5 Dariya News

स्वच्छता आंदोलन को 'जनांदोलन' में बदलना होगा : नरेंद्र मोदी

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मोतिहारी (बिहार) 10-Apr-2018

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां मंगलवार को कहा कि स्वच्छता अभियान के तहत बिहार में हो रहे कामों की तारीफ करते हुए कहा कि स्वच्छता केवल सरकार का काम नहीं है, इसे जनांदोलन के रूप में बदलना होगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का मिशन हो, काला धन या भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई हो या फिर आम जन की सुविधाओं की बात हो, केंद्र सरकार और नीतीश कुमार की सरकार साथ चल रही है। उन्होंने कहा कि आज महात्मा गांधी की इस कर्मभूमि पर 100 साल पुराने इतिहास को फिर से दोहराया जा रहा है। चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के समापन अवसर पर 'सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह' कार्यक्रम में करीब 20 हजार स्वच्छाग्रहियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि चंपारण की धरती ने 100 साल पहले एक ऐसा ही आंदोलन देखा था, जिसमें देश के विभिन्न जगहों से आए लोग गांधी के साथ चल दिए थे। आज देश और दुनिया में एकबार फिर इस धरती से स्वच्छता आंदोलन की शुरुआत हुई है। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी भाषा में करते हुए इस क्षेत्र को नमन किया और कहा कि इसी धरती ने मोहनदास करमचंद गांधी को महात्मा गांधी और देश का 'बापू' बना दिया। विभिन्न राज्यों से आए स्वच्छाग्रहियों को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि इनमें आज भी गांधी के विचार, उनके अंश जिंदा हैं, तभी तो वे विभिन्न जगहों से आकर यहां बिहार की गलियों में घूम-घूमकर लोगों को स्वच्छता का संदेश दे रहे हैं। 

उन्होंने स्वच्छता अभियान में बिहार का काम की सराहना करते हुए कहा कि पिछले कुछ वक्त में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह में बिहार में करीब साढ़े आठ लाख शौचालयों का निर्माण कराया गया है, यह कोई छोटा काम नहीं है। मोदी ने कहा, "स्वच्छता को लेकर बिहार में लोगों के बीच जागरूकता आई है, लोग स्वच्छता का मतलब समझने लगे हैं। बिहार जल्द ही स्वच्छता का आंकड़ा बढ़ाकर राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच जाएगा। इसके लिए बिहार के लोग बधाई के पात्र हैं।"उन्होंने स्वच्छता अभियान से जुड़े अधिकारी परमेश्वर अय्यर की तारीफ करते हुए कहा कि परमेश्वर अय्यर अमेरिका में नौकरी छोड़कर अपने देश में काम करने के लिए वापस आए थे। अपनी सरकार के कामों की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "केंद्र की राजग सरकार 'सबका साथ सबका विकास' के मंत्र पर काम कर रही है, जबकि विरोधी लोग समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं।"मोदी ने बिहार की धरती को रास्ता दिखाने की धरती बताते हुए कहा कि सौ साल में भारत की तीन कसौटियों के समय बिहार ने देश को रास्ता दिखाया। जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा था, तब बिहार ने मोहनदास करमचंद गांधी को बापू बना दिया था। जब जमीन की बात आई तब आचार्य विनोबा भावे ने 'भूदान आंदोलन' की शुरुआत कर देश को रास्ता दिखाया। 

इसके बाद जब देश के लोकतंत्र पर संकट आया तो इसी धरती के लाल जयप्रकाश नारायण ने लोकतंत्र को बचा लिया था।मोदी ने अपने भाषण में गांधी का नाम बार-बार लिया, लेकिन क्या वजह है कि भाजपा सांसद साक्षी महाराज मीडिया के सामने कहते हैं कि गांधी का हत्यारा नाथूराम गोडसे उनका आदर्श है, उनके लिए पूजनीय है। जब मोदी खादी के कैलेंडर से गांधी की तस्वीर हटवाकर अपनी लगवा लेते हैं और इस पर हरियाणा की भाजपा सरकार के मंत्री अनिल विज कहते हैं कि 'अब तो नोटों से भी गांधी हटाए जाएंगे।' इससे स्पष्ट है कि गांधी के लिए उनके दिल में कोई जगह नहीं है, गांधी का नाम लेना उनकी सियासी मजबूरी है। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर करीब छह हजार छह सौ करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं कहीं न कहीं स्वच्छता से जुड़ी हुई हैं। आज की ये परियोजनाएं केंद्र सरकार के उस विजन का परिणाम है, जिसमें पूरे भारत का विकास निहित है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी की जरूरतों देखते हुए इन इलाकों में हाईवे, रेलवे, वाटरवे इन सभी का विकास तेज गति से हो रहा है। इससे पहले प्रधानमंत्री के पटना पहुंचने पर पटना हवाईअड्डे पर बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई केंद्रीय मंत्रियों और राज्य के मंत्रियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वे पटना से मोतिहारी पहुंचे।