5 Dariya News

मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर हुए हमले के पीछे भाजपा, मुख्यमंत्री पर हमला इत्तेफाक नहीं बल्कि एक सोची समझी साजिश

आम आदमी पार्टी के नेताओं पर हमला करने वालों को भाजपा दे रही शह, दिल्ली पुलिस नहीं करती ऐसे लोगों पर कोई कार्रवाई

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चंडीगड़ 21-Nov-2018

मंगलवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सचिवालय के अंदर मुख्यमंत्री पर हमला दिल्ली पुलिस की नाकामी और एक सोची समझी साजिश की तरफ इशारा करता है। दिल्ली सचिवालय एक हाई सिक्योरिटी जोन है, और वहां दाखिल होने के लिए आपको कई प्रकार की जांच से होकर गुजरना होता है। अगर किसी प्रकार से कोई व्यक्ति अन्दर चला भी जाता है तो मुख्यमंत्री के कमरे के बाहर, सुरक्षा में खड़ी पुलिस किसी को भी वहां खड़ा नहीं होने देती। अगर कोई भी वहां खड़ा होता है तो तुरंत पुलिस कर्मी उससे पूछताछ शुरू कर देते हैं कि आप कौन हो और यहां क्यूं खड़े हो? आज जब मुख्यमंत्री अपने रूम से बाहर निकले तो वहां पर एक व्यक्ति मिर्ची पाउडर लेकर वहां मुख्यमंत्री का इंतजार कर रहा था, और किसी भी सुरक्षा कर्मी ने उससे पूछताछ करने की जहमत नहीं समझी। ये कोई इत्तेफाक नहीं है। पिछले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री पर कई बार हमला करने की कोशिश की गई है। बीते दशहरे के दिन की बात है एक व्यक्ति मुख्यमंत्री के घर में उनके कमरे तक पहुंच गया और उनपर हमला करने की कोशिश की, जबकि मुख्यमंत्री के घर में जाने के लिए कई सुरक्षा घेरों से होकर गुजरना पड़ता है। दोनों ही जगह मुख्यमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के जिम्मे है। और दोनों ही जगह दिल्ली पुलिस मुख्यमंत्री की सुरक्षा में नाकाम दिखी। अब इसे दिल्ली पुलिस की नाकामी कहें या भाजपा और दिल्ली पुलिस की मिली भगत से एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया हमला।

4 नवम्बर को सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन में भी भाजपा के सांसद और दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने खुले आम सोशल मिडिया पर ऐलान करके दिल्ली सरकार के कार्यक्रम में जाकर हंगामा किया, वहां तोडफ़ोड़ की और मंच से भाषण देते हुए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर बोतलें फेंक कर उन्हें चोट पहुँचाने की कोशिश की।  इन सभी घटनाओं के पीछे भाजपा का हाथ है और ये साजिश इसी बात से साबित हो जाती है कि जब मनोज तिवारी और उनके गुंडों ने सिग्नेचर ब्रिज कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पर हमला किया तो दिल्ली पुलिस ने मनोज तिवारी और उनके गुंडों पर मामला दर्ज करके उल्टा मुख्यमंत्री के खिलाफ ही मामला दर्ज कर डाला। इसी प्रकार से फरवरी में सचिवालय के दूसरे तल पर सैकड़ों लोगों की भीड़ ने केबिनेट मंत्री इमरान हुसैन और उनके सह-कर्मियों पर हमला किया, उसके साथ मारपीट की। उस पूरी घटना के सीसीटीवी साक्ष्य मौजूद है। परन्तु अभी तक उस पर दिल्ली पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। इन सभी घटनाओ से साफ जाहिर होता है कि दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार में बैठी भाजपा के इशारे पर काम कर रही है। और इन सभी षड्यंत्रों में भाजपा का पूरा-पूरा हाथ है। आप सभी देख सकते हो की शोशल मीडिया पर जो लोग औरतों को गन्दी-गन्दी गलियां देते हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन लोगों को फॉलो करते हैं। ये इस बात को दर्शाता है कि भाजपा इस तरह के अपराधिक तत्वों को बढ़ावा देती है और भाजपा के द्वारा ही ये सब हमले करवाए जा रहे हैं। प्रेस वार्ता में मौजूद दक्षिणी दिल्ली के लोकसभा प्रभारी राघव चड्ढा ने बताया कि घटना के समय मैं वहीं मौजूद था। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल एक बैठक ख़त्म करके अपने कमरे से बाहर आए, मैं बिलकुल उनके ठीक पीछे चल रहा था। उनके कमरे के बाहर निकलते ही कुछ कदम की दूरी पर हमला करने वाला व्यक्ति खड़ा था। 

वो एकदम से आगे बढ़ा और उसने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर मिर्ची का पाउडर फेंका, फिर उन पर हमला किया, उनसे हाथापाई की, और इसी हाथापाई में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का चश्मा गिर कर टूट गया। इस पूरे प्रकरण से ये साबित हो जाता है कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा में किस प्रकार से ढील बरती जा रही है। जब आप सचिवालय में जाते हैं तो पहले पुलिस आपकी और आपके सामान की जांच करती है। उसके बाद आपको एंट्री पास बनवाना होता है। एंट्री पास के बाद में स्कैनिंग मशीन में से आपका सारा सामान निकाला जाता है ताकि कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार का कोई हथियार या कोई भी नुक्सान पहुंचाने वाली चीज न ले जा सकें। इतनी सारी जांचो के बावजूद वह व्यक्ति मिर्ची पाउडर अन्दर कैसे लेकर आया, ये दिल्ली पुलिस की निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह लगाता है। राघव ने कहा कि ये कोई इत्तेफाक से हुई घटना नहीं है बल्कि जान बूझ कर एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया एक हमला है। भाजपा इस प्रकार की घटनाओं से देश में अशांति का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रही है। जो कोई भी आम आदमी पार्टी के नेताओं पर हमला करता है, उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जाती, बल्कि पूरी की पूरी भाजपा उसे बचाने में लग जाती है। भाजपा देश में एक पैगाम देना चाहती है कि या तो सर झुका कर सबकुछ बर्दाश्त करो, और अगर आवाज उठाएंगे, भाजपा के खिलाफ बोलोगे तो मार दिए जाओगे।