5 Dariya News

एस.टी. दर्जे से वंचित गद्दी जातियों को भी शामिल करवाएगी भाजपा : शांता कुमार

गद्दियों की आवाज बनेंगे कृष्ण कपूर, सुधीर शर्मा के वक्तव्य पर उठाये सवाल

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पालमपुर (मनोज रत्न) 29-Apr-2019

हिमाचल प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री और कांगडा-चम्बा से वर्तमान लोकसभा सदस्य शांता कुमार ने कहा है कि कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने गददी समुदाय की कुछ अन्य जातियों को एस.टी. का दर्जा दिलवाने के संबंध में एक वक्तव्य दिया है। उन्होंने कहा कि किसी कारण यह जातियां रह गई। परन्तु भाजपा सरकार ने ही नये हिमाचल के गददी-गुजर समुदाय को एस.टी. का दर्जा दिलवाया था जबकि भाजपा तो थोड़ा समय ही सत्ता में रही। उन्होंने पूछा कि कांग्रेस तो 50 साल तक सत्ता में रही. सुधीर षर्मा मंत्री रहे तब यह काम उन्होने क्यों नहीं किया? उन्होने कहा कि वह केन्द्र में मंत्री थे। कांगड़ा से कृष्ण कपूर, दूलोराम तथा कुछ और गददी कार्यकर्ता दिल्ली आये और उनसे मिल कर सारी बात बताईं। पता करने पर पता चला कि भारत सरकार के सर्वे की एक रिपोर्ट में कह दिया था कि नये हिमाचल के गदिदयों व भरमौर के गदिदयों के साथ आर्थिक और सामाजिक स्तर नहीं मिलता इसलिए अब यह बिलकुल संभव नहीं है।शांता कुमार ने आगे कहा कि उन्होने अपने कार्यालय के एक योग्य अधिकारी कलकत्ता भेजा और उनके प्रयास से एक कमेटीबनाई गयी। कमेटी कांगड़ा में आई।कमेटी ने हमारे अनूकूल रिपोर्ट दी। सारी रिपोर्ट भारत सरकार के एस.टी. कमिश्नर  के पास भेजी गई। 

शांता कुमार स्वयं उनसे मिले। रिपोर्ट मंत्रालय के पास आईं उस समय श्री जोअल ओराम मंत्री थे। मैं उनको मिला। उन्होने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सहमति के बिना यह काम करना कठिन था इसलिए वे स्वयं उनसे मिले। इस मांग को पूर्ण करवाने में बडी कठिनाई आई थी। अन्य प्रदेशों  से भी इस प्रकार की मांग आ रही थी। मांग ही नही आन्दोलन हुए गोलियां भी चली थी। मुझे यह कहा जाता था कि ऐसी स्थिति में इस समुदाय के लिए अलग से कानून नहीं बन सकता। मुझे गदिदयों के पक्ष में सारे तथ्यो को लेकर इन सब नेताओं से मिलना पड़ा। मंत्री ने रिपोर्ट भेजी। रिपोर्ट मंत्रीमण्डल में आई। मैं स्वयं मंत्री था। मुझे अपनी बात रखने का मौका मिला। अटल बिहारी वाजपेयी पहले ही मुझ से सहमत हो चुके थे। उसके बाद संविधान संशोधन बिल संसद में आया। वे संसद में इस विषय  पर बोले। उसके बाद भारत सरकार के राष्ट्रपति ने संविधान संशोधन बिल को स्वीकार किया।उन्होने कहा कि दिल्ली में मंत्री रहते हुए किसी भी काम को करवाने में इतना संघर्ष और परिश्रम नहीं करना पडा था। उन्हे प्रसन्नता है कि आज भी कई प्रदेशों में ऐसे मामले लम्बित पडे हुए है, आन्दोलन तक होते रहे है। हिमाचल के गददी गुजर भाईयो को यह वरदान भाजपा सरकार व अटल बिहारी वाजपेयी के कारण मिला था।उन्होने कहा कि कुछ गददी जातियां रह गईं वे लोग मुझे मिले थे। मैंने उस संबंध में भी सरकार को पत्र लिखा था। उनका मामला भी भारत सरकार में विचाराधीन है। हमारा सौभाग्य होगा कि कृष्ण कपूर दिल्ली पहुंचेगे तो वे उनकी सहायता करूंगा। हम रह गई जातियों को यह लाभ देने का पूरा प्रयत्न करेंगे।