5 Dariya News

निशुल्क बिजली जारी रहेगी, किसानों से बिल लेने का सवाल ही पैदा नहीं होता -कैप्टन अमरिंदर सिंह

अकालियों को झूठ प्रचार करने पर कड़े हाथों लिया, कृषि कजऱ् माफी को पूरी तरह लागू करने का भरोसा

5 Dariya News

नकोदर (जालंधर) 14-Mar-2018

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के लोगों को गुमराह करने के किये जा रहे भद्दे यतनों के लिए अकालियों पर बरसते हुये किसानों के साथ वायदा किया कि कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने चुनाव घोषणा पत्र में कजऱ् माफी के किये वायदे को पूरी तरह लागू किया जायेगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि कृषि के लिए मुफ़्त बिजली को वापस लेने का सवाल ही पैदा नहीं होता।राज्य के 10.25 लाख छोटे और सीमांत किसानों के लिए कजऱ् माफी के दूसरे पड़ाव के अंतर्गत आज यहाँ दाना मंडी में 29,192 किसानों को 162.16 करोड़ रुपए के कजऱ् माफी सर्टीफिकेटों बाँटने के लिए रखे गए समागम दौरान मुख्यमंत्री किसानों को संबोधित कर रहे थे। आज के समागम में जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, फाजिल्का और फिऱोज़पुर के योग्य किसान को कजऱ् माफी के सर्टिफिकेट दिए गए।किसानों को सर्टिफिकेट बाँटने को कांग्रेस पार्टी द्वारा किसानों के साथ किये चुनाव वायदे को पूरा करने के यतनों का हिस्सा बताते कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों को भरोसा दिया कि कजऱ् माफी में थोड़ी -बहुत देरी फंड की कमी करके नहीं हो रही बल्कि योग्य किसानों की शिनाख्त और तसदीक की प्रक्रिया करके हो रही है। परन्तु उन्होंने स्पष्ट किया कि वह किसानों का कजऱ् माफ करने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने विधानसभा मतदान से पहले जहाँ -जहाँ भी राज्य का दौरा किया था, वहां किसान आत्महत्यओं की घटनाएं सुनने के बाद कजऱ् माफी का वायदा किया था।मुख्यमंत्री ने बताया कि जब से कांग्रेस सरकार ने राज्य की बागडोर संभाली है, उस समय से ले कर आत्महत्याएं घटीं हैं और राज्य की स्थिति में बड़ा सुधार हुआ है जिस के तथ्य सरकार की तरफ से विधानसभा के आगामी सत्र में पेश किये जाएंगे।ट्यूबवैलों पर मीटर लाने के मुद्दे पर अकालियों द्वारा उनकी सरकार खि़लाफ़ किये जा रहे झूठ प्रचार और झूठ बोलने पर कड़ी अलोचना करते मुख्यमंत्री ने किसानों की मुफ़्त बिजली वापस लेने के किसी भी प्रस्ताव को रद्द कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा राज्य के 13.5 लाख ट्यूबवैलों में से सिफऱ् 900 ट्यूबवैलों पर मीटर लगाऐ जाने हैं जो भू जल को बचाने के उद्देश्य के साथ खोज प्रोजैकट के हिस्से अंतर्गत किया जाना है। उन्होंने किसानों को यकीन दिलाते कहा कि इन मीटरों के बदले में किसानों को निजी प्रयोग के लिए नगदी बचाने के रूप में रियायत भी दