5 Dariya News

पंजाब सरकार के नशा विरोधी कार्यक्रम को सफल बनाने एस. टी. एफ. मुस्तैदः ए. डी. जी. पी. दियो

एस. टी. एफ. ने नशे की आपूर्ति बंद की, नशा मुक्ति और नशे की रोकथाम जारी

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पटियाला 05-Mar-2019

नशे के ख़िलाफ़ शुरु किए गए अभियान को कामयाब करने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नशा मुक्त पंजाब का निर्माण करने की सोच के अंतर्गत गठित की गई विशेष टास्क फोर्स ( एस. टी. एफ.) की अतिरिक्त डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस गुरप्रीत कौर दियो ने कहा कि एस. टी. एफ. ने अपनी तीन पक्षीय रणनीति, कानूनी कार्यवाही, नशा मुक्ति और रोकथाम को लागू करने में व्यापक सफलता प्राप्त की है।आज यहाँ पुलिस लाईन में पटियाला रेंज के ज़िला पुलिस मुखियों सहित सम्बन्धित एस. पी, डी. एस. पी और थाना मुखियों के साथ की महत्वपूर्ण बैठक के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए ए. डी. जी. पी. श्रीमती दियो ने कहा कि करीब दो सालों के कार्यकाल दौरान एस. टी. एफ. ने नशा तस्करों पर लगाम कस कर सप्लाई लाईन तो काटी ही बल्कि नशा मुक्ति और नशों की रोकथाम के लिए भी कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि इस के अंतर्गत लागू किये गए डैपो और बड्ठीज प्रोगराम सफलता पूर्वक चल रहे हैं।श्रीमती दियो ने कहा कि एस. टी. एफ. ने मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से पंजाब में से नशों को ख़त्म करने के किये गए प्रण के अंतर्गत ज़िला पुलिस और एस. टी. एफ. रेंज अधिकारियों ने आपसी तालमेल के साथ नशा तस्करों पर हर पक्ष से दबाव बनाया हुआ है। एस. टी. एफ. द्वारा अपनाई रणनीति के अंतर्गत नशीले पदार्थों विरुद्ध व्यापक कार्यवाही करते हुए नशा तस्करों विरुद्ध जहाँ कानूनी कार्यवाही करके नशो की आपूर्ति को ठप्प की है, वहीं नशा मुक्ति और नशों के इस्तेमाल पर नियंत्रण करके माध्यम से नशे की माँग को भी कम किया है। उन्होंने साथ ही कहा कि एस. टी. एफ. जहां ईमानदार और प्रभावशाली पुलिसिंग में यकीन करती है, वहीं छिपे हुए व भूमिगत तत्वों विरुद्ध कार्यवाही और अच्छे काम वालों की प्रशंसा की रणनीति पर भी अमल कर रही है।पत्रकारों की तरफ से पूछे एक सवाल के जवाब में ए. डी. जी. पी. श्रीमती दियो ने कहा कि चाहे कोई भी मिशन एक दम सफल नहीं होता और लोगों का सहयोग ज़रूरी होता है जिसके लिए एस. टी. एफ. ने नये चुने पंचों सरपंचों को डैपो के तौर पर प्रशिक्षण देने के लिए एक प्रोगराम बनाया है। 

इसके अतिरिक्त सेवा मुक्त पुलिस अधिकारियों का भी सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने भारत सरकार के सामाजिक न्याय और सशक्तीकरण मंत्रालय की तरफ से करवाए गए सर्वेक्षण पर आधारित 'मैग्नीटयूड आफ सबस्टांस यूज इन इंडिया' रिपोर्ट के हवाले से कहा कि पंजाब भी देश के उन राज्यों में शामिल है, जहाँ नशे का प्रयोग ज्यादा है, इस लिए नशे के ख़ात्मे के लिए आम लोगों का सहयोग बेहद ज़रूरी है।ए. डी. जी. पी. ने बताया कि नशों विरुद्ध पंजाब सरकार पूरी तरह गंभीर है, जिस के लिए सरकार ने बहुस्तरीय निगरानी और कार्यप्रणाली तैयार करके राज्य स्तर पर उच्च स्तरीय समिति सहित  सभी जिलों में डिप्टी कमीश्नरों के नेतृत्व वाली ज़िला मिशन टीमें बनाईं हैं, जिन में एस. एस. पी., सिविल सर्जन, ज़िला शिक्षा अफ़सर, ज़िला खेल अफ़सर, ज़िला समाज भलाई अफ़सर और अन्य सभी विभागों के ज़िला प्रमुख शामिल हैं, इसी तरह सब डिविज़न स्तर पर भी ऐसीं समितियाँ बनीं हुई हैं। जिस के अंतर्गत डैपो और बड्ठीज को हर गली मुहल्ले, गाँव- गाँव व स्कूल- कालेज स्तर पर ले जाया गया है।श्रीमती दियो ने बताया कि नशा मुक्ति के लिए आउट पेशेंट ओपाईड असिस्टिड ट्रीटमेंट कलीनिकों और नशा मुक्ति केन्द्रों की मदद के साथ बेहतर इलाज से नशा लेने वालों को आम जीवन जीना और समाज के बढ़िया मैंबर बनने के योग्य बनाने के साथ साथ बिना नशा मुक्ति के लिए सोशल मीडिया की मदद भी ली जा रही है।श्रीमती दियो ने बताया कि सभी कानूनी कार्यवाही करने वाले ईकाईयों के काम काज की कारगुजारी की मासिक प्रभावशाली  निगरानी, भगौड़ों को गिरफ़्तार करना, इनकी जायदाद ज़ब्त करने, जेलों में बंद समग्लरों पर निगरानी, डिफ़ाल्ट ज़मानत रोकने के लिए एन. डी. पी. एस. एक्ट की धारा 36 ए ( 4 के अंतर्गत चार्जशीट दाख़िल करने के लिए अदालतों से 180 दिनों से अधिक समय लेने सहित ऐन. डी. पी. एस. एक्ट के मामलों की जांच में कमियों, जिस के निष्कर्ष के तौर पर ज़मानतें हो जातीं थीं, को दूर करने के लिए प्रशिक्षण प्रोगराम भी शुरू किया है। इस के अलावा नशा तशकरों को पकड़ने के लिए संयुक्त रणनीति तैयार के अंतर्गत पड़ोसी राज्यों के साथ अलग तौर पर तालमेल मीटिंगों के परिणामस्वरूप आपसी सहयोग और तालमेल के साथ एस. टी. एफ. की कारगुज़ारी में सुधार हुआ है।इस मौके उनके साथ आई. जी. एस. टी. एफ. श्री चन्द्र शेखर, आई. जी. पटियाला रेंज स. ए. एस. राय, ए. आई. जी. स. हरजीत सिंह, एस. एस. पी. पटियाला स. मनदीप सिंह सिद्धू सहित संगरूर और बरनाला जिलों के एस. एस. पी., एस. पी., डी. एस. पी. व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।