5 Dariya News

पंजाबियों को नशों की ग़ुलामी से आज़ाद कराने के लिए लोग पंजाब सरकार का सहयोग करें- तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा

नशों के फैलाव और राज्य की आर्थिकता की कमर तोडऩे के लिए अकाली-भाजपा गठजोड़ सरकार जि़म्मेदार- साधु सिंह धर्मसोत, रैफरैंडम 2020 को सिखों और पंजाबियों ने नकारा- सुनील कुमार जाखड़़

5 Dariya News

ईसड़ू (लुधियाना) 15-Aug-2018

पंजाब के ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग के कैबिनेट मंत्री स. तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा ने पंजाबियों को न्योता दिया है कि जैसे हमारे आज़ादी संग्रामियों ने देश को अंग्रेज़ों की ग़ुलामी से आज़ाद कराने के लिए यत्न किये थे और इसमें वह दृढ़ता से सफल भी हुए थे। उसी तरह अब ज़रूरत है कि पंजाबियों को नशों की ग़ुलामी से आज़ाद कराने के लिए राज्य के लोग पंजाब सरकार का सहयोग करें। स. बाजवा ने यह विचार आज गाँव ईसड़ू में गोआ की आज़ादी के महान शहीद करनैल सिंह ईसड़ू के शहीदी दिवस के मौके पंजाब सरकार द्वारा आयोजित किये गए राज्य स्तरीय समागम को संबोधन करते हुए प्रकट किये। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा चलाई गई नशा विरोधी मुहिम उस समय तक अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकती जब तक इसमें राज्य के लोग सहयोग नहीं करते। उन्होंने लोगों को न्योता दिया कि जैसे हमारे शहीदों ने देश को आज़ाद कराने के लिए एकमु_ होकर यत्न किये थे और वह सफल भी हुए थे, उसी तजऱ् पर अब पंजाबियों को नशों की शिकंजे में से आज़ाद कराने के लिए पंजाब सरकार द्वारा आरंभे यतनों को सहयोग दिया जाये। स. बाजवा ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य में जल्द ही पंचायत चुनाव करवाए जा रहे हैं, जिनमें महिलाओं को 50 प्रतिशत सीटें दी जाएंगी जिससे राज्य के सर्वपक्षीय विकास में महिलाओं की भागीदारी और बढ़ाई जा सके। इसी तरह विकास कामों में और पारदर्शिता लाने को यकीनी बनाने के लिए चुने हुए नुमायंदों की भी जवाबदेही तय की जायेगी। इससे हरेक क्षेत्र का बिना भेदभाव के विकास यकीनी बनेगा। उन्होंने कहा पंजाब सरकार द्वारा साल 2022 तक राज्य के 60 प्रतिशत गाँवों में सिवरेज की सुविधा मुहैया कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। समागम को संबोधित करते हुए पंजाब सरकार के वन मंत्री स. साधु सिंह धर्मसोत ने कहा कि शहीदों के ख़ून से अर्जित आज़ादी को कांग्रेस पार्टी और देश के लोग कभी भी किसी भी तरह की ग़ुलामी में तबदील नहीं होने देंगे। अकाली भाजपा गठजोड़ सरकार द्वारा पिछले 10 सालों के दौरान पंजाब और यहाँ के लोगों को आर्थिक ग़ुलामी का शिकार बना दिया गया था, इस स्थिति को दूर करने के लिए कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार सख्त यत्न कर रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की पोल खोलने की बातें करने वाले अकालियों की पोल तब खुलेेगी, जब बेअदबी घटनाओं से सम्बन्धित जस्टिस रणजीत सिंह गिल आयोग की रिपोर्ट पंजाब विधानसभा में पेश की जायेगी। 

