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राहुल गांधी ८४ के सिक्ख कत्लेआम के लिए जिम्मेवार कांग्रेसी नेताओं के विरूद्ध निर्णायक कार्यवाही करें-शिअद

यदि राहुल ने ऐसा ना किया तो पार्टी उसका सम्पूर्ण बाईकाट का आहवान करेगी - ढींडसा ,भूंदड़

5 दरिया न्यूज (रणजीत सिंह धालीवाल)

चंडीगढ़ 04-Feb-2014

शिअद ने आज यहां कहा कि कांग्रेस के उप प्रधान राहुल गांधी फौरी तौर पर यूपीए सरकार पर दबाव बनाए कि वह ८४ के सिक्ख कत्लेआम के लिए जिम्मेवार कांग्रेसी नेताओं विरूद्ध निर्णायक कार्यवाही को अमल में लाए और यदि राहुल इसमें असफल रहते है तो विश्व भर में सिक्ख यह समझेगें कि वह अपनी पार्टी के कार्यो की जिम्मेवारी नही लेतें। इससे यह भी साबित हो जाएगा कि वह देश में भविष्य में किसी भी बडी राजनीतिक जिम्मेवारी संभालने के असमर्थ हैं। सीनियर अकाली नेता स. सुखदेव सिंह ढींडसा और स. बलविन्द्र सिंह भूंदड़ ने कहा कि विश्व भर में सिक्ख राहुल गांधी के कार्यो को बहुत ध्यान से देख रहे हैं। राहुल गांधी ने माना कि ८४ में सिक्ख कत्लेआम के लिए कांग्रेसी नेता जिम्मेवार थे,पंरतु उस द्वारा इन नेताओं विरूद्ध कोई ठोस कदम उठाए जाने की बात ना करना बहुत ही दुर्भागयपूर्ण है। राहुल द्वारा यह कहना कि वह उस समय बच्चा था केवल एवं केवल दंगों के लिए जिम्मेवार कांग्रेसियों पक्षीय दलील हैं। उन्होने कहा कि पंजाबी कांग्रेस द्वारा गत तीस वर्षो से लगातार की जा रही जलालत कभी बर्दाश्त नही करेगें और अब इस घिन्नौने जुर्म के लिए जिम्मेवारी कांग्रेसी विरूद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लाई जानी चाहिए। इस संबधी राहुल गांधी के अंहकारी व्यवहार से यह भी स्पष्ट हो गया है कि उसकी सोच भी उसके पिता राजीव गांधी की तरह दंगों के लिए जिम्मेवार कांग्रेसीयों को बचाने वाली हैं। 

उन्होने कहा कि श्रीमती इंदिरा गांधी की मौत के बाद राजीव गांधी द्वारा दी दलील कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है,बहुत ही दुर्भागयपुर्ण और असह था। शिअद के सैक्टरी जनरल स. ढींडसा ने कहा कि एक तरफ आरोपियों को बनती सजाएं ना दिलाना और दूसरी तरफ ८४ के सिक्ख कत्लेआम के पीडि़तों के प्रति तथाकथित हमदर्दी कांग्रेस पार्टी का दोगलापन साबित करती है। उन्होने कहा कि इन स्थितियों में शिअद यह मुददा आम लोगों में लेजाकर केन्द्र में कांग्रेस की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार को सज्जन कुमार और जगदीश टाईटलर सहित सिक्ख कत्लेआम के लिए जिम्मेवार कांग्रेसियों विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के लिए मजबूर करेगा। उन्होने कहा कि वह आम लोगों को कांग्रेस के दोगले पन से अवगत करवाते हुये यह भी बताएगें कि सिक्ख प्रधानमंत्री बनाना महज एक दिखावा है जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस का पूरा जोर सिक्ख कत्लेआम के लिए जिम्मेवार लोगों को बचाना और उनको उच्च पदों से निवाजने पर लगा हुआ है।