पाठक, श्रीमती मीनू अरोड़ा आदि सहित पटियाला फाउंडेशन के सदस्यों, बड़ी संख्या में पटियाला और स्थानीय निवासियों ने भी सम्मिलन करके इस हेरिटेज वाक्य का आनंद लिया।