5 Dariya News

एसएसएच ककरियाल की 52वीं शासी निकाय बैठक

घायलों के ईलाज के लिए अस्पताल की आर्थोपेडिक और न्यूरोसर्जिकल सुविधाओं को बढ़ाया जाना चाहिए- बी.बी. व्यास

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श्रीनगर 14-Oct-2018

राज्यपाल के सलाहकार, श्राईन बोर्ड के सदस्य तथा श्री माता वैश्णो देवी नारायणा सुपर स्पैशिलिटी अस्पताल ककरियाल की शासी निकाय के चेयरमैन बी.बी. व्यास ने बल देते हुए कहा कि सड़क हादसों या प्राकृतिक आपदाओं के कारण घायलों के ईलाज के लिए अस्पताल में आर्थोपेडिक तथा न्यूरोसर्जिकल सुविधाओं को बढ़ाया जाना चाहिए। व्यास ने यह बात एसएमवीडीएनएसएच ककरियाल की शासी निकाय की 52वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। श्राईन बोर्ड के सदस्य डॉ. एस.एस. बिलोरिया तथा श्री माता वैश्णो देवी श्राईन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी धीरज गुप्ता, श्राईन बोर्ड के नामित मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिमरणदीप सिंह, श्राईन बोर्ड के अतिरिक्त सीईओ एम.के. कुमार, एसएमवीडीएनएसएच के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी डॉ. एम.एम. हरजाई तथा मुख्य अभियंता एम.एम. गुप्ता ने श्राईन बोर्ड की ओर से बैठक में भाग लिया। जिन लोगों ने एनवीडीएसएचपीएल/एनएच की तरफ से शासी निकाय बैठक में विचार विमर्श में भाग लिया, उनमें एनएच के वाईस चेयरमैन, एमडी तथा गु्रप सीईओ आशुतोश रघुवंशी, क्षेत्रीय निदेशक एनएच सुनील कुमार, निदेशक उत्तरी क्षेत्र एनएच नवनीत बाली तथा अस्पताल के सुविधा निदेशक मनु राम चंद्र शामिल थे। 

लोगों को उनके घरों के नजदीक मुफ्त परामर्श सेवाएं प्रदान करने के हिस्से के रुप में अस्पताल द्वारा सार्वजनिक जन पहुंच कार्यक्रम आयोजित करने की प्रगति की समीक्षा करते हुए अध्यक्ष को सुचित किया गया कि इस महीने के दौरान राज्य के विभिन्न  स्थानों पर एसएमवीडीएनएसएच द्वारा 21 जन पहुंच चिकित्सा शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए सुपर स्पैशिलिटी अस्पताल ककरियाल की विभिन्न संस्थाओं के साथ सूचिबद्धता की अब तक की स्थिति की समीक्षा करते हुए शासी निकाय बैठक को सूचित किया गया कि अस्पताल को सीजीएसएच के साथ प्रतिपूर्ति के आधार पर पहले से ही सुचिबद्ध किया गया है जबकि ईसीएचएस और विभिन्न अन्य संस्थाओं के साथ शीघ्र ही इसकी सूचिबद्धता होगी। इसके अलावा बैठक में मरीजों और उनके तिमारदारों की जानकारी एवं सुझावों पर विस्तृत चर्चा हुई और बल दिया गया कि प्रत्येक प्रतिक्रिया पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए, क्योंकि यह अस्पताल में आपूर्ति व्यवस्था को लगातार सुधारने में एक लम्बा रास्ता तय करेगा।