5 Dariya News

नुरपूर हादसे का दर्द बांटने वीरभद्र सिंह परिजनों से मिले

5 Dariya News (विजयेन्दर शर्मा)

कांगड़ा 13-Apr-2018

जिला कांगड़ा के नुरपूर के मलकवाल इलाके में वजीर राम सिंह पठानिया स्कूल के बच्चों की दर्दनाक बस हादसे में मौत  को लेकर उनके परिजन आज भी मातम में हैं।  नन्हे नौनिहालों की यादों में डूबे का ढाढस बंधाने के लिए शुक्रवार को कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उनके घर पहुंचे। मुश्किल वक्त में मां-बाप के हालात देख वीरभद्र सिंह भी भावुक हो गए। वीरभद्र सिंह सबसे पहले पठानकोट के एक निजी अस्पताल गए, वहां उन्होंने दाखिल सात बच्चों का हाल जाना, जिसके बाद वह नूरपुर सिविल अस्पताल पहुंचे और वहां पर उपचारधीन घायल बच्चों से मिले और उनका हाल जाना।नुरपूर सिविल अस्पताल में दाखिल बस हादसे के गवाह रणवीर का भी वीरभद्र सिंह ने हाल जाना। उन्होंने रणवीर की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए उसकी हौसला अफजाही की। इसके बाद वीरभद्र सिंह घटना स्थल पर गए, जहां से बस खाई में लुढक़ी थी। यहां थोड़ा समय बिताने के बाद वीरभद्र सिंह गांव के टेडे-मेढ़े रास्तों पर चलते हुए खवाड़ा गांव पहुंचे। बता दें कि यह वही गांव हैं, जिसने मकवाल हादसे में सबसे ज्यादा मासूम खोए हैं।

बस हादसे ने इस गांव से 12 मासूम छीने हैं। वीरभद्र सिंह ने बारी-बारी सभी प्रभावित परिवारों के घरों में जाकर मां-बाप को ढांढस बंधाया। गांव के ही दो भाइयों जिन्होंने अपनी दुनिया इस हादसे में खो दी है, उनसे मिलने के बाद वीरभद्र सिंह भी अपने दर्द को संभाल नहीं पाए और फिर भावुक हो गए। उन्होंने माता-पिता को सांत्वना दी, और इस मुश्किल घड़ी से उबरने के लिए उन्होंने भगवान से प्रार्थना की। वीरभद्र सिंह इसके बाद फंगोटा, थीर, सुल्याली भी गये। वीरभद्र सिंह बारी-बारी सभी बच्चों के घर-जारकर परिजनों को सांत्वना दी। इस हृदयविदारक हादसे में 23 बच्चों सहित 27 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी।वीरभद्र सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जहां पर यह हादसा हुआ है वहां पर क्रैश बैरियर लगाने की जरूरत है। वे सरकार से आग्रह करेंगे की यहां पर क्रैश बैरियर लगाए जाएं। इसके अलावा जहां से सडक़ चौड़ी हो सकती है वहां पर इसे चौड़ा किया जाए ताकि इस तरह के हादसों को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि स्कूलों की बसों की मेंटेनेंस भी होनी जरीरी है यह काम शिक्षा विभाग का है। उन्हें इस पर नजर रखनी चाहिए। वीरभद्र सिंह ने कहा कि उन की संवेदनाएं हादसे में जान गंवाने वाले मासूमों के परिजनों के साथ है। वे भगवान से कामना करते हैं कि अस्पताल में दाखिल बच्चे जल्द स्वस्थ होकर घर आएं।