5 Dariya News

'आप' ने हर अहम मुद्दे पर 2-2 दिन का अलग से सत्र की मांग की

विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में स्पीकर को मिला 'आप' का वफद

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चंडीगढ़ 24-Jul-2019

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में 'आप' के वफद ने स्पीकर राणा के.पी. सिंह को मांग पत्र देकर पंजाब से संबंधित हर अहम मुद्दे पर पंजाब विधान सभा सैशन के दौरान 2-2 दिन (कुल 20 दिन) की विशेष बहस (इजलास) की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार की ओर से ऐलाने गए 2 दिवसीय छोटे सत्र पर अफसोस जाहिर करते हुए चीमा ने कहा कि सरकार लोक मुद्दों का सामना करने से भाग रही है व लोकतंत्र का गला दबा रही है।चीमा के साथ 'आप' विधायक कुलतार सिंह संधवां, प्रो. बलजिन्दर कौर, जै किशन सिंह रोड़ी, मीत हेयर, समीक्षा समिति के चेयरमैन हरचन्द सिंह बरस्ट, सलाहकार नेता विपक्ष नवदीप सिंह संघा, स्टेट मीडिया इंचार्ज मनजीत सिंह सिद्धू और यूथ विंग के प्रवक्ता अमृतपाल सिंह सिद्धू शामिल थे। साथ ही सदन की कार्यवाही का टैलीविजन पर सीधा प्रसारण करने की मांग की।

मांग पत्र के अनुसार -

१.    पंजाब में जल संकट - पंजाब दरियाई पानियों भूमि-जल और प्रदूषित पानियों के साथ संबंधित सभी भौंगोलिक, सामाजिक, राजनैतिक, प्रशासनिक और कानूनी पहलूओं पर बहस।

२.    खेती संकट, किसान-खेत मजदूरों के कर्ज और आत्म हत्याओं का मुद्दा

३.    पंजाब में नशा और बेरोजगारी की बेहद गंभीर हो चुकी समस्या पर बहस। क्योंकि बेरोजगारी का नशों के साथ सीधा संबंध है।

४.    बद से बदतर हुई कानून व्यवस्था की स्थिति, पुलिस प्रशासन का सियासीकरन और जेलों में सक्रिय माफिया और सुपारी गैंग के मुद्दों पर बहस।

५.    पंजाब में हाशीए पर पहुंची सरकारी स्कूल/कालेज शिक्षा और सरकारी सेहत सेवाओं के मुद्दे पर बहस।

६.    फसलों की भारी बर्बादी और भारी संख्या में जानलेवा सडक़ हादसों का कारण बनते आवारा और जंगली पशूओं और आवारा कुत्तों की समस्या पर बहस।

७.    दलित समाज - बेघरों के लिए 5 मरले के प्लाट, मनरेगा योजना, एस.सी स्कालरशिप, शामलाट जमीनों में बनती हिस्सेदारी के मुद्दे पर बहस।

८.    पंजाब में हद से ज्यादा महंगी हुई बिजली और सरकारी थर्मल प्लांट बंद करके प्राईवेट थर्मल प्लांटों के साथ किए महंगे और घातक शर्तों वाले बिजली खरीद समझौते (पीपीएज) रद्द करने समेत बिजली के साथ जुड़े तमाम पहलूओं पर बहस।

९.    सडक़ हादसे, खूनी सडक़ें, राज्य और राष्ट्रीय हाईवेज के साथ जुड़ी समस्याओं पर बहस।