5 Dariya News

गूगल का डूडल कमलादेवी चट्टोपाध्याय को समर्पित

5 Dariya News

नई दिल्ली 03-Apr-2018

सर्च इंजन गूगल ने मंगलवार को कमला देवी चट्टोपाध्याय की 115वीं जंयती पर एक विशेष डूडल समर्पित कर याद किया और एक स्वंतत्रता सेनानी, सामाजिक कार्यकर्ता, कलाकार और कला की प्रचारक के रूप में उनकी सराहना की। फिनलैंड में रहने वाली भारतीय कलाकार पार्वती पिल्लई द्वारा बनाए गए डूडल में कमला देवी के इर्दगिर्द कई सांस्कृतिक चीजें हैं, जिनके उत्थान व संरक्षण के लिए उन्होंने काम किया। डडूल में वह सितार, सारंगी, कत्थक नृत्य, छाऊ नृत्य, कढ़ाई, टोकरी बुनाई और कठपुतली के बीच नजर आ रही हैं। कमला देवी ने भारत के लिए कई योगदान दिया। 1987 में वह पद्मविभूषण से सम्मानित हुईं और मुख्य रूप से 20वीं सदी की शुरुआत में महात्मा गांधी द्वारा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में मार्च करने के लिए महिलाओं को राजी करने के लिए जानी जाती हैं। उन्हें भारतीय हस्तशिल्प, हथकरघा और रंगमंच को फिर से जीवंत करने के लिए भी जाना जाता है। 

साल 1903 में मंगलौर में जन्मीं कमला देवी चट्टोपाध्याय ने 20 साल की उम्र में हरिंद्रनाथ चट्टोपाध्याय से शादी की और लंदन चली गईं, जहां उन्होंने समाजशास्त्र में डिप्लोमा के साथ स्नातक पूरा किया। भारत लौटने पर वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गईं। वह मद्रास प्रोविंशियल लेजिस्लेटिव असेंबली के लिए चुनाव लड़कर विधानसभा सीट के लिए चुनाव लड़ने वाली पहली महिला बनीं। उन्होंने भारतीय नृत्य, नाट्य, कला, कठपुतली, संगीत, हस्तशिल्प को संरक्षित करने व बढ़ावा देने के लिए पहले राष्ट्रीय संस्थान स्थापित किए। वह अपने समय की उन महिलाओं में से एक रहीं जिन्होंने महिला अधिकारों, धर्म, स्वतंत्रता, पर्यावरण न्याय, राजनीतिक स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों के लिए आवाज बुलंद किया। गूगल ने अपनी श्रद्धांजलि में कहा, "कमला देवी चट्टोपाध्याय को 115वें जन्मदिन की शुभकामनाएं।"