5 Dariya News

अनुप्रिया पटेल ने ‘सहायक स्‍वास्‍थ्‍य बल के लिए संस्‍थानों के साथ वार्ता

ज्ञानात्मक कौशल को बढ़ाने की दिशा में एक कदम' विषय पर एक संगोष्ठी एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

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नई दिल्ली 04-Oct-2018

केन्‍द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आज नई दिल्‍ली में वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग और सफदरजंग अस्पताल द्वारा आयोजित ‘सहायक स्‍वास्‍थ्‍य बल के लिए संस्थानों के साथ वार्ता-ज्ञानात्मक कौशल को बढ़ाने की दिशा में एक कदम' विषय पर एक संगोष्ठी एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि स्वस्थ जीवन शैली को बनाये रखना और स्‍वास्‍थ्‍य के लिए खतरा बनने वाली आदतों को रोकना बहुत आवश्‍यक है। यदि हमारे समाज के सभी सदस्य स्वस्थ जीवन शैली के प्रति जागरूक होंगे और स्‍वास्‍थ्‍य को नुकसान पहुंचाने वाली प्रक्रियाओं को रोकने की जरूरतों को समझेगे, तभी हम 'सभी के लिए स्वास्थ्य' प्राप्त कर सकते हैं। श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने स्‍वस्‍थ जीवन शैली अपनाने के लिए छात्रों और प्रतिभागियों को शपथ भी दिलायी। इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉ. एस वेंकटेश और संयुक्त सचिव श्रीमती गायत्री मिश्रा भी उपस्थित थीं।

श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने कहा कि अंग दान और शरीर दान सबसे महान दान है। स्‍वस्थ अंगों के कारण ही हम स्‍वस्‍थ रह सकते हैं। उन्‍होंने पेशेवर योग्‍यता प्राप्त करने के लिए ज्ञान के साथ स्‍वयं को सशक्त बनाने की जरूरत पर जोर देते हुए इस विभाग की अनूठी पहल की सराहना की। इस संगोष्ठी ने दिल्ली के विभिन्‍न संस्थानों के लगभग 350 छात्रों और संबद्ध स्वास्थ्य कामगारों को एकजुट किया है तथा स्वस्थ जीवन शैली और अंग दान पर ध्यान केंद्रित किया। इस संगोष्ठी में मानव अंगों पर पैथोलॉजिकल प्रभाव की प्रदर्शनी की है, जिसमें सामान्य, संरक्षित मानव अंगों और मानव यकृत, फेफड़ों, बड़ी और छोटी आंतों के पैथोलॉजिकल नमूनों को प्रदर्शित किया गया है। इन नमूनों पर धूम्रपान, शराब, नशीली दवाओं के दुरुपयोग, शराब पीकर गाड़ी चलाने और गैर-स्‍वास्‍थ्‍यजनक जीवन शैली से पड़ने वाले प्रभाव को वैज्ञानिक पोस्टरों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। इस आयोजन में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने भी सहायता प्रदान की। इस कार्यक्रम में वीएमएमसी और सफदरजंग अस्पताल के चिकित्‍सा अधीक्षक डॉ. राजेंद्र शर्मा, एनाटॉमी विभाग प्रमुख डॉ. मंगला कोहली और स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।