5 Dariya News

सरकार श्रीनगर शहर में शीघ्र ही जेहलम को अतिक्रमण मुक्त बनायेगी- सईद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी

जेहलम नदी के किनारे रहने वाले लोगों के पुनर्वास हेतु प्रक्रिया शुरू

5 Dariya News

श्रीनगर 13-Jun-2018

सईद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी ने आज जेहलम नदी के किनारे रहने वाले लोगों की पुनर्वास प्रक्रिया की समीक्षा करते हुए कहा कि इन लोगों के पुनर्वास की प्रक्रिया जारी है ताकि नदी के किनारों को अतिक्रमण मुक्त बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि श्रीनगर में जेहलम नदी के किनारों के साथ रहने वाले लोगों को एक समय की राहत देने हेतु कार्य प्रगति पर है ताकि इन किनारों पर सौंदर्यीकरण किया जा सके और इन्हें भविश्य में होने वाली किसी भी आपदा से निपटने हेतु मजबूत बनाया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये कि जब तक इसके किनारे रहने वाले लोगों का उचित रूप से पुनर्वास नही हो जाता जेहलम नदी के किनारों के किसी भी तरफ कोई ढांचा तैयार नही होना चाहिए। इस अवसर पर बुखारी ने आईएंडएफसी विभाग को स्कीमस के निकट बेमिना वाईपास में 15 दिन के भीतर जमीन की भराई का षेश कार्य पूरा करने के निर्देश दिये तथा एसडीए के उपाध्यक्ष से जमीन की भराई पूरी होने के बाद एक सप्ताह के भीतर लाभार्थियों के लिए प्लाटों का सीमांकन सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि श्रीनगर शहर में जेहलम के साथ ठहरने वाले परिवारों तथा हाउसबोटों में रहने वाले परिवारों को बेमिना में चिन्हित स्थलों पर स्थानांतरित किया जायेगा।

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जेहलम नदी के छुटे परिवारों के विवरणों की जांच के लिए पहले से ही बनाई गई उपसमिति आगे की कार्रवाई के लिए इस माह के अंत तक लाभार्थियों की सूची की जांच करेगी। बुखारी ने श्रीनगर विकास प्राद्यिकरण को गुंड-ए-अक्षा में स्थित प्लाटों के लिए विभागों से सडक, बिजली, पानी सहित बुनियादी सुविधाओं की आवश्यकता का अनुमान प्राप्त करने के निर्देश भी दिये। बटमालू तथा ईदगाह निर्वाचन क्षेत्रों में जेहलम के साथ रहने वाले परिवारों के पुनर्वास के सम्बंध में मंत्री को जानकारी दी गई कि रख-ए-गंुड-अक्षा में पहले से ही 160 कनाल भूमि चिहिन्त की गई है तथा इन परिवारों के पुनर्वास की प्रक्रिया जारी है। विधायक बटमालू नूर मोहम्मद, मंडलायुक्त कश्मीर बसीर अहमद खान, उपायुक्त श्रीनगर डॉ सईद आविद रशीद शाह, लावडा के उपाध्यक्ष, श्रीनगर विकास प्राद्यिकरण के उपाध्यक्ष, आईएंडएफसी के एक्सीयन, अन्य वरिश्ठ अधिकारी तथा प्रभावित परिवारों के सदस्य बैठक में उपस्थित थे।