5 Dariya News

शीला दीक्षित दिल्ली कांग्रेस की नई अध्यक्ष

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नई दिल्ली 10-Jan-2019

अनुभव को तरजीह देने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस ने गुरुवार को दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को कांग्रेस की दिल्ली इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया। 80 वर्षीय दिग्गज राजनेता और तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकीं दीक्षित, अजय माकन की जगह लेंगी, जिन्होंने स्वास्थ्य कारणों से चार जनवरी को अध्यक्ष पद छोड़ दिया था।पार्टी नेता पी.सी. चाको ने यहां मीडिया को बताया, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शीला दीक्षित को दिल्ली कांग्रेस की नई अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है।कांग्रेस ने राजेश लिलोथिया, देवेंद्र यादव और हारून युसुफ को दिल्ली इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की है।1998 से 2013 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में सबसे लंबा कार्यकाल बिता चुकीं दीक्षित ने कहा कि यह जिम्मेदारी दिए जाने पर वह सम्मानित महसूस कर रही हैं।दिल्ली में कांग्रेस के पुनर्जागरण पर जोर देते हुए दीक्षित ने लोकसभा चुनाव में दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन बनाने की पार्टी की संभावनाओं पर चुप्पी कायम रखी। दिल्ली विधानसभा में फिलहाल कांग्रेस के हाथ खाली हैं और उसका कोई प्रतिनिधि सदन में नहीं है।ऐसे गठबंधन के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ऐसा होने के बाद हम बात करेंगे।

उन्होंने कहा, अभी गठबंधन के बारे में मेरी कोई राय नहीं है। और मैं अभी किसी के साथ कुछ भी साझा करना नहीं चाहती। पहले मुझे ऊपर से नीचे तक हालात समझने दीजिए और उसके बाद ही मैं कुछ कह सकूंगी।आप पार्टी के पूर्व नेता और पत्रकार आशुतोष ने हाल ही में दावा किया था कि आप व कांग्रेस दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनाव साथ लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा था कि आप सुप्रीमो व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गठबंधन के लिए इच्छुक हैं।आशुतोष ने सत्यहिंदी डॉट कॉम के लिए लिखा, केजरीवाल कांग्रेस के साथ गठबंधन चाहते हैं। वह इसके लिए बीते एक साल से जोर आजमाइश कर रहे हैं। कुछ अन्य दल आप और कांग्रेस के लिए संपर्क सूत्र के रूप में भी काम कर चुके हैं।इससे पहले भी दीक्षित कह चुकी हैं कि अगर पार्टी नेतृत्व आप के साथ गठबंधन का फैसला करता है तो वह इस पर सवाल नहीं उठाएंगी।दीक्षित को बधाई देते हुए माकन ने एक ट्वीट में विश्वास जताया कि पार्टी केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार और दिल्ली में केजरीवाल सरकार के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी।