5 Dariya News

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में टोल फ्री नंबर 104 के द्वारा प्रदान की जा रही हैं स्वास्थ्य सुरक्षा सेवाएं

स्वास्थ्य सुरक्षा सुविधाएं प्रदान करने हेतु स्वास्थ्य विभाग की जिला एवं ब्लॉक स्तर की टीमें किश्तीयों द्वारा कर रही हैं बाढ़ प्रभावित गावों का दौरा

5 Dariya News

जालंधर 24-Aug-2019

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग टोल फ्री नंबर 104 के द्वारा राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुरक्षा और उपचार सेवाएं प्रदान कर रहा है। बाढ़ प्रभावित उच्च जोिखम वाले क्षेत्रों में किसी भी बीमारी के फैलने की सूचना मिलने के मद्देनज़र सिविल सर्जनों को राज्य में किसी भी तरह की महामारी को रोकने के लिए तुरंत कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। आज यहां इस संबंधी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की जिला और ब्लॉक स्तर की टीमें रागियों को स्वास्थ्य सुरक्षा सुविधाएं प्रदान करने हेतु किश्तीयों के द्वारा बाढ़ प्रभावित गावों का दौरा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य टीमों को घनी आबादी वाले गावोंं, जहां रोगियों को और अधिक उपचार की आवश्यकता है, में 24&7 रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी सिविल सर्जनों को व्यक्तिगत तौर पर मैडीकल कैंपों की निगरानी करने के लिए निर्देश पहले से ही जारी किए हुए हैं ताकि दवाओं और उपचार की पर्याप्त उपलब्धता को सुनिश्चित किया जा सके।

स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के निर्देश पर उन्होंने आज जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे बाढ़ राहत कार्यों की निगरानी के लिए कपूरथला जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे मैडिकल कैंपों की व्यक्तिगत जांच भी की। उन्होंने आगे कहा कि इस समय ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने हेतु तैयार किए गए माईक्रो-प्लान के अनुसार जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की 235 रैपिड रिस्पांस टीमें (आर.आर.टी.) और 416 मोबाईल टीमें दिन रात काम कर रही हैं।अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 22 जिलों में से 7 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं जिनमें फिरोज़पुर, फाजि़ल्का, जालंधर, कपूरथला, मोगा, रोपड़ और एसबीएस नगर शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने साथ ही कहा कि कैंपों में कुल 1503 रोगियों का उपचार किया जा चुका है और सभी बाढ़ प्रभावित गावों में क्लोरीन की गोलियां और ओआरएस के पैकेट बांटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण विभाग स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और समय रहते ही आवश्यक निदशा-निर्देश राज्यभर में जारी कर दिए गए थे।उन्होंने यह भी बताया कि क्रियाशील टेलीफोन नंबर वाले नियंत्रण कक्ष पहले से ही स्थापित किए गए हैं। जिला टीमों ने संबंधित बाढ़ प्रभावित गांवों और शहरों में उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की पहचान कर ली है। उन्होंने कहा कि जानकारी के अनुसार जिलों के सरकारी अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाएं और रसद उपलब्ध हैं।