5 Dariya News

पंजाब पुलिस द्वारा एस.जे.एफ पन्नू और अन्य विदेशी ताकतों की सहायता और प्रशिक्षण से सक्रिय दो खालिस्तानी समर्थक काबू

राज्य में घृणात्मक अपराधों को फैलाने के लिए दोनों को हथियार मुहैया करवाने वाला भी किया गिरफ्तार

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बटाला 02-Jun-2018

पंजाब पुलिस को एक बड़ी सफलता तब हाथ लगी जब पंजाब की एकता और अखंडता को भंग करने के इरादे रखने वाली कुछ कट्टरपंथी और गर्म-दली ताकतों के दो सक्रिय खालिस्तानी समर्थकों को धर दबोचा। इन दोनों को अन्य विदेशी ताकतों के अलावा गुरपतवंत सिंह पन्नू, कानूनी सलाहकार, सिखज़ फॉर जस्टिस (एस.जे.एफ) द्वारा प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता दी जाती थी।पुलिस ने एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ़्तार किया है जो इन दोनों अलगाववादियों को पंजाब में घृणात्मक अपराध फैलाने के लिए हथियार मुहैया करवाया करता था।जि़क्रयोग्य है कि यह गिरफ़्तारी एसजेएफ से संबंधी अमरीका के एक खालिस्तानी ग्रुप द्वारा पंजाब के जेल मंत्री को एक धमकी भरा वीडियो जारी करने के बाद हुई है क्योंकि उन्होंने सिखों के एक अलग इलाके की माँग का विरोध किया था। यह धमकी भरा ट्वीट पन्नू द्वारा श्री रंधावा को कनाडा और अमरीका में खालिस्तान के रेफ्रैंडम के खुले विरोध के तुरंत बाद भेजा गया था। जेल मंत्री ने कहा था कि जो लोग अपने ऐशप्रस्त माहौल में बैठकर खालिस्तान की माँग कर रहे हैं वह भारत में बसते सिखों की भावनाओं से खेल रहे हैं और उनको पंजाब में रहते सिखों की असली तस्वीर की कोई जानकारी नहीं है।पंजाब पुलिस ने पन्नू के धमकी भरे वीडियो को गंभीरता से लिया और इस संबंधी जाँच शुरू कर दी है जिससे एस.जे.एफ के कानूनी सलाहकार के धर्मिंदर सिंह उर्फ कमांडो सिंह (21 साल) और कृपाल सिंह (26 साल) के साथ संबंधों का पता लगाया जासके जोकि उक्त के घर से बटाला के गाँव हरपुरा धनडोई से काबू किये गए थे।इस गिरफ़्तारी संबंधी अधिक जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि दोनों दोषियों ने यह कबूला है कि उनको पन्नू की तरफ से वित्तीय सहायता और भडक़ाया जा रहा था और इसके अलावा वे परमजीत सिंह पम्मा (यू.के), मान सिंह (यू.के), दीप कौर (मलेशिया) के भी संपर्क में थे जिससे हिंसक गतिविधियों को अंजाम दिया जा सके और आई.एस.आई के सहयोग से शुरु की गई ‘लिब्रेशन ऑफ पंजाब’ नाम की अलगाववादी लहर को भारत में और बढ़ावा मिल सके।

