5 Dariya News

चितकारा इंटरनेशनल स्कूल में फिल्मेकिंग इंटर स्कूल प्रतियोगिता और फिल्म फेस्टीवल का आयोजन

ट्राई सिटी के छात्रों ने बनाई लघु फिल्में, जाने माने अभिनेता रघुवीर यादव ने दिए अवार्ड

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चंडीगढ 27-Aug-2019

चितकारा इंटरनेशनल स्कूल (सी.आई.एस.) की तरफ से आज “सिनेमेस्ट्रो-शेपिंग फ्यूचर फिल्ममेकर्स” इंटर स्कूल फिल्ममेकिंग प्रतियोगिता में आज ट्राइसिटी के 16 स्कूलों से 300 छात्रों द्वारा बनायीं गई फिल्मों का फिल्म फेस्टिवल व अवार्ड वितरण समारोह का आयोजन सिनेविद्या के सहयोग से किया गया। सिनेविद्या भारतीय फिल्म जगत में सिनेमेटोग्राफर व प्रोड्यूसर अमिताभा सिंह की पहल पर शुरु किया गया एक सामाजिक उद्यम है जिसका उदेश्य एक्सपर्ट्स द्वारा छात्रों को फिल्म निर्माण, सिनेमैटोग्राफी, एनीमेशन और फिल्मों से जुडी अन्य बारीकियों के बारे में सीखाना है। अगस्त महीने के पहले हफ्ते सिनेविद्या द्वारा चितकारा इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों के लिए तीन दिवसीय विशेष वर्कशॉप का भी आयोजन किया था जिसमें छात्रों को फिल्ममेकिंग की बारीकियों के बारे में फ़िल्मी जगत की जानी मानी हस्तियों: अभिनेता और निर्देशक अनंत विधाता शर्मा, एनीमेशन विशेषज्ञ अमृतपाल कौर बरोट, कोरियोग्राफरस लता बीएस और निधि चौहान, विज्ञापन जगत से अंबर चक्रवर्ती द्वारा ट्रेनिंग दी गई थी और उसके बाद हर टीम ने एक लघु फिल्म का निर्माण किया। आज बालीबुड के जाने माने एक्टर रघुवीर यादव और सिनेमेटोग्राफर व प्रोड्यूसर अमिताभा सिंह ने मिलकर बच्चों द्वारा बांयी गयी इन लघु फिल्मों का आंकलन किया।थिएटर, टेलीविजन व फिल्मों के जाने माने अभिनेता, संगीतकार, गायक और सेट डिजाइनर रघुवीर यादव इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे।  

रघुवीर यादव को फिल्मों में उनके अभिनय के लिए ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अवार्ड्स मिलें है,  “मैसी साहिब” फिल्म में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के तौर पर उन्होंने दो अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए, सन 1986 में वेनिस फिल्म फेस्टिवल में ऍफ़.आई.पी.आर.ई.एस.सी.आई (FIPRESCI) क्रिटिकस अवार्ड तथा 11वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल (IFFI) में सर्वश्रेष्ठ पुरुष अभिनेता पुरस्कार : सिल्वर पीकॉक अवार्ड से सम्मानित किया गया जो की आज तक केवल एक ही भारतीय अभिनेता को मिला है। इस मौके पर रघुवीर यादव ने कहा कि युवाओं के लिए फिल्ममेंकिंग, कोरियोग्राफी, एनीमेशन, एडवर्टाइजमेंट आदि क्षेत्रों में बहुत ही अपार संभावनाएं हैं।  उन्होने कहा कि इस पृष्ठभूमि में सिनेमेस्ट्रो की तरफ से सिनेविद्या के सहयोग से जो फिल्ममेकिंग की कार्यशाला आयोजित की गई वह बहुत ही सराहनीय है। इंटर स्कूल फिल्ममेकिंग प्रतियोगिता में प्रतिभागियों द्वारा दिलों को छूने वाले कई विषयो जैसे थ्रिलर, हारर, प्यार, करूणा पर आधरित लघु फिल्मों बनायीं गई। कई उभरते सितारों ने शिक्षा व महिलाओं के विषयों पर भी फिल्मों को बनाया।  सभी लघु फिल्मों को दिखाने के बाद अमिताभा सिंह की तरफ से उन लघु फिल्मों का मूल्यांकन किया गया।  यादव ने कहा है कि सिनेमेस्ट्रो व सिनेविद्या की तरफ से छात्रों को मंच प्रदान किया गया उससे निश्चित रूप से छात्रों को फिल्ममेकिंग के बारे मं छात्रों को नया सीखने के लिए मिला है। चितकारा इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसीपल नियति चितकारा का कहना है कि सिनेमेस्ट्रो ने छात्रों को बताया कि किस तरह से फिल्ममेकिंग एक लर्निंग टूल की तरफ से इसतेमाल हो सकती है और सिनेविद्या ने इस सोच को आगे बढ़ाने में मदद की । स्कूल को हर केटेगेरी में लघु फिल्मों की प्रविष्टियां बड़ी संख्या में प्राप्त हुई हैं। युवा छात्रों द्वारा तैयार की गई इन फिल्मो को देखकर बहुत ही खुशी होती है। उन्होंने कहा कि नैतिक रूप से मजबूत करने और परंपरा व संस्कृति के उत्थान में भी सिनेमा का बहुत ही बडा योगदान है।  इस मौके पर अमिताभा सिंह ने कहा है कि छात्रों ने बहुत ही शानदार काम किया और उन्होंने बहुत ही खूबसूरत विषयों पर लघु फिल्मों को बनाया।  उन्होंने कहा कि छात्रों द्वारा मेहनत करके बनाई गई लघु फिल्मों को देखना बहुत ही शानदार अनुभव रहा। फिल्ममेकिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने अपनी प्रतिभा व कला का शानदार प्रदर्शन किया।