5 Dariya News

कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की पोलिसी इनेलो ने बनाई : दिग्विजय चौटाला

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चंडीगढ़ 02-Jun-2018

इनेलो शासनकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी ओम प्रकाश चौटाला ने 2003 में कच्चे कर्मचारियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उनके सुखद भविष्य के लिए पक्का करने की पोलिसी बनाई थी जिसमें हजारों कर्मचारियों को पक्का किया गया था। इनसो के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष युवा नेता दिग्विजय चौटाला ने कहा कि आगे भी इनलो शासनकाल बनने पर कच्चे कर्मचारियों को एक कलम से पक्का किया जाएगा और बहुउदेशीय कम्पनियों में हरियाणा के युवाओं को 50 प्रतिशत पद दिए जाएंगे, लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार रोजगार देना तो दूर की बात दिए गए रोजगार को भी छीनने का काम कर रही है।इनसो अध्यक्ष ने कहा कि यदि आंकड़ों की बात की जाए तो हरियाणा प्रदेश के अंदर आज 7 लाख कर्मचारियों की जरूरत है जिसमें केवल 2 लाख 75 हजार कर्मचारी ही काम कर रहे हैं जबकि 55 हजार कच्चे कर्मचारी काम रहे हैं। हर साल 5 हजार कर्मचारी रिटायर होते हैं लेकिन उनके खाली पड़े पदों पर भरने की बजाए भाजपा सरकार रोजगार छीनने पर उतारू है। उन्होंने कहा कि इनेलो द्वारा बनाई गई पोलिसी का लाभ अन्य पार्टियों ने भी उठाया, लेकिन अकेले इनेलो शासनकाल में 50 हजार कच्चे कर्मचारियों को एक कलम से पक्का किया गया था। यही नहीं सर्व कर्मचारी संघ के साथ-साथ अन्य कर्मचारी संघों की मांगों को इनेलो ने एक कलम से पूरा करने का काम किया था। उसके उलट आज विभिन्न कर्मचारी संघ अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन व विरोध प्रदर्शन करते हैं लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। इन सबकी मांगों को इनलो शासनकाल में पूरा किया जाएगा।इनसो नेता ने कहा कि पिछले दिनों हिसार में रोजगार मेला लगाकर सांसद दुष्यंत चौटाला ने 4700 से 7000 बच्चों को प्राइवेट सैक्टरों में अच्छे वेतनमान के साथ रोजगार देने का काम करवाया था वहीं उन्होंने गुरूग्राम जैसे औद्योगिक क्षेत्र में हरियाणा के युवाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षित पद तैयार करने का रोड मैप भी तैयार कर लिया गया है। इनलो सरकार बनते ही गुरुग्राम में बहुप्रतिष्ठित कम्पनियों में 50 प्रतिशत होनहार युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। यही नहीं विभिन्न विभागों में खाली पड़े लाखों पदों को भरने का काम भी इनलो करेगी। दिग्विजय ने कच्चे कर्मचारियों के प्रति आस्था व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा सरकार कर्मचारियों के चूल्हे बुझाने पर तुली है जिसका खमियाजा सरकार को आने वाले विधानसभा में चुकाना पड़ेगा।उन्होंने मनोहर लाल खटटर को अनुभवहीन मुख्यमंत्री बताते देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को कर्मचारियों की समस्याओं का ज्ञान नहीं है तभी तो आए दिन तानाशाही कानून पास करके हर वर्ग को दबाने का कुप्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता इस विषय पर गम्भीर है जिसका परिणाम 2019 के चुनाव में देखने को मिलेगा, जब देश व प्रदेश से भाजपा का बोरिया-बिस्तर सिमट जाएगा।