स. धर्मसोत ने दावे से कहा कि राज्य में नशों की बरामदगी और तस्करी पूरी तरह रोक दी गई है। जो व्यक्ति नशों के आदी हो चुके हैं, उनका पहल के आधार पर इलाज कराने के साथ-साथ उनके पुनर्वास के लिए यत्न किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा जल्द ही पैनशनों की राशि में वृद्धि करने के साथ-साथ शगुन स्कीम और अन्य योजनाओं के लाभ राशि में विस्तार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह पंजाब और यहाँ के लोगों की त्रासदी ही कही जा सकती है कि पिछले 10 सालों के दौरान यहाँ के लोगों को पीटा और लूटा गया, वहीं पंजाब को आर्थिक पक्ष से बिल्कुल ही कंगाल करके रख दिया गया।लोके सभा मैंबर और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान श्री सुनील जाखड़ ने पंजाबियों को न्योता दिया कि वह कुछ देश विरोधी ताकतों द्वारा दिए रैफ्फरैंडम 2020 के आह्वान को नकार दें। उन्होंने ‘आप’ पार्टी पर दोष लगाया कि कुर्सी के लालच के चलते इस पार्टी द्वारा लोगों में आपसी विभाजन डालने के यत्न किये जा रहे हैं। उन्होंने इस बात पर भी ख़ुशी ज़ाहिर की कि रैफ्फरैंडम 2020 के नाम पर की गई मीटिंगों को लोगों ने पूरी तरह से नकार दिया। कैप्टन अमरिन्दर सिंह को पानियों का रक्षक करार देते हुए श्री जाखड़ ने कहा कि यह हौंसला शिरोमणि अकाली दल की सरकार और बादल परिवार नहीं दिखा सकता था।उन्होंने कहा कि अकाली भाजपा गठजोड ने सत्ता के समय दौरान लोगों के पैसों का जी भर कर दुरुपयोग किया नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस पार्टी द्वारा राज्य की बागडोर संभालने के मौके पंजाब गंभीर आर्थिक संकट में से गुजऱ रहा था। अब पंजाब कैप्टन सरकार द्वारा सूबे को आर्थिक तौर पर मज़बूत करने के लिए योजनाबद्ध तरीकों से उपराले शुरू कर दिए गए हैं। उन्होंने इस मौके पर गाँव ईसड़ू के सर्वागीण विकास के लिए पंजाब सरकार द्वारा 1 करोड़ रुपए का अनुदान जारी कराने का भरोसा दिया। इसके साथ ही शहीद करनैल सिंह ईसड़ू के एक पारिवारिक मैंबर को अगले कुछ दिनों में सरकारी नौकरी यकीनी बनाने के लिए मुख्यमंत्री पंजाब से बातचीत करने संबंधी भी कहा। 

प्रवक्ता ने कहा कि पंजाबियों को बलिदान का जज़्बा सिख गुरूओं से विरासत में मिला है और पंजाबियों ने देश को आज़ाद कराने में सबसे बड़ा योगदान डाला है। देश की कुल आबादी में पंजाबियों की संख्या केवल दो प्रतिशत होने के बावजूद पंजाबियों द्वारा देश के लिए की बलिदान, कैदें और घोर सज़ाएं कहीं ज़्यादा हैं। देश को आज़ाद कराने के लिए चली कई लहरों का नेतृत्व पंजाबियों ने किया। उन्होंने आज़ादी संग्रामियों द्वारा देश को आज़ाद कराने के लिए डाले गए बेमिसाल योगदान को याद करते कहा कि यह योगदान हमारे आज के नौजवानों में देश भक्ति की भावना का विकास करने में सहायक सिद्ध होगा।हलका विधायक स. गुरकीरत सिंह कोटली ने गाँव ईसड़ू और इलाको की समस्याओं से अवगत करवाया और कहा कि यदि पिछली सरकार ने इस इलाके के विकास की सुध ली होती तो आज उनको अपने इलाके की माँगों सम्बन्धित विवरण न पेश करने पड़ते। उन्होंने कहा कि गाँव ईसड़ू और हलका खन्ना पिछले समय के दौरान विकास पक्ष से काफ़ी पिछड़ गए थे। उन्होंने मुख्य मेहमान से अपील की कि वह गाँव ईसड़ू में शहीद करनैल सिंह की उपयुक्त यादगार बनाने, खेल स्टेडियम के जल्द निर्माण, खन्ना शहर में 100 प्रतिशत सिवरेज सुविधा, फोकल प्वाईंटों का कायाकल्प और अन्य माँगों संबंधी मुख्यमंत्री पंजाब के साथ विशेष मीटिंग करें जिससे इस हलके के विकास को आगे ले जायो सके।इससे पहले मुख्य मेहमान सहित सभी शख्सियतों ने शहीद करनैल सिंह की प्रतिमा पर फूल मालाएं भेंट की और उनके पारिवारिक सदस्यों को सम्मानित किया। इस मौके पर दूसरो के इलावा शहीद की धर्मपत्नी बीबी चरनजीत कौर, विधायक स. अमरीक सिंह ढिल्लों, विधायक स. लख़बीर सिंह लक्खा, विधायक स. कुलजीत सिंह नागरा, विधायक स. गुरप्रीत सिंह जी. पी., पूर्व मंत्री स. तेज प्रकाश सिंह कोटली, पूर्व मंत्री स. मलकीत सिंह दाखा, डिप्टी कमिशनर श्री प्रदीप कुमार अग्रवाल, जिला पुलिस प्रमुख खन्ना श्री ध्रुव दहीआ के अलावा कई उच्च अधिकारी और प्रमुख शख्सियतें भी उपस्थित थी।