5 Dariya News

ईएसआईसी की 174वीं बैठक संपन्न

देश के सभी जिलों में डिस्पेंशनरी-सह-शाखा कार्यालय खोले जाएंगे ईएसआईसी अस्पतालों में नर्सिंग इंटर्नशिप प्रोग्राम शीघ्र शुरू होगा

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नई दिल्ली 30-May-2018

केन्द्रीय श्रम और रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष कुमार गंगवार की अध्यक्षता में कल नई दिल्ली में हुई ईएसआई कॉरपोरेशन की 174वीं बैठक में ईएसआईसी की सेवा डिलीवरी व्यवस्था में सुधार की दिशा में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।देश के सभी जिलों में चिकित्सा सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए बैठक में देश के प्रत्येक जिले में ईएसआईसी डिस्पेंशनरी सह शाखा कार्यालय (डीसीबीओ) खोलने का निर्णय लिया गया। डीसीबीओ प्राथमिक चिकित्सा सेवा प्रदान करेगा, मरीजों को द्वित्तीय स्तर की चिकित्सा सेवा के लिए रेफर करेगा, दूसरे स्तर की चिकित्सा रेफरल के बिलों की जांच करेगा। डिस्पेंशनरी-सह-शाखा कार्यालय संशोधित नियोक्ता उपयोग डिस्पेंशनरी, जिले में आईएमपी को औषधि वितरित करेगा, नकद लाभ भुगतान करेगा और जिले में कवरेज के लिए सर्वेक्षण कार्य करेगा। ईएसआईसी डीसीबीओ की स्थापना और संचालन लागत साझा किए बिना ईएसआईसी अस्पतालों के खर्चों की तरह वहन करेगा।बैठक में ईएसआईसी अस्पतालों में नर्सिंग इंटर्नशिप प्रोग्राम प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। यह प्रोग्राम उचित रूप से पंजीकृत नए स्नातक नर्सों के लिए होगा, जो नियमित स्टॉफ की देख-रेख में कौशल विकास करना चाहते है। ईएसआईसी स्नातक नर्सों को व्यावहारिक कार्य का अनुभव कराएगा, जिसमें चिकित्सा व्यवस्था में नर्सिंग के सिद्धांत और वास्तविक नर्सिंग कार्यों की ज्ञान पर फोकस होगा। इंटर्नशिप की अवधि के लिए 22,000 रुपये का स्टाइपेंड (संचित) दिया जाएगा। चयन मेधा के आधार पर होगा और ईएसआईसी अस्पताल के लिए स्टॉफ नर्सों की स्वीकृत संख्या का 20 प्रतिशत इंटर्नशिप के लिए होगा। ईएसआईसी कॉरपोरेशन ने संशोधित बीमा मेडिकल प्रैक्टिशनर (आईएमपी) योजना, 2018 को सिद्धांत रूप में स्वीकृति दे दी है, ताकि आईएमपी योजना को पायलट आधार पर और अधिक आकर्षक बनाया जा सके। 

इस योजना का नए क्षेत्रों और वर्तमान क्षेत्रों में आवश्यकता के अनुसार विस्तार किया जा सकता है। ऐसे क्षेत्र में जहां ईएसआईसी की चिकित्सा स्थापना नहीं है या नए क्रियान्वयन क्षेत्र में प्राथमिक चिकित्सा सेवा इंश्योरेंस मेडिकल प्रैक्टिशनर (आईएमपी) के साथ समझौता करके कैशलेस प्राथमिक चिकित्सा सेवा प्रदान की जा सकती है। ईएसआईसी प्राथमिक चिकित्सा सेवा डिलीवरी के लिए प्राइवेट प्रैक्टिशनर्स (आईएमपी रूप में) की सेवा का उपयोग करेगा, (प्रयोगशाला जांच और औषाधियों को छोड़कर)। बैठक में हरियाणा के बहादुरगढ़ में 100 बिस्तरों का ईएसआईसी अस्पताल निर्माण, उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ईएसआईसी अस्पताल में अति विशेषज्ञ ईलाज के लिए 50 बिस्तरों की अतिरिक्त सुविधा और बिहटा, पटना, बिहार में ईएसआईसी मेडिकल अस्पताल में 100 बिस्तरों की चिकित्सा सुविधा प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया।इसके अतिरिक्त बीवेवाडी, पुणे के ईएसआईसी अस्पताल में बिस्तरों की संख्या 50 से बढ़ाकर 200 करने (500 बिस्तर तक बढ़ाने योग्य) तथा ईएसआईसी अस्पताल नामकुंम, रांची में बिस्तरों की संख्या 75 से बढ़ाकर 200 करने और इस तरह 200 बिस्तरों वाला ईएसआईसी अस्पताल रांची, झारखंड में स्थापित करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई।बैठक में श्रम और रोजगार संचिव श्री हीरा लाल समरिया, संसद सदस्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले ईएसआई निगम के सदस्य, कर्मचारी परिसंघ/संघ, राज्य सरकारों के प्रतिनिधि और श्रम तथा रोजगार मंत्रालय तथा ईएसआईसी के अधिकारी शामिल हुए।