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किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हमारा प्रमुख एजेंडा है- मोहम्मद खलील बंड

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श्रीनगर 18-May-2018

कृशि मंत्री मोहम्मद खलील बंड ने कृशि भवन जम्मू में विभिन्न किसान कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने तथा खरीफ 2018 फसल ऋतु शुरू होने की विभाग की तैयारियों सहित कृशि विभाग की समीक्षा बैठक लेते हुए कहा कि कृशि विभाग को किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने हेतु कार्य करना चाहिए क्योंकि कृशि/बागवानी क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ हैं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों एवं क्षेत्रीय कर्मचारियों को विभिन्न प्रौद्योगिकी हस्तक्षेपों के बारे में जागरूकता बढाने तथा किसानों के कल्याण हेतु सम्पर्णभाव से कार्य करना चाहिए।कृशि उत्पादन विभाग के आयुक्त सचिव मेहराज-उद-दीन खान, कृशि निदेशक जम्मू हरि कृश्ण राजदान, जेके कृशि उद्योग विकास निगम के प्रबंध निदेशक, एसएलयूबी के संयुक्त निदेशक, कृशि संयुक्त निदेशक, कृशि उपनिदेशक, मुख्य कृशि अधिकारी, क्षेत्रीय प्रमुख आदि इस अवसर पर उपस्थित थे। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए मंत्री ने सभी अधिकारियों पर केन्द्र तथा राज्य क्षेत्रीय योजनाओं के दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करने पर बल दिया तथा कहा कि वह शीघ्र ही सभी जिलों में चालू कार्यक्रमों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करेंगे इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार राज्य में कृशि क्षेत्र पर बल देने के लिए वचनबद्ध है तथा राज्य में किसानों की स्थिति में सुधार लाने हेतु विस्तृत प्रयास किये जायेगे।

कृशि मंत्री ने जेके कृशि उद्योग के उपाध्यक्ष तथा वरिश्ठ अधिकारियों की एक टीम के साथ कृशि परिसर तालाब तिल्लो जम्मू में स्थित विभिन्न श्रेणियों का निरीक्षण भी किया। मंत्री ने वर्किंग षैड सह स्टोरेज रूम का उद्धाटन भी किया। कृशि उत्पादन विभाग के आयुक्त सचिव मेहराज-उद-दीन ने इस अवसर पर सभी सीएओ, क्षेत्रीय अधिकारियों तथा एसडीएओ से कृशि क्षेत्र के विकास हेतु धनराशि का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने तथा विस्तृत परियोजना रिर्पोटे पेश करने के लिए कहा। इससे पूर्व कृशि निदेशक जम्मू ने अपने सम्बोधन में विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी तथा मंत्री को बताया कि विभाग ने जम्मू संभाग के सभी स्टोरों में वर्तमान खरीफ ऋतु के लिए 1800 किवंटल से अधिक उच्च गुणवत्ता वाले बीज का भंडार रखा है, जिसमें धान, मक्का, दालें तथा चारा बीज शामिल है।