5 Dariya News

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बस्सी पठाना में वेरका मैगा डेयरी प्लांट का नींव पत्थर रखा

धान की खरीद बारे अकालियों द्वारा की जा रही राजनीति की की कड़ी अलोचना

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बस्सी पठाना (फ़तेहगढ़ साहिब) 17-Nov-2018

मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने इस बात पर ज़ोर दिया कि किसानों की आर्थिकता को मज़बूत करने के लिए पंजाब में फ़सलीय विभिन्नता को उत्साहित करने के लिए सहकारिता और पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग के आपसी सहयोग को बढ़ाना सबसे ज़रूरी है।मुख्यमंत्री पंजाब आज बस्सी पठाना में 358 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले वेरका मेगा डेयरी प्लांट का नींव पत्थर रखने के उपरांत विशाल जलसे को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 11 लाख लीटर प्रति दिन दूध प्रोसेस करने की क्षमता वाला यह प्रोजैक्ट तीन पड़ावों में मुकम्मल होगा, जिससे प्रत्यक्ष तौर पर 500 व्यक्तियों को और अप्रत्यक्ष तौर पर 80 हज़ार व्यक्तियों को रोजग़ार मुहैया होगा। उन्होंने किसानों को न्योता दिया कि वह गेहूँ धान के फ़सलीय चक्कर में से बाहर निकलने के लिए डेयरी फार्मिंग को सहायक धंधे के तौर पर अपनाएं। उन्होंने कहा कि डेयरी को उत्साहित करने से दूध की पैदावार बढ़ेगी जिसके लिए दूध के और ज्यादा प्रोसेसिंग प्लांट लगाने की ज़रूरत होगी। उन्होंने कहा कि डेयरी के धंधे को अपना कर किसान अपनी आर्थिकता में और सुधार ला सकते हैं क्योंकि बीज, खादें और कीटनाशक दवाओं की कीमतें लगातार बढऩे के कारण और परंपरागत फसलों की सहायक कीमतें लाभप्रद न होने के कारण किसान आर्थिक मंदहाली का सामना कर रहे हैं।मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 100 करोड़ रुपए की लागत से वेरका मोहाली डेयरी में आटोमैटिक फर्मेंटिड्ड यूनिट भी रिमोट कंट्रोल के साथ पंजाब के डेयरी किसानों को समर्पित किया। जिसकी रोजाना 100 टन दही, 2.50 लाख लीटर मीठी, नमकीन और सादा लस्सी और 2.50 लाख लीटर प्रति दिन दूध प्रोसेस करने की क्षमता होगी। यहाँ वर्णनयोग्य है कि यह प्रोजैक्ट 18 महीनों के रिकार्ड समय में मुकम्मल हुआ है।मुख्यमंत्री ने कहा कि 14 से 20 नवंबर तक मनाए जा रहे सहकारी सप्ताह की लड़ी के तौर पर इस आटोमैटिक मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट का पहला पड़ाव 138 करोड़ की लागत से 18 महीनों में मुकम्मल होगा। जिसकी रोज़ाना 02 लाख लीटर दूध प्रोसेस करने का सामथ्र्य होगा और इसके शुरू होने से 250 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजग़ार मिलेगा जब कि 32 हज़ार व्यक्तियों को अप्रत्यक्ष तौर पर रोजग़ार मुहैया होगा।

इस प्रोजैक्ट का दूसरा पड़ाव 120 करोड़ रुपए की लागत से 2022 तक मुकम्मल होगा जिसकी रोज़मर्रा की 03 लाख लीटर दूध प्रोसेस करने की क्षमता होगी। यह पड़ाव मुकम्मल होने से 250 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष तौर पर 48 हज़ार व्यक्तियों को अप्रत्यक्ष तौर पर रोजग़ार हासिल होगा। इसी तरह इस प्रोजैक्ट का तीसरा पड़ाव 100 करोड़ रुपए की लागत से 2024 तक मुकम्मल होगा जिसकी 06 लाख लीटर प्रति दिन दूध प्रोसेस करने की क्षमता होगी और रोजाना 60 मीट्रिक टन दूध पाउडर तैयार होगा।कुछ तथाकथित किसान विरोधी संस्थाओं और पंजाब विरोधी राजनैतिक पार्टियों की तरफ से पंजाब सरकार के विरुद्ध धान की खरीद को लेकर किये जा रहे झूठे प्रचार की सख़्त शब्दों में अलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक पंजाब में 160 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है और 157 लाख मीट्रिक टन धान की मंडियों में से ढुलाई हो चुकी है और किसानों को बनती अदायगी भी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि मंडियों में धान की वह फ़सल पड़ी है जिसमें तय नमी से ज़्यादा मात्रा में नमी है और इसकी भी जल्द ही खरीद की जायेगी। उन्होंने कहा कि अकाली सुरखियों में बने रहने के लिए बिना किसी मुद्दे से इस सम्बन्धी झूठी बयानबाज़ी कर रहे हैं जबकि पंजाब के लोगों ने उनको पहले ही नकार दिया है और अब उनके अपने सीनियर नेता पार्टी छोडक़र जा रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कुछ स्वघोषित किसान नेताओं द्वारा धान की पराली को आग लगाने की निंदा करते हुए कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की तरफ से पराली को न जलाने सम्बन्धी सख़्त हिदायतें जारी की गई हैं जिनका पालन करना हरेक व्यक्ति के लिए ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पंजाब में पराली को आग लगाने की घटनाओं में पिछले साल की अपेक्षा इस साल आई कमी पर संतुष्टि प्रकट करते हुए कहा कि ऐसा सरकार की तरफ से शुरू की गई जागरूकता मुहिम के कारण हुआ है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से माँग की थी कि किसानों को धान के समर्थन मूल्य के अलावा पराली की संभाल के लिए 100 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से मुआवज़ा दिया जाये जिससे किसान पराली को आग न लगाएं परंतु प्रधानमंत्री की तरफ से इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।

मुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार ने किसानों को धान की पराली की सभ्य संभाल के लिए सब्सिडी और खेती मशीनरी और खेती यंत्र मुहैया करवाए हैं जिनमें 2149 रोटावेटर 2174 हैपी सिडर, 192 पैडी चौपर काँबो, 1047 पैडी स्ट्रॉ मल्चर, 1052 पलटावें हल और 1148 ज़ीरो ट्रिल्ल ड्रिल मशीनें मुहैया करवाई गई हैं।दिल्ली सरकार की तरफ से वातावरण प्रदूषण के लिए पंजाब सरकार पर दोष लगाने के मुद्दे पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वातावरण प्रदूषण जैसे गंभीर विषय पर राजनीति करने और एक दूसरे को दोषी ठहराने की बजाय इन नेताओं को ऐसे दोष लगाने की जगह इस मुद्दे का आपस में मिलकर अनुकूल हल ढूँढना चाहिए।इस मौके पर सहकारिता मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने पिछली अकाली भाजपा सरकार पर दोष लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपने 10 साल के राज में सहकारी सभाओं को ख़त्म करके रख दिया जिनका 65 साल का सुनहरा इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से सहकारी सभाओं को फिर से पैरों पर खड़ा करने के लिए किये जा रहे प्रयासों बारे कहा कि सहकारी अदारों मिलकफैड, मार्कफैड और शूगरफैड के नवीनीकरन और अपग्रेडेशन के लिए किये जा रहे यत्न प्रशंसनीय हैं। उन्होंने कहा कि अमृतसर में वेरका मिल्क प्लांट के नवीनीकरन पर 52 करोड़ रुपए और जालंधर में 35 करोड़ रुपए की लागत के साथ मिल्क प्लांट का नवीनीकरन किया जायेगा और यह काम फरवरी और मार्च 2019 में मुकम्मल हो जायेगा। इसी तरह पटियाला और लुधियाना में मिल्क प्लाटों के नवीनीकरन पर भी 20 करोड़ और 100 करोड़ रुपए ख़र्च किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि गुरदासपुर, बटाला और अजनाला की सहकारी शूगर मीलों का उनके गन्नों के पेराई की क्षमता को बढ़ाकर भी जल्द ही नवीनीकरन किया जायेगा।पशु पालन और डेयरी विकास मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि मिल्क प्लाटों के आधुनिकीकरन से जहाँ दूध और दूध से बने उत्पादों की गुणवत्ता में विस्तार होने के साथ-साथ दूध उतपादकों को दूध और लाभप्रदभाव मिलेंगे और इस क्षेत्र के डेयरी किसानों को अच्छा उत्साह मिलेगा। 

उन्होंने कहा कि मिशन तंदुरुस्त पंजाब के अधीन पंजाब सरकार की तरफ से मिलावटी और नकली दूध की बिक्री की रोकथाम के लिए उठाए गए सख़्त कदमों के सार्थक नतीजे सामने आ रहे हैं और मिल्कफैड के दूध की बिक्री में 35 से 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।विधायक बस्सी पठाना श्री गुरप्रीत सिंह जी पी ने मुख्यमंत्री पंजाब की तरफ से इस इलाके के लोगों की लंबे समय की माँग की पूर्ति करते हुए बस्सी पठाना में अति -आधुनिक वेरका मेगा डेयरी प्लांट का नींव पत्थर रखने के लिए विशेष तौर पर धन्यवाद किया।इससे पहले मुख्यमंत्री पंजाब ने वेरका मेगा डेयरी कंपलैक्स में मिशन तंदुरुस्त पंजाब अधीन पौधे लगाने की भी शुरुआत की और अलग -अलग सहकारी अदारों मिल्कफैड, मार्कफैड, शूगरफैड, पनकोफैड, सहकारी बैंकों, कृषि सहकारी बंैक और सेल्फ हेल्प ग्रुपों की तरफ से लगाई गई प्रदर्शनी का भी मुआइना किया।इस मौके पर मुख्यमंत्री पंजाब ने सहकारी क्षेत्र में बढिय़ा कारगुज़ारी दिखाने वाली पंजाब के अलग -अलग जिलों की 8 सहकारी सभाओं और फ़तेहगढ़ साहिब जि़ले की 5 सहकारी सभाओं के सदस्यों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री पंजाब ने इस मौके पर वेरका की प्राप्तियों को दिखाती एक काफ़ी टेबल किताब भी जारी की।इस मौके पर विधायक फ़तेहगढ़ साहिब स. कुलजीत सिंह नागरा, विधायक खन्ना स. गुरकीरत सिंह कोटली, विधायक पायल स. लखवीर सिंह लक्खा, विधायक समराला अमरीक सिंह ढिल्लों, मुख्यमंत्री पंजाब के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, अतिरिक्त मुख्य सचिव सहकारिता और विकास विश्वजीत खन्ना, मुख्यमंत्री पंजाब के स्पैशल प्रिंसिपल सचिव श्री गुरकीरत कृपाल सिंह, रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं विकास गर्ग, मार्कफैड के चेयरमैन श्री अमरजीत सिंह समरा, एम.डी. मिल्कफैड मनजीत सिंह बराड़ और डिप्टी कमिश्नर स. शिवदुलार सिंह ढिल्लों के अलावा अन्य अधिकारी और आदरणीय भी मौजूद थे।