5 Dariya News

पंजाब पुलिस ने सुलझायी 10 वर्ष पुराने कत्ल कांड की गुत्थी, दो दोषी गिरफ्तार

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पटियाला 11-Oct-2018

पंजाब पुलिस के संस्थागत क्राईम कंट्रोल यूनिट ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए दरबारा सिंह सियोना (मकान नं. 21, फाटक रोड, पटियाला) के सनसनीखेज़ कत्ल कांड की गुत्थी सुलझा ली है, जिसकी 12-09-2008 को अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इस कत्ल से संबंधित केस थाना सिवल लाईनज़, पटियाला में दर्ज किया गया था। इस संबंधी जानकारी देते हुए आज कुंवर विजय प्रताप सिंह, आई.जी.पी. इंटेलिजेंस ने बताया कि पिछले दस वर्षों से पंजाब पुलिस की विभिन्न विंगों द्वारा इस मामले संबंधी पड़ताल की जा रही थी। क्योंकि यह केस अब तक अनसुलझा था । इसलिए ओ.सी.सी.यू. टीम की तरफ से ए.आई.जी. गुरमीत सिंह चौहान और ए.आई.जी. सन्दीप सिंह गोयल की निगरानी में मामले की जांच शुरू की गई।उन्होंने बताया कि दरबारा सिंह एक पंजाबी लेखक और शिरोमणि अकाली, अंतरराष्ट्रीय, दल का जनरल सचिव था। ताज़ा जांच के दौरान, ओ.सी.सी.यू.टीम को यह पता लगा कि इस कत्ल के पीछे पारिवारिक झगड़ा था। साल 2008 में दरबारा सिंह सियोना की तरफ से एक अख़बार में एक विवादस्पद लेख लिखा था, इसलिए प्राथमिक जांच से इस कत्ल में कुछ कट्टरपंथियों का हाथ होने का शक था। स्थानीय पुलिस की तरफ से इस मामले संबंधी की गई सारी पड़ताल और विभिन्न समयों पर गठित की गई विशेष जांच टीमें भी किसी निष्कर्ष पर न पंहुच सकी। उपरांत मुकदमा अदालत में भी अनसुलझी रिपोर्ट दाखि़ल करवाई गई थी, परन्तु अदालत की तरफ से इस मामले की आगामी जांच के आदेश दिए गए। इसके बाद ओ.सी.सी.यू. टीम की तरफ से इस मामले की गहराई के साथ जांच की गई।

कुंवर विजय प्रताप सिंह ने आगे बताया कि दो शकी व्यक्ति दलजीत सिंह उर्फ डी.एल.पुत्र मेघ सिंह निवासी मकान नं. 51, गुरमत कालोनी सुलार रोड पट्यिाला और पुशपिन्दर सिंह ताऊ पुत्र महल सिंह, निवासी गांव निमनाबाद, थाना सफीदों, जिला जींद, हरियाना, अब निवासी वार्ड नं. 7 खनौरी मंडी, थाना खनौरी, जि़ला संगरूर से पूछताछ की गई जिन्होंने अपना जुर्म कबूला और अन्य दोषियों के नामों का खुलासा किया जिनमें अमनप्रीत सिंह उर्फ जीता जालंधरिया पुत्र जतिन्दर सिंह निवासी नजदीक प्रिंस प्लाज़ा रोड जालंधर, जिसको अदालत द्वारा दोषी ठहराया गया है और ख़तरनाक गैंगस्टर है। गौरतलब है कि जांच के दौरान पकड़े गए दोषियों का कत्ल, इरादतन कत्ल मामलों में पुराना रिकार्ड  दर्ज है। कुंवर ने आगे कहा कि इस मामले संबंधी आगामी जांच जारी है और बाकी रहते मुलजिमों को पकडऩे के लिए कोशिशें जारी हैं।