5 Dariya News

ब्रह्म मोहिंद्रा द्वारा डेंगू की रोकथाम के लिए सम्बन्धित विभागों को कमर कसने की अपील

डेंगू की रोकथाम करना सभी विभागों की साझी जिम्मेवारी, डेंगू के मामलों के प्रबंधन के लिए हेल्पलाइन की जायेगी स्थापित

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चंडीगढ़ 16-May-2018

पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री  ब्रह्म मोहिंद्रा ने डेंगू की बीमारी के रोकथाम के लिए सम्बन्धित विभागों की तैयारियों का जायज़ा लिया। उन्होंने कहा कि इस मौसम में हमेशा डेंगू की बीमारी बढऩे संबंधी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी चिंतित हैं और उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागों को राज्य में इस बीमारी के रोकथाम के लिए सुचारू ढंग से कार्य करने की हिदायतें भी दीं हैं। डेंगू और अन्य छूत की बीमारियों की रोकथाम सम्बन्धित स्टेट टास्क फोर्स की मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चाहे डेंगू की रोकथाम में अलग अलग विभागों की अपनी अहम भूमिका है परन्तु फिर भी जब डेंगू फैलता है तो इसका सब से बड़ा बोझ स्वास्थ्य विभाग पर पड़ता है। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री के साथ अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं मैडीकल शिक्षा और खोज श्री सतीश चंद्र भी उपस्थित थे। इस मीटिंग में दूसरों के अलावा पशु पालन और मछली पालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री जी. वज्रलिंगम, श्रम विभाग के प्रमुख सचिव श्री संजय कुमार, स्थानीय निकाय विभाग के प्रमुख सचिव ए. वैनूं प्रसाद, जल स्पलाई और सेनिटेशन के प्रमुख सचिव श्रीमती जसप्रीत तलवाड़, ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के डायरैक्टर श्रीमती तनू कश्यप, स्कूल शिक्षा के जनरल डायरैक्टर, स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर और इंडियन मैडीकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) के राज्य अध्यक्ष डा. पी.के. गोयल भी उपस्थित थे। श्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने ज़ोर दिया कि मच्छरों की वृद्धि की रोकथाम के लिए सभी सम्बन्धित विभागों की सक्रिय सहभागिता राज्य में डेंगू की रोकथाम के लिए अहम भूमिका निभा सकती है और हज़ारों लोगों को डेंगू के खतरे से बचा सकती है।

यह समागम समूचे राज्य में राष्ट्रीय डेंगू दिवस के साथ मनाया जायेगा। मीटिंग के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने प्रमुख सचिव स्थानीयनिकाय को डेंगू की रोकथाम के लिए शहरी इलाकों में फौगिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कीटनाशकों की खरीद जल्द करने के निर्देश दिए। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि चाहे मौजूदा वर्ष के दौरान राज्य में डेंगू के चार मामले दर्ज किये गए परन्तु स्थानीयनिकाय विभाग ने कीटनाशकों की उपलब्धता न होने के कारण मच्छरों की रोकथाम के लिए ज़रुरी कदम नहीं उठाए। प्रमुख सचिव स्थानीय निकाय की तरफ से भरोसा दिलाया गया कि आने वाले दिनों में ज़रुरी कीटनाशक खऱीदे जाएंगे और राज्य के सभी कस्बों में छिड़काव किया जायेगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि स्थानीय निकाय विभाग को मच्छरों की वृद्धि की रोकथाम के लिए लार्वे को ख़त्म करने वाले नाशकों का प्रयोग करना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने स्थानीय निकाय विभाग को शहरी क्षेत्रों में पानी की पाईपों का सर्वेक्षण करवाने के लिए कहा क्योंकि पिछले साल बहुत से कस्बों में पानी के नमूने सही नहीं पाए गये और हैज़ा फैलने के कई मामले सामने आए थे।स्वास्थ्य मंत्री ने इच्छा प्रकट की कि श्रम विभाग को ईंट भट्टों और प्रवासी मज़दूरों के घरों के मैपिंग की शुरुआत करनी चाहिए जिससे मलेरिया, डेंगू और छूत की अन्य बीमारियों की निगरानी के लिए श्रम एवं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से साझे तौर पर सर्वेक्षण किये जा सकें। स्थानीय निकाय विभाग के मुख्य सचिव श्री संजय कुमार ने कहा कि इलाकावार मैपिंग और सर्वेक्षण में पूरा सहयोग देना यकीनी बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह भी यकीनी बनाया जायेगा कि उनका विभाग भट्टा मालिकों के साथ मिलकर इन इलाकों में खड़े पानी के कारण पैदा होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए काम करेगा।शहरी विकास एवं पंचायत विभाग के डायरैक्टर श्रीमती तनू कश्यप ने डेंगू या मलेरिया के मामलों की रिपोर्ट मिलने पर ग्रामीण क्षेत्रों में सफ़ाई यकीनी बनाने के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में छिड़काव के लिए कामगारों का प्रबंध करने के लिए विभाग की तरफ से अधिक सहयोग देने का भरोसा भी दिलाया। यह फ़ैसला किया गया कि स्वास्थ्य विभाग उन गाँवों की जानकारी सभी सम्बन्धित विभागों के साथ साझा करेगा, जहाँ मलेरिया या डेंगू के मामले सामने आऐंगे जिससे तुरंत उपचारी कदम उठाए जा सकें।

