5 Dariya News

इराक में मारे गए पंजाबियों के परिवारों को सरकारी नौकरी और 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा

पंजाब सरकार दुख की घड़ी में इन पीडि़त परिवारों के साथ है - नवजोत सिंह सिद्धू

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अमृतसर 02-Apr-2018

इराक में इस्लामिक स्टेट हाथों मारे गए 39 भारतियों में से 38 की मृतक अवशेष आज स्थानीय गुरू राम दास हवाई अड्डे पर पहुंच गये। विदेश राज्य मंत्री श्री वी. के. सिंह इराक से हवाई फ़ौज के जहाज़ में ये मृतक शरीर लेकर सीधे अमृतसर पुहंचे। जहां पंजाब सरकार की तरफ़ से स्थानीय निकाय मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू ने 27 पंजाबियों के  शव प्राप्त किये, जबकि 4 मृतक नौजवान हिमाचल प्रदेश के होने के कारण उनके शव हिमाचल प्रदेश के खाद्य  आपूर्ति और उपभोक्ता मामले मंत्री श्री किशन कपूर लेकर हिमाचल के लिए रवाना हो गए। 7 नौजवान पश्चिमी बंगाल और बिहार से संबंधित थे, जिनके शव यहां से दूसरे हवाई जहाज़ में लेकर श्री वी. के. सिंह अमृतसर से कोलकाता के लिए रवाना हुए। हवाई अड्डे पर प्रैस कांफ्रेंस को संबोधन करते हुये स. नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि मुख्यमंत्री  पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उनको उक्त पीडि़त परिवारों से दुख सांझा करने के लिए विशेष तौर पर भेजा है और उनके आदेश के अनुसार मैं पंजाब सरकार की तरफ से पीडि़त परिवारों के एक-एक सदस्य को योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी और 5 लाख रुपए नकद देने का ऐलान कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से पहले भी उक्त पीडित परिवारों को 20 हज़ार रुपए प्रति माह पैंशन दी जा रही है और सरकार दुख की घड़ी में इन परिवारों के साथ है। उन्होंने कहा कि मुझे दुख है कि हमारे बच्चे विदेश की धरती पर काम करते हुए आतंकवादियों के हाथों मारे गए हैं। इस अवसर पर उन्होंने स्पष्ट किया कि पंजाब सरकार केंद्र सरकार से मिलकर गलत ढंग से नौजवानों को विदेश भेजने वाले ट्रैवल एजेंटों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाएगी, जिससे नौजवानों को गुमराह करने वाले इन लोगों को नकेल डाली जा सके। स. सिद्धू ने इस अवसर पर श्री वी. के. सिंह का विशेष धन्यवाद किया, जिनकी कोशिशों स्वरूप इन नौजवानों के शव अपनी धरती पर पहुंच सकें  हैं। 

इस अवसर पर विदेश राज्य मंत्री श्री वी. के. सिंह ने लोगों से अपील की कि वह गलत लोगों के हाथों में आकर अनुचित ढंग से अपने बच्चों को विदेश न भेजें, क्योंकि एजेंटों की तरफ से दिखाए सपने अक्सर सत्य नहीं होते। उन्होंने बताया कि विदेश विभाग ने इराक की फ़ौज के साथ लगातार संबंध रखकर इन नौजवानों का पता लगाया और फिर मृतक शरीर ढूंढे। उसके बाद में डी. एन. ए. रिपोर्टों के आधार पर इनके परिवारों की शिनाख़्त की गई, तब जाकर यह मृतक शरीर भारत आ सके हैं। उन्होंने बताया कि एक भारतीय का डी. एन. ए. पूरा न मिलने के कारण अभी उसका शव भारत नहीं लाया जा सका। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भी राज्य सरकार के साथ मिलकर इन परिवारों की हर संभव सहायता करेगी। उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार द्वारा इस अवसर पर शवों को उनके घरों तक पहंचाने और आए हुए माता-पिता और रिश्तेदारों की सुविधा के लिए हर तरह की सहायता की गई। जिला प्रशासन की तरफ से डिप्टी कमिशनर स. कमलदीप सिंह संघा के नेतृत्व अधीन प्रत्येक शव घर तक पहुंचाने के लिए एम्बूलैंस के साथ-साथ एक-एक अधिकारी की ड्यूटी लगाई गई थी, जोकि इमीग्रेशन और मैडीकल दस्तावेज़ों की कार्यवाही पूरी करवा के शव लेकर रवाना हुए।  इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री श्री विजय सांपला, लोक सभा सदस्य स. गुरजीत सिंह औजला, विधायक स. हरप्रताप सिंह अजनाला, श्री लाली मजीठिया और अन्य हस्तियां भी पीडि़त परिवारों के साथ हमदर्दी का प्रगटावा करने के लिए पहुंचे हुए थे। जिला प्रशासन की तरफ से अतिरिक्त मुख्य प्रशासक ए. डी. ए. स. तजिंदरपाल सिंह संधू, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्री रवींद्र सिंह, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्री सुभाष कुमार, सहायक कमिश्नर मैडम अलका कालिया, एस डी एम श्री नीतीश सिंगला, एस डी एम श्री रजत ऑबराय, एस डी एम श्री विकास हीरा, एस डी एम श्री रवीन्द्र सिंह अरोड़ा, ज्वाइंट कमिश्नर श्री सौरव अरोड़ा और अन्य विभागों के सीनियर अधिकारी भी पीडि़त परिवारों की सहायता के लिए सुबह से ही हवाई अड्डे पर उपस्थित रहे।