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कंपनियों ने प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के तहत 2016-17 में करीब 7 हजार करोड़ रुपए कमाए, 2017-18 में करीब 10 हजार करोड़ रूपए की बढ़ौतरी

निजी कंपनियों में रिलायंस और एसबीआई ने की सबसे ज्यादा कमाई

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चण्डीगढ़ 10-Jan-2019

देश में किसानों की फसलें खराब होने पर सरकार की तरफ से उन को दिए जाते मुआवजे की जगह नुक्सान की पूर्ति के लिए केंद्र की बीजेपी सरकार की तरफ से चलाई जा रही प्रधान मंत्री फसल बीमा योजनां में से किसानों की बजाए बीमा कंपनियों को चोखा फायदा हो रहा है। इस योजना सम्बन्धित सूचना अधिकार कानून के अंतर्गत आरटीआई कार्यकर्ता एडवोकेट दिनेश चड्ढा की तरफ से हासिल की गई जानकारी पर आधारित तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार यह योजना किसानों के हित में होने की बजाए किसानों के साथ एक बड़ा धोखा या घपला लगता है।तैयार की रिपोर्ट सांझी करते एडवोकेट दिनेश चड्ढा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2016 -17 में इस योजना के अंतर्गत काम कर रही अलग-अलग कंपनियों ने 22,362.11 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया जबकि 2016 -17 में इन कंपनियों ने 15,902.47 करोड़ रुपए का कलेम किसानों को अदा किया इस तरह 2016 -17 में कंपनियों ने इस योजना में से 6702.75 करोड़ रुपए की कमाई की। जो कि प्रीमियम का करीब 30 प्रतिशत बनता है। इस वर्ष में निजी कंपनियों में से सब से अधिक प्रतिश्त कमाई ऐसबीआी जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमीटेड ने 78.6 प्रतिश्त और रिलायंस जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमीटेड ने 63.14 प्रतिशत की। ऐसबीआई ने इस वर्ष में 396.71 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया था। जबकि सिर्फ 84.71 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया और 311.99 करोड़ रुपए की कमाई की। इस तरह ही रिलायंस जनरल इंशोरैंस ने इस वर्ष में 1173.88 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया था। जबकि सिर्फ 432.61 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया और 741.26 करोड़ रुपए की कमाई की। इस वर्ष में जनतक कंपनियों में से सब से अधिक कमाई नैशनल इंशोरैंस कंपनी लिमीटेड ने 81.14 प्रतिशत की कमाई की। इस कंपनी ने 234.76 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया, जबकि सिर्फ 44.25 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया और 190.50 करोड़ रुपए की कमाई की। बाकी कंपनियं में से वर्ष 2016 -17 में एग्रीकल्चर इंशोरैंस कंपनी आफ इंडिया लिमीटेड ने 7984.56 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया। जबकि 5373.96 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया और 2610.59 (32.6 प्रतिशत) करोड़ रुपए की कमाई की। बजाज अलायंस जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमीटेड ने 1479.33 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया और 1116.96 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया , जबकि 362.36 (24.4 प्रतिशत) करोड़ रुपए की कमाई की। चौला मंडलम एमएस जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमीटेड ने 265.59 करोड़ रुपए का  प्रीमियम इकठ्ठा किया और 138.95 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया, जबकि 126.64 (47.6 प्रतिशत) करोड़ रुपए की कमाई की। एचडीएफसी इंशोरैंस कंपनी लिीिटेड ने 2983.63 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया और 2097.49 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया, जबकि 886.3 (29.6 प्रतिशत) करोड़ रुपए की कमाई की। आईसीआईसीआई लम्बारड जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमीटेड ने 2323.12 करोड़ रुपए प्रीमियम इकठ्ठा किया और 1686.45 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया, जबकि 636.66 करोड़ रुपए (27.4 प्रतिशत) रुपए की कमाई की। ओरिएंटल इंशोरैंस कंपनी लिमीटेड ने 677 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किो और 255.15 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया , जबकि 421.85 (62.3 प्रतिशत) करोड़ रुपए की कमाई की। यूनाइटिड इंडिया इंशोरैंस कंपनी लिमीटेड ने 2067.59 करोड़ रुपए का  प्रीमियम इकठ्ठा किया और 1454.2 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया, जबकि 613.57 (29.6 प्रतिशत) करोड़ रुपए की कमाई की। श्री राम जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमीटेड ने 255.80 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किय और 148.07 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया , जबकि 107.73 (42.11 प्रतिशत) करोड़ रुपए की कमाई की। फ्यूचर जनरल इंडिया इंशोरैंस कंपनी लिमिटेड ने 180.56 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया और 69.51 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया , जबकि 111.05 (61.5 प्रतिशत) करोड़ रुपए की कमाई की। 

