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प्रधानमंत्री को ओछी बातें नहीं करनी चाहिए : एन. चंद्रबाबू नायडू

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नई दिल्ली 21-Jul-2018

आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर आपत्ति जताई और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी तुलना भ्रष्ट राजनेताओं से करके और तेदेपा के अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देने के दौरान ओछी बातें करके उन्हें पीड़ा पहुंचाई है। नायडू ने यहां कहा, इस देश के प्रधानमंत्री के रूप में आपको उस तरह से बातें नहीं करनी चाहिए थी। एक प्रधानमंत्री के रूप में आपको ओछी बातें नहीं करनी चाहिए। मोदी ने शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान कहा था कि जब तेदेपा ने राजग का दामन छोड़ दिया था, तो उन्होंने नायडू को यह कहा था कि वह अपने प्रतिद्वंद्वी वाईएसआर कांग्रेस के जाल में फंस रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि तेदेपा अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए केंद्र पर आरोप लगा रही है। नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री के पद पर बैठे व्यक्ति से इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं थी। नायडू ने कहा, उन्होंने कहा कि आप वाईएसआर कांग्रेस के जाल में फंस रहे हैं। मैं उनसे कहता हूं कि जब तक मैं सही चीजें कर रहा हूं, मुझे और मेरी पार्टी को कुछ नहीं हो सकता। मैं उनसे पूछता हूं कि वह कैसे मेरी तुलना भ्रष्ट व्यक्ति से कर सकते हैं, वाईएसआरसीपी के नेता प्रत्येक सप्ताह अदालत जाते हैं। 

हम संसद में हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव नायडू से ज्यादा परिपक्व हैं। नायडू ने कहा, प्रधानमंत्री को इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। वह भाजपा नीत राजग सरकार द्वारा लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव जीतने के एक दिन बाद यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे। यह प्रस्ताव नायडू की तेलगू देशम पार्टी(तेदेपा) द्वारा लाया गया था। तेदेपा कुछ महीने पहले तक राजग का हिस्सा थी, लेकिन आंध्रप्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग पर पार्टी ने भाजपा का दामन छोड़ दिया। 2014 में आंध्रप्रदेश का विभाजन कर तेलंगाना बनाया गया था। ऐसा माना जा रहा है कि विभाजन से आंध्र को बड़ा नुकसान हुआ, क्योंकि इसकी राजधानी और आईटी सिटी हैदराबाद तेलंगाना के हिस्से में चली गई। नायडू ने कहा कि भाजपा ने एक बार फिर राज्य और इसके पांच करोड़ लोगों को धोखा दिया है और मोदी अपने वादे को निभाने में असफल साबित हुए हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह मोदी द्वारा आंध्रप्रदेश के लिए विशेष दर्जे की वास्तविक मांग को तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस के बीच आंतरिक लड़ाई करार देने पर बहुत दुखी हैं। नायडू ने कहा कि आंध्रप्रदेश के लोगों में भाजपा के खिलाफ बहुत गुस्सा है, क्योंकि उनकी भावनाओं को हल्के में लिया गया।उन्होंने कहा, आंध्र के लोग पूरी तरह व्यथित हैं। लोग उनके साथ हुए अन्याय के लिए गुस्से में हैं। नायडू ने कहा, हम मेहनत करेंगे। हम धन का सृजन करेंगे, लेकिन हम अपनी वास्तविक मांगों के लिए लड़ेंगे। सभी समस्या के लिए, एक राजनीतिक स्थिति होती है। नायडू ने कहा कि मोदी और उनके पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह ने वादा किया था कि बंटवारे के बाद आंध्र के साथ न्याय किया जाएगा, लेकिन यह अभी तक नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, आपने जो वादा किया है, उसे निभाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी ने सदन को यह कहकर गुमराह किया है कि वह विशेष राज्य का दर्जा नहीं दे सकते, क्योंकि 14वें वित्त आयोग ने ऐसा करने से मना किया है। मुख्यमंत्री ने कहा, आपने हमारा अपमान किया है। यह एक सही दृष्टिकोण नहीं है।