5 Dariya News

भाई घन्नईया जी मानव सेवा दिवस का राज्य स्तरीय समागम करवाया

साधु सिंह धर्मसोत ने नौजवानों को भाई घन्नईया जी के पैरोकार बनने का आह्वान

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नाभा, पटियाला 20-Sep-2019

पंजाब सरकार की तरफ से मानव सेवा के अलम्बरदार और गुरू घर के अभिन्न सेवक भाई घन्नईया जी को श्रद्धा और सत्कार भेंट करने भाई घन्नईया जी मानव सेवा दिवस का राज्य स्तरीय समागम नाभा के सरकारी रिपुदमन कालेज में करवाया गया। इस समागम की अध्यक्षता करने पहुँचे पंजाब के जंगलात, सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक और प्रिंटिंग  सामग्री बारे विभागों के मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने नौजवान विद्यार्थियों को भाई घन्नईया जी के पैरोकार बनने का आह्वान करते जात, पात, धर्म, रंग, नस्ल, पैसे और पहनावे के नाम पर बंटवारा करने वाली देश विरोधी ताकतों से सावधान रहने की अपील की है।इस मौके स. धर्मसोत ने मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से देश की एकता, अखंडता और आपसी भाईचारा कायम रखने और श्री गुरु नानक देव जी के 550 साला प्रकाश गुरपर्व की बधाई का संदेश देते हुए कहा कि पंजाब सरकार पंजाब के नौजवानों को जिस्मानी और दिमागी तौर पर तंदरुस्त और ताकतवर बनाने के रास्ते पर चलते अपनी वचनबद्धता पूरी ईमानदारी से निभा रही है। कैबिनेट मंत्री ने विद्यार्थियों को देश का भविष्य बताते हुए कहा कि नौजवान बिना किसी भेद भाव के दूसरों की मदद करने का प्रण करें। उन्होंने साथ ही कहा कि हर व्यक्ति और खास कर विद्यार्थी श्री गुरु नानक देव जी के 550 साला प्रकाश पर्व के अवसर पर 2-2 पौधे लगाकर इन्हें पालना यकीनी बनाएं।स. साधु सिंह धर्मसोत ने कहा कि श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी ने श्री गुरु नानक देव जी का मानस की जात सबे एक पहचान और नानक नाम चढ़दीकला के संदेश को आगे बढ़ाया और मानवता की लड़ाई लड़ते अपना पूरा परिवार न्यौछावर कर दिया। ऐसे गुरू के सेवक थे भाई घन्नईया जी, जिन्हें आज पंजाब सरकार की तरफ से याद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसलिए हमारा सभी का फर्ज बनता है कि हम ऊंच -नीच से उपर उठकर गुरूओं पीरों के दिखाऐ रास्ता पर चलें और भारत के संविधान मुताबिक धर्मों, जात-पात का फर्क मिटाएं।इससे पहले भाई घन्नईया जी मिशन होशियारपुर और भाई घन्नईया जी चैरेटी एंड पीस इंटरनेशनल फाउंडेशन के प्रधान प्रो. बहादर सिंह सुनेत ने बताया आज के दिन गुरू गोबिन्द सिंह जी ने भाई घन्नईया जी को मरहम पट्टी दे कर मानवता की सेवा करने का आर्षिवाद दिया था। 

उन्होंने बताया कि आज भाई घन्नईया जी का नाम और जीवन ब्योरा अंतरराष्ट्रीय रेड क्रास ने अपनी वैबसाईट पर डाला है।प्रो. सुनेत ने माँग की कि भाई घन्नईया जी की तस्वीर युद्ध स्मारक में भी लगाई जाये और भाई घन्नईया जी सेवा बोर्ड बनाया जाये। उन्होंने नौजवानों को भाई घन्नईया जी के रास्ते पर चलने की अपील करते रक्तदान और नेत्रदान करने का आह्वान किया।सोसायटी फार वैलफेयर आफ की हैंडीकैप्ड पटियाला के जनरल सचिव कर्नल कर्मिन्दर सिंह (सेवा मुक्त) ने समाज सेवी संस्थाओं का समाज की बेहतरी में योगदान और गैर सरकारी संस्थाओं के इतिहास से अवगत करवाते विद्यार्थियों को अपने शैक्षणिक संस्थानों में ऐसी समाज सेवीं संस्थाओं का गठन करके मानव सेवा करने के लिए आगे आने की प्रेरणा दी।इस दौरान कैबिनेट मंत्री स. धर्मसोत की तरफ से समाज सेवा के क्षेत्र में दिए योगदान बदले प्रो. बहादर सिंह सुनेत, कर्नल कर्मिन्दर सिंह, स्पैशल बच्चों की सेवा करने वाले जगजीत सिंह पटियाला, रक्तदाता स. प्रदीप सिंह पटियाला, नशा विरोधी मुहिम में योगदान देने वाले डा. विजय बौंदल, बच्चों की सेहत के लिए काम करने बारे सुरिन्दर सिंह सैनी जालंधर, खूनदान कैंप लाने वाले स. तरनजीत सिंह निमाणा, पंजाब स्टेट एपैक्स समिति आफ एन.जी.ओ. राजपुरा के जिला कोर्डीनेटर श्री प्रदीप कुमार नन्दा, लुधियाना और समाज सेवा में विशेष योगदान देने वाले स. अमरजीत सिंह साहिबजादा अजीत सिंह नगर का विशेष सम्मान किया गया।इस दौरान कालेज विद्यार्थियों रिया और सोना बांसल और पूर्व विद्यार्थी रणजोध सिंह ने कवीष्री पाठ और ढ़ाडी वारों के साथ भाई घन्नईया जी सहित शहीदों की गाथा सुनाई। इस मौके महिला कांग्रेस की प्रधान श्रीमती किरण ढिल्लों, नगर कौंसिल नाभा के प्रधान श्री रजनीश मित्तल शैंटी, नगर सुधार ट्रस्ट चेयरमैन स. अमरदीप खन्ना, ब्लाक समिति चेयरमैन स. इच्छयामान सिंह भोजोमाजरी, एस.डी.एम. नाभा श्री काला राम कांसल, डी.एस.पी. स. वरिन्दरजीत सिंह थिंद, कालेज प्रिंसिपल प्रो. राज कुमारी, प्रो. बलविन्दर सिंह वड़ैच, प्रो. हरमिन्दर सिंह डिम्पल, प्रो. रेनू जैन प्रो. आमी भल्ला, प्रो. हरविन्दर सिंह, प्रो. मुखत्यार सिंह, प्रो. ललिता जैन, राजनीतिक सलाहकार श्री चरणजीत बातिश, स. परमजीत सिंह खटड़ा, स. जगजीत सिंह दुलद्दी, श्री दर्शन सिंह, श्री कश्मीर सिंह लालका, श्री सुरिन्दर छिन्दी, स. अमरजीत सिंह, स. तरविन्दरपाल सिंह, स. राम सिंह, स. जगदीप सिंह, सतीश गर्ग, रमेश सिंगला सहित राजनतिक, धार्मिक, सामाजिक शख्सियतों, बड़ी संख्या में अध्यापक और विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।