श्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने ट्रांसपोर्ट विभाग को यह यकीनी बनाने के लिए निर्देश दिया कि टायरों का इस तरह ढेर न लगाया जाये कि इनमें पानी खड़ा हो और मच्छरों के वृद्धि को रोका जा सके। ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारी ने स्वास्थ्य मंत्री को सूचित किया कि उन्होंने पुराने टायरों की नीलामी पहले ही शुरू कर दी है। उन्होंने इंडियन मैडीकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. जतिन्दर कांसल को निर्देश दिए कि सभी प्राईवेट डाक्टर डेंगू और खड़े पानी से पैदा होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए भारत और पंजाब सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करें। उसने यह भी निर्देश दिया कि डेंगू के मामलों सम्बन्धित रिपोर्ट मिलने पर प्राईवेट डाक्टर सम्बन्धित जिले के सिविल सर्जन को तुरंत जानकारी दें जिससे स्वास्थ्य विभाग स्थानीयनिकाय विभाग से तालमेल करके सम्बन्धित क्षेत्र में एहतियाती कदम उठा सकें। श्री सतीश चंद्र ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू के मामलों की टेस्टिंग और इलाज की सुविधा मुफ़्त मुहैया करवाई गई है और डेंगू के रोकथाम के लिए जल्द सभी सरकारी अस्पतालों में विशेष डेंगू वार्ड स्थापित किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस सीज़न में डेंगू की बीमारी के रोकथाम के लिए पूरी तरह तैयार है। स्वास्थ्य मंत्री ने पंजाब हैल्थ सिस्ट्म्स कार्पोरेशन के डायरैक्टर (पी.एच.एस.सी.) को कहा कि लोगों की सुविधा के लिए 104 के साथ एक और हेल्पलाइन नंबर शुरू किया जाये जिससे राज्य के लोग डेंगू सम्बन्धित जांच और इलाज केन्द्रों सम्बन्धित जानकारी हासिल कर सकें। डायरैक्टर पी.एच.एस.सी. ने भरोसा दिया कि इस सीज़न में 104 के साथ एक और हेल्पलाइन चालू कर दी जायेगी। स्वास्थ्य मंत्री की तरफ से अस्पतालों में डेंगू कॉर्नर बनाने संबंधी भी निर्देश दिए गए जिससे इस बीमारी से पीडि़त मरीज़ों को पहल के आधार पर स्वास्थ्य सहूलतें मिल सकें। श्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने कहा कि सभी सम्बन्धित विभाग नोडल अफ़सर नियुक्त करेंगे जिससे इन नोडल अफसरों की बाकायदा मीटिंगों का प्रबंध किया जा सके। स्वास्थ्य विभाग नोडल अफसरों की मीटिंग करवाने के लिए तालमेल करेगा और डेंगू की रोकथाम के लिए उठाए कदमों का जायज़ा लेता रहेगा जिससे चालू वर्ष के दौरान राज्य में डेंगू से होने वाली मौतों की दर को घटाया जा सके।