5 Dariya News

इजऱाईल के पंजाबी भाईचारे ने धार्मिक समागम करने की सुविधा हेतु कैप्टन अमरिन्दर सिंह की मदद मांगी

मुख्यमंत्री द्वारा दूध के उत्पादन और गुणवत्ता के लिए इस्तेमाल की जा रही आधुनिक तकनीकों को देखने के लिए डेयरी फार्म का किया दौरा

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तल अवीव (इजराइल) 25-Oct-2018

इजऱाईल के पंजाबी भाईचारे के एक प्रतिनिधिमंडल ने वीरवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के साथ मुलाकात करके धार्मिक समागम करवाने के लिए स्थानीय अथॉरिटी से मंजूरी लेने के साथ-साथ गुरुद्वारा साहिब की इमारत के लिए ज़मीन हासिल करने के लिए उनकी मदद मांगी।मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिया कि वह इस संबंधी इजराइल में भारतीय राजदूत पवन कपूर को उनकी मदद के लिए कहेंगे। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने प्रतिनिधिमंडल को भी राजदूत के साथ मिलने की सलाह दी।मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को कहा कि उनको भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने बताया है कि इन मुद्दों पर स्थानीय प्रशासन के बहुत सख्त दिशा -निर्देश हैं। उन्होंने कहा, ‘इस संबंधी दूतावास देखेगा कि क्या किया जा सकता है।’ प्रतिनिधिमंडल ने ग़ैर -कानूनी एजेंटों द्वारा इजराइल दौरे के लिए वीज़ा मांगने वाले पंजाबी नौजवानों के साथ धोखधड़ी करने का मामला भी उठाया। इस सम्बन्ध में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बताया कि उनकी सरकार ने ऐसे एजेंटों के विरुद्ध पहले ही कार्यवाही आरंभ की हुई है और राज्य में इसके प्रसार को रोकने के लिए सख्त दिशा -निर्देश जारी किये गए हैं।मुख्यमंत्री ने बताया कि वह इस मसले क प्रति चिंतित हैं और संबंधी अधिकारियों को इन दिशा -निर्देशों का उल्लंघन करने वालों से सख्ती से पेश आने के आदेश दिए गए हैं।

पंजाबी भाईचारे के सदस्यों ने पहले विश्व युद्ध में भारतीय सैनिकों विशेषत: सिखों के योगदान संबंधी बातचीत की जिनमें से बहुत से सैनिकों ने दुश्मन के हमलों से इजराइल की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिये थे। इस मौके पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अपनी राष्ट्रमंडल यादगार के दौरे को भी याद किया जहाँ उन्होंने शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धाँजलि दी।अपने इजराइल दौरे के आखिरी दिन के अवसर पर मुख्यमंत्री ने हौफ हाशरोन में अफिकिम डेयरी फार्म का भी दौरा किया जहाँ उन्होंने डेयरी फार्मिंग की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जा रही तकनीकों संबंधी जानकारी हासिल की। उन्होंने अधिकारियों के साथ चारे की विभिन्न किस्मों के साथ-साथ फार्म के पशुओं के संरक्षण और साफ़ -सफ़ाई पर भी विचार-चर्चा की। उनको बताया गया कि एक गाय के रोज़मर्रा की 10 -15 लीटर दूध देने की बजाय इस फार्म में एक गाय 40 लीटर दूध देती है। इस दूध की फैट प्रतिशत भी ज़्यादा है जो पंजाब में 2.5 प्रतिशत के मुकाबले 4 प्रतिशत है।इजराइल के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि सफ़ाई, संरक्षण और पौष्टिक ख़ुराक के साथ-साथ पीने वाले साफ़ पानी सदका ही दूध की पैदावार अधिक होती है। उन्होंने बताया कि हरेक गाय को प्रतिदिन 120 लीटर पानी दिया जाता है। इसी तरह सौर ऊर्जा के साथ चलने वाले पंखों के साथ-साथ फव्वारानुमा पंखों के द्वारा सभी शैड्डों की आबो-हवा को नियंत्रित किया जाता है।