एडवोकेट दिनेश चड्ढा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2016 -17 में 4 कंपनियां ईफ्को टोकीयो जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमीटेड, न्यू इंडिया ऐशोरैंस कंपनी लिमीटेड, टाटा-एआईजी जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमीटेड और यूनिवर्सल शौंपो जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमीटेड ऐसी हैं जिन्होंने इकठ्ठा किया प्रीमियम से ज़्यादा कलेम अदा कर घाटा खाया है।एडवोकेट चड्ढा ने बताया कि इसी तरह ही आरटीआई की सूचना मिलने तक वित्तीय वर्ष 2017 -18 में भी इंशोरैंस कंपनियां लगभग 10 हजार करोड़ रुपए के वृद्धि में चल रही हैं। उन्होंने बताया कि 2017 -18 में कंपनियों ने कुल 25045. 87 करोड़ रुपए का प्रीमियम इक_ा किया, जबकि 15710.02 करोड़ रुपए का कलेम अब तक दिए हैं। इस वर्ष में एग्रीकल्चर इंशोरैंस कंपनी इंडिया ने 7370.11 करोड़ रुपए के प्रीमियम इकठ्ठा किए, जबकि 6206.35 करोड़ रुपए का कलेम अदा किए और 1163.76 करोड़ रुपए वृद्धि में है। बजाज आलाइंस जनरल इंशोरैंस कंपनी ने इस वर्ष में 1365.58 करोड़ रुपए के प्रीमियम इकठ्ठा किए और 912.72 करोड़ रुपए का कलेम अदा किए, जबकि 452.85 करोड़ रुपए के मुनाफे में है। चौला मंडलम एमएस जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमिटेड ने इस वर्ष में 488.97 करोड़ रुपए के प्रीमियम इकठ्ठा किए और 433.44 करोड़ रुपए का कलेम अदा किए, जबकि 55.53 करोड़ रुपए के वृद्धि में है। ऐचडीऐफसी जनरल इंशोरैंस कंपनी ने इस वर्ष में 1745.54 करोड़ रुपए के प्रीमियम इकठ्ठा किए और 814.93 करोड़ रुपए का कलेम अदा किए, जबकि 930.61 करोड़ रुपए के वृद्धि में है। आईसीआईसीआई लम्बारड जनरल इंशोरैंस कंपनी ने 2429.49 करोड़ रुपए प्रीमियम इकठ्ठा किया और 1872.82 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया, जबकि 556.67 करोड़ रुपए के वृद्धि में है। ओरिएंटल इंशोरैंस कंपनी लिमिटेड ने 525.41 करोड़ रुपए प्रीमियम इकठ्ठा किया और 387.26 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया, जबकि 138.15 करोड़ रुपए के वृद्धि में है। रिलायंस जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमिटेड ने 1298.96 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया और 679.01 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया, जबकि 619.94 करोड़ रुपए के वृद्धि में है। एसबीआई जनरल इंशोरैंस कंपनी ने 984.65 करोड़ रुपए प्रीमियम इकठ्ठा किया और 236.81 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया, जबकि 747.84 करोड़ रुपए के वृद्धि में है। यूनायडट इंडिया इंशोरैंस कंपनी लिमिटेड 1289.90 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया और 532.90 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया , जबकि 756.99 करोड़ रुपए के वृद्धि में है। नैशनल इंशोरैंस कंपनी लिमिटेड ने 1544.56 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया और 1198.55 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया, जबकि 346 करोड़ रुपए के वृद्धि में है। यूनिवर्सल शौंपो जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमिटेड ने 1423.77 करोड़ रुपए का प्रीमियम इक_ा किया और 228.51 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया, जबकि 1195.25 करोड़ रुपए के वृद्धि में है। भारतीय एकसा जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमिटेड ने 390.03 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया और 87.26 करोड़ रुपए का कलेम अदा किया, जबकि 302.77 करोड़ रुपए के वृद्धि में है। रोआइल सुन्दरम् जनरल इंशोरैंस कंपनी लिमिटेड ने 2.92 करोड़ रुपए का प्रीमियम इकठ्ठा किया और 52 लाख रुपए का कलेम अदा किया, जबकि 2.40 करोड़ रुपए के वृद्धि में है।वित्तीय वर्ष 2017 -18 में ईफको टोकीयो जनरल इंशोरैंस कंपनी और न्यू इंडिया ऐंशोरैंस कंपनी ही 2 ऐसी कंपनियां हैं जो इकठ्ठा किए प्रीमियम से ज़्यादा कलेम अदा कर के घाटे में चल रही हैं। एडवोकेट दिनेश चड्ढा ने कहा कि प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना कल्याणकारी राज्य की धारणा के अनुकूल न हो कर व्यापारियों के समर्थकी ज़्यादा लग रही है। इस योजना के साथ देश में बदतर हालतों में जा चुकी कृषि व किसानों की भावनाओं के नाम पर इंशोरैंस कंपनियों को कमाई करवाई जा रही है। एडवोकेट दिनेश चड्ढा ने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि इस योजना को किसान समर्थकी की अपेक्षा ज़्यादा व्यापारी समर्थकी बनाने के लिए कौन जिम्मेदार है।