5 Dariya News

कालेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर अनदेखी का शिकार

5 दरिया न्यूज (विजयेन्दर शर्मा)

धर्मशाला 04-Feb-2014

सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक शक्तिपीठ कालेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित होकर जीर्णोद्धार की राह देख रहा है। हैरत की बात है कि सरकार के कई आला नेता उक्त कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर इस मंदिर के विकास की गंगा के दावे करते हैं, परंतु बाद में ये सभी दावे खोखले साबित होते हैं। यहां तक कि कालेश्वर महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार हेतु वर्ष 2002 में मंदिर कमेटी का गठन भी हुआ था, जिसमें स्थानीय प्रशासन व उक्त मंदिर में काफी अरसे से डेरा जमाकर बैठे साधु समाज के बीच मंदिर चढ़ावे को लेकर बराबर की हिस्सेदारी तय हुई थी, वहीं उस समय क्षेत्रवासियों को एक नई उम्मीद जगी थी कि स्थानीय प्रशासन व साधु समाज के मध्य बनी उक्त कमेटी मिलकर इस मंदिर के हालात बदलेगी, लेकिन हैरानी तो इस बात की है कि उक्त कमेटी के गठन को 12 वर्ष का समय बीत जाने के पश्चात भी यहां विकास कार्य में किसी ने रुचि नहीं दिखाई। अगर, मंदिर कमेटी के गठन के उपरांत आज दिन तक मंदिर चढ़ावे की बात करें तो सरकारी बचत बैंक खाता में मंदिर कमेटी के नाम पर 12 लाख 53 हजार 293 रुपए जमा हुए हैं, वहीं उक्त कमेटी ने अपने 12 वर्षों के कार्यकाल में उक्त मंदिर के विकास निर्माण कार्य पर बेहद कंजूसी दिखाकर मात्र उक्त चढ़ावे से दो लाख 39 हजार 367 रुपए खर्च किए हैं। इस बात का खुलासा सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मंदिर प्रशासनिक कमेटी द्वारा ली गई जानकारी से हुआ है। इससे साफ होता है कि मंदिर मेटी भी उक्त निर्माण कार्य पर कितनी रुचि रखती है। कालेश्वर महादेव मंदिर की पवित्र आस्था को देखते हुए यहां प्रतिदिन प्रदेश व पड़ोसी राज्यों के श्रद्धालु पहुंचते हैं। लाखों का चढ़ावा भी मंदिर में चढ़ता है, परंतु यहां न ही रात को श्रद्धालुओं के ठहरने की उचित व्यवस्था है और न ही कोई लंगर का प्रबंध है। सफाई व पेयजल व्यवस्था भी कभी कभार यहां रामभरोसे पर हो जाती है।