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मधुबन वाटिका स्कूल ने मनाया पर्यावरण दिवस

हमे भविष्य में जीवन की संभावना सुनिश्चित करने के लिए अपने पर्यावरण को स्वस्थ्य रखने लिए पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी "-सुरजीत सिंह

5 Dariya News (विमल सैनी)

नूरपुर बेदी 05-Jun-2018

क्षेत्र के  मधुबन वाटिका पब्लिक स्कूल आसमानपुर (नूरपुर बेदी )ने पर्यावरण दिवस मनाया। इस मौके पर सुरजीत सिंह गुरु जिला जगली जीव ऑफिसर  रूपनगर और सांझ केंद्र नूरपुर बेदी के इंचार्ज बालकृष्ण विशेष तौर पर पहुंचे. जिन्होंने स्कूल स्टाफ और विद्यार्थियों के साथ मिलकर स्कूल के खेल मैदान में पौधे लगाए और बाद में पर्यावरण दिवस  के संबंध में करवाए गए विशेष सेमिनार के दौरान अपने अपने विचार पेश किए! विशेष सेमिनार  दौरान  सुरजीत सिंह गुरु जिला जगली जीव ऑफिसर  रूपनगर  ने   बच्चों को बताया कि वो सभी प्राकृतिक चीजें जो पृथ्वी पर जीवन संभव बनाती है पर्यावरण के अंतरगर्त आती है जैसे की जल, वायु, सूर्य के प्रकाश, भूमि, अग्नि, वन, पशु, पौंधें, इत्यादि ऐसा माना जाता है की केवल पृथ्वी ही पुरे ब्रह्माण्ड में एक मात्र ऐसा गृह है जहा जीवन के अस्तित्व के लिए आवश्यक पर्यावरण है। पर्यावरण के बिना यहाँ हम जीवन का अनुमान नहीं लगा सकते इसीलिए हमें भविष्य में जीवन की संभावना सुनिश्चित करने के लिए अपने पर्यावरण को स्वस्थ्य  रखना चाहिए। यह पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। हर किसी को आगे आना चाहिए और पर्यावरण की सुरक्षा के अभियान में शामिल होना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए पर्यावरण और जीवित चीजो के बीच नियमित रूप से विभिन्न चक्र घटित होते रहते है। हालांकि, अगर किसी भी कारण से ये चक्र बिगड़ जाते हैं तो प्रकृति का भी संतुलन बिगड़ जाता है जो की अंतत: मानव जीवन को प्रभावित करता है। हमारा पर्यावरण हजारो वर्षो से हमें और अन्य प्रकार के जीवो को धरती पर बढऩे, विकसित होने और पनपने में मदद कर रहा है। मनुष्य पृथ्वी पर प्रकृति द्वारा बनाई गई सबसे बुद्धिमान प्राणी के रूप में माना जाता है इसीलिए उनमे ब्रह्मांड के बारे में पता करने की उत्सुकता बहोत ज्यादा है जोकि उन्हें तकनीकी उन्नति की दिशा में ले जाता है।

इस दौरान  श्री बालकृष्ण सांझ केंद्र नूरपुर बेदी के इंचार्ज  नूरपुर बेदी अप्पने संबोधन दौरान किया कि हर व्यक्ति के जीवन में इस प्रकार की तकनीकी उन्नति दिन-ब-दिन पृथ्वी पर जीवन के संभावनाओं को खतरे में डाल रहा है क्योकि हमारा पर्यावरण धीरे-धीरे नष्ट हो रहा है। ऐसा लगता है की ये एक दिन जीवन के लिए बहोत हानिकारक हो जाएगी क्योकि प्राकृतिक हवा, मिट्टी और पानी प्रदूषित होते जा रहे । हालाँकि यह इंसान, पशु, पौधे और अन्य जीवित चीजों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है। हानिकारक रसायनों के उपयोग द्वारा कृत्रिम रूप से तैयार उर्वरक जो की मिट्टी को खराब कर रहे हैं परोक्ष रूप से हमारे दैनिक खाना खाने के माध्यम से हमारे शरीर में एकत्र हो रहे हैं। औद्योगिक कंपनियों से उत्पन्न हानिकारक धुँआ दैनिक आधार पर प्राकृतिक हवा को प्रदूषित कर रहे हैं जो की काफी हद तक हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहे हैं क्योकि इसे हम हर पल साँस लेते हैं। इस व्यस्त, भीड़ और उन्नत जीवन में हमे दैनिक आधार पर छोटी छोटी बुरी आदतों का ख्याल रखना चाहिए। यह सत्य है की हर किसी के छोटे से छोटे प्रयास से हम हमारे बिगड़ते पर्यावरण की दिशा में एक बड़ा सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। हम हमारे स्वार्थ के लिए और हमारे विनाशकारी इच्छाओं को पूरा करने के लिए प्राकृतिक संसाधनों का गलत उपयोग नहीं करना चाहिए। हम हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विकास करना चाहिए लेकिन हमेशा यह सुनिश्चित रहे की भविष्य में हमारे पर्यावरण को इससे कोई नुकसान न हो।  स्कूल की प्रधानाचार्य व अन्य अध्यापकों ,बच्चों ने स्कूल के आसपास पेड़ पौधे लगाए। इस दौरान स्कूल चेयरमैन श्री अमित चड़ा ने स्कूल मे पहुंचे फारेस्ट कर्मचारी को स्कूल  में आने  लिए  धन्यवाद किया, ओर बच्यो को  पर्यावरण की संभाल करन  लिए  प्रेरित किया / इस दौरान श्री  केशव कुमार , अविनास कुमार ,राम कुमार मुकारी ,रोहित सैनी,अमन , धर्मवीर  ,बिमल सैनी,भोला शंकर,संजीव कुमार,आदि मौजूद थे