प्रवक्ता ने बताया कि उक्त गिरफ़्तारी पुलिस की तरफ से 31 मई को देर रात तब की गई जब पुलिस जि़ला बटाला के ब्लॉक श्री हरगोबिन्दपुर में पड़ते गाँव हरपुरा धनडोई और पंजगराईयां में शराब के दो ठेकों पर लगी आग की जाँच करने पहुँची थी।दोषियों ने पुलिस को बताया कि उनको सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मज़ (वाह्ट्सऐप, टैलिग्राम) के द्वारा विदेशी संचालकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा था और स्प्रे-पेंट के साथ रेफरैंडम-2020 के नारों को दीवारों पर छापने के लिए उकसाया जा रहा था। उन्होंने पुलिस को यह भी बताया कि घल्लूघारा के सप्ताह दौरान अधिक से अधिक सरकारी संपत्ति और शराब के ठेकों को आग लगाने के लिए भी उनको कहा जा रहा था।पुलिस ने निजि तलाशी के दौरान धरमिंदर सिंह के पास से 32 कैलीबर रिवाल्वर बरामद किया। जबकि किरपाल सिंह के घर की तलाशी के दौरान पुलिस को एक .30 कैलीबर पिस्तौल, सिख रेफरैंडम -2020 संबंधी पोस्टर, खालिस्तान जि़ंदाबाद के नारे और रेफरैंडम -2020 का स्टैंसल और स्प्रे पेंट की बोतलें हाथ लगीं। पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों धर्मिंदर सिंह और किरपाल सिंह को धर्मिंदर सिंह के घर से एफआईआर नं.46, तिथि 31.05.2018 को धारा 307,438,427,148,149 आइपीसी अधीन थाना रंगर नंगल, जिला बटाला से गिरफ़्तार किया गया। 

प्रवक्ता ने और बताया कि धर्मेंद्र सिंह की जाँच के दौरान एक और व्यक्ति रवीन्द्र सिंह उर्फ राजा पुत्र साधू सिंह, निवासी दौलतपुर, थाना कादियाँ की भी गिरफ़्तारी हुई है।राजा ने ही करीब 40 दिन पहले धर्मेंद्र को 2 हथियार मुहैया करवाए थे और जिनमें उसने एक किरपाल सिंह को सौंप दिया था जिससे विदेशी ताकतों के इशारे पर घृणात्मक अपराध फैलाया जा सके।पुलिस जाँच के दौरान यह तथ्य भी सामने आए हैं कि धरमिन्दर सिंह जनवरी 2016 से टैरीटोरियल आर्मी (यूनिट 105 टीए, राजपूताना राईफल्ज़) नई दिल्ली में 9 महीनों की हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेता आ रहा था और किरपाल सिंह पुत्र करनैल सिंह गाँव फतेहपुर नवांपिंड, थाना वलटोहा तरन तारन का निवासी है।इस गिरफ़्तारी ने पन्नू के झूठे दावों का पर्दा फाश किया है कि रिफरैंडम -2020 एक निजी हितों की रक्षा और अहिंसक लहर नहीं है। प्रवक्ता ने कहा कि इनके खुलासों से यह भी साबित होता है की पंजाब के भोले -भाले नौजवानों को निशाना बनाकर राज्य में हिंसक घटनाएँ करवाकर एसजेएफ अपने अलगाववादी अभियान को कामयाब करना चाहता है।यह भी बताना लाजि़मी है कि यह गिरफ़्तारी जिला नवांशहर, थाना सदर बंगा के गाँव गुणांचौर में शराब के ठेके को आग लगाने की साजिश रच रहे 4 नौजवानों को पुलिस की तरफ से पकडऩे के दो महीने बाद हुई है। ये चारों नौजवान स्प्रे पेंट के द्वारा रिफरैंडम -2020 के पोस्टर बनाकर मीडिया का ध्यान खिचना चाहते थे और उन पर एफआईआर नं 26, तिथि 2.4.2018, धारा 436,511,120 -बी के अधीन सदर बंगा थाना में मुकद्मा दर्ज किया गया था। जाँच के दौरान उन्होंने माना था कि वे मलेशिया की दीप कौर और पाकिस्तान के फतेह सिंह के कहने पर काम कर रहे थे। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि इन दोषियों को गुरपतवंत सिंह पन्नू की तरफ से आईपीएल मैचों के दौरान रिफरैंडम -2020 के बैनर लगाने के लिए उक्साया जा रहा था जिससे रिफरैंडम -2020 की लहर को पंजाब में प्रचारित किया जा सके।