अमेरिका की मदद से हुई जमाल खाशोगी की हत्या : हसन रूहानी
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तेहरान 24-Oct-2018
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने बुधवार को कहा कि अमेरिका की मदद के बिना सऊदी अरब वैचारिक मतभेद रखने वाले पत्रकार जमाल खाशोगी की हत्या करने का साहस नहीं कर सकता। रूहानी के इस बयान से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को अपने बयान में तुर्की में खाशोगी की हत्या को छिपाने के लिए सऊदी अरब द्वारा कही गई बातों को अब तक का सबसे खराब छिपाने वाला काम करार दिया और हत्या के संदिग्ध सऊदी एजेंटों के वीजों को रद्द कर दिया। रूहानी ने मंत्रिमंडल की बैठक में कहा, "आज की दुनिया और इस सदी में कोई कल्पना नहीं करेगा कि हमें ऐसी नियोजित हत्या देखने को मिलेगी।"इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज एजेंसी (इरना) ने उनके उस बयान का जिक्र किया है जिसमें उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता है कि अमेरिका से अनुमति लिए बगैर कोई देश ऐसा अपराध करने की हिम्मत करेगा।"
तुकी के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने मंगलवार को कहा कि पत्रकार खाशोगी सऊदी खुफिया अधिकारियों व अन्य अधिकारियों द्वारा सोच-समझकर, नियोजित ढंग से की गई राजनीतिक हत्या का शिकार बने। सऊदी क्राउन पिं्रस मोहम्मद बिन सलमान के समर्थक से आलोचक बने खाशोगी इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्यिक दूतावास में प्रवेश करने के बाद दो अक्टूबर से लापता थे। सऊदी अरब ने पहले उनके गायब होने में किसी प्रकार की संलिप्तता से इनकार किया लेकिन अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ने पर स्वीकार किया कि दूतावास में धक्कामुक्की में में उनकी हत्या हो गई। प्रेस टीवी की रिपोर्ट में बताया गया है कि रूहानी ने इस मामले को मानवाधिकार के तथाकथित पैरोकारों, खासतौर से अमेरिका और यूरोप के लिए एक 'बड़ी परीक्षा' करार दिया।