5 Dariya News

टेबिल टेनिस की अंतराष्ट्रीय खिलाडी मनिका मनिका बत्रा ने बताए सफलता के गुर

चितकारा इंटरनेशनल स्कूल में स्पोर्टस में कैरियर विषय पर भाषण का आयोजन

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चंडीगढ 13-Jul-2018

बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी है कि उन्हें समय समय पर उद्योगों की जानी मानी हस्तियों से रूबरू कराया जाए ताकि वे अपने आपको समय के अनुसार इंडस्ट्री के लिए तैयार कर सकें। इस सिलसिले में चितकारा इंटरनेशनल स्कूल की तरफ से चेंज द गेम कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिसमें स्कूल के बच्चों को उद्योग, खेल, शिक्षा व उद्यमिता की जानी मानी हस्तियों से मिलने का मौका मिलता है। इस कडी के तहत आज अंतरराष्ट्रीय टेबिल टेनिस खिलाडी मनिका बत्रा को चितकारा इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों के साथ रूबरू कराया गया जिसमें उन्होंने स्पोट्र्स में कैरियर विषय पर प्रेरणास्पद विचार व्यक्त किए। दिल्ली की 23 साल की मनिका बत्रा ने छात्रों के साथ अपनी सफलता की कहानी को साझा किया और कहा है कि हर छात्र को अपना लक्ष्य तय करना चाहिए और उसके लिए कडी मेहनत करनी चाहिए। हाल ही में संपन्न हुए कामनवेल्थ गेम्स मे मनिका के शानदार प्रदर्शन ने इस खेल को और भी मशहूर कर दिया है। पंचकूला में संपन्न हुई नार्थ जोन नेशनल र्रैंकंग टेबिल टेनिस प्रतियोगिता में अपनी शानदार जीत को जारी रखते हुए मनिका ने अपना नाम और रोशन किया। चितकारा इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने उनसे कई तरह के सवाल किए।  आठवीं कक्षा के छात्र के सवाल का जबाव देते हुए मनिका ने बताया कि  वे अब एशियन गेम्स 2018 में भी इस तरह की परफारमेंस की अपेक्षा कर रही है। 

कक्षा छह के एक बच्चे ने उनसे पूछा कि वे खेल और पढाई में किसे चुनना है इसको लेकर उन पर रिश्तेदारों और परिवार का क्या दबाव रहा तो उन्होंने बताया कि उन्हें परिवार से पूरी मदद मिली। खासकर उनकी मां सुषमा बत्रा ने उनकी बहुत मदद की। दसवीं कक्षा के छात्र के सवाल में उन्होंने अपनी सफलता के लिए कोच को क्रेडिट दिया और बताया कि वे उनके लिए पिता के समान हैं। एक सवाल पर उन्होंने बताया कि खिलाडियों के लिए नौकरियों के बहुत ही अच्छे आफर मिलते हैं और वे भारत सरकार के पब्लिक सेक्टर आर्गेनाइजेशन में एक नौकरी कर रही हैं।  अपने भाषण का अंत करते हुए उन्होंने सीआईएस के छात्रों से कहा है कि वे खेल को बहुत ही गंभीरता से लें।इस मौके पर संबोधित करते हुए चितकारा इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसीपल डाक्टर नियति चितकारा ने कहा है कि हम स्कूल में शिक्षा के अच्छे अवसर के अलावा खेलों के बीच में बहुत ही बढिया सांमजस्य को स्थापित करते हैं। हम इस बात को समझते हं कि जिज्ञासा ही बढोतरी व विकास के लिए जरूरी होती है। सीआईएस के युवाओं को अपनी पूरी क्षमता को तलाशने के लिए स्कूल की तरफ से एकेडमिया व इंडस्र्टी के कार्यक्रम जिसे चेंज द गेम के नाम से जाना जाता है का आयोजन किया जाता है।   इस तरह के प्रेरणादायक भाषणों के जरिए छात्रों को प्रेरित किया जाता है कि वे खेलों में अपनी रूचि को पैदा करें और देश के लिए नाम कमाएं।