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पंजाब पुलिस ने आई.एस.आई सहायता प्राप्त कट्टरपंथी नवयुवक को गिरफ़्तार कर बड़े 'लोन वोल्फ अटैक को टाला

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चंडीगढ़ 05-Apr-2018

पंजाब पुलिस ने उच्च शिक्षा प्राप्त परंतु कट्टरपंथी नौजवान इंद्रजीत सिंह उर्फ रिंकू, जिसने पाकिस्तान की एजेंसी आई.एस.आई. की सहायता से देसी बम बनाने का प्रशिक्षण हासिल किया हुआ था, को गिरफ़्तार करके राज्य में होने वाले एक बड़े 'लोन वोल्फ अटैक को टालने में सफलता हासिल की है।'लोन वोल्फ अटैक हमले की वह विधि है जिसमें आतंकवादी रोजाना या साधारण चीजों का प्रयोग करते हैं और इस हमले में अकेला व्यक्ति ही पूरे हमले को अंजाम देता है।इंजीनियरिंग में ग्रैजुएट और एम.बी.ए. पास इंद्रजीत सिंह फरीदाबाद का रहने वाला है और उसे बुद्धवार को साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर से गिरफ़्तार किया गया। इस दौरान उसकी फोर्ड फीगो ऐसपायर कार नंबर एच.आर. 01 ए.आर. 5972 में से रासायनों और आधुनिक इलेक्ट्रानिक रिमोट कंट्रोल सहित धमाकेदार पदार्थ बरामद किये गए।पुलिस के एक प्रवक्ता के अनुसार संदिग्ध की प्राथमिक पूछताछ से पता चला है कि वह आई.एस.आई. के इशारों पर काम कर रहा था जिसकी ओर से उसे यहां उपलब्ध रासायनों और कलपुर्जो से तैयार देसी बमों से पंजाब में धमाके करने की जि़म्मेदारी सौंपी गई थी और उसने यह समान मार्कटिंग वेबसाइटों के द्वारा प्राप्त किया।उसके कब्जे से बरामद की गई विस्फोटक सामग्री में डिजिटल रिमोट कंट्रोल (बहुउपयोगी), 2 लाईट रिमोट कंट्रोल और रासायनों सहित अन्य कई पदार्थ शामिल हैं। यह विस्फोटक सामग्री उसके द्वारा फरीदाबाद से एस.ए.एस. नगर के लिए यात्रा के लिए इस्तेमाल किये गए वाहन में से बरामद की गई।

पूछताछ के दौरान इंद्रजीत, जो वर्तमान समय फरीदाबाद में जेसीबी कंपनी के लिए काम कर रहा है, ने बताया कि फेसबुक पर 2 साल पहले आई.एस.आई के अफसरों ने उससे संपर्क किया था और तब से ही वह उनके साथ बातचीत करता रहता था और डी.आई.वाई किटों (डू ईंट यूरसैलफ, ख़ुद बम तैयार करने वाली किट) की मदद से  बम बनाने के तरीके सीखता रहता था।जांच से यह संकेत मिले हैं कि पाकिस्तानी ख़ुफिय़ा एजेंसी के अधिकारियों ने उसका चयन सोशल मीडिया पर उसके द्वारा डाली अपनी जानकारी और पोस्टों के आधार पर की थी और उन्होंने उसकी कट्टर सोच को और मज़बूत किया।प्रवक्ता ने बताया कि पाक इंटेलिजेंस के जिन अफसरों ने इंद्रजीत को कट्टरपंथी बनाया उन्होंने पंजाब पुलिस की तरफ से 29 मई 2017 को बेनकाब किये गए आतंकवादी ढांचो से भी सक्रिय तालमेल और नैटवर्क कायम किया हुआ था। इस आतंकवादी ढांचे का मास्टर माइंड मोहाली निवासी हरबिंदर सिंह था जो फेसबुक्क द्वारा इन्द्रजीत सिंह के संपर्क में था।हरबिंदर सिंह की गिरफ़्तारी के बाद, इंद्रजीत एक 'लोन वोल्फ के तौर पर काम रहा था और देसी बम बनाने के लिए ऑनलाइन मार्कटिंग वेबसाइटों से सामग्री प्राप्त कर रहा था। प्रवक्ता ने बताया कि इंद्रजीत बहुत कट्टरपंथी है और उसे आतंकवादी गतिविधियों करने के लिए प्रेरित किया गया है।उसके विरुद्ध अवैध गतिविधियों की रोकथाम की धारा 17, 18, 20 के अंतर्गत और विस्फोटक पदार्थों एक्ट की धारा 3, 4, 5के अंतर्गत पुलिस स्टेशन एस.एस.ओ.सी, मोहाली में मुकदमा दर्ज करके आगामी जांच शुरू कर दी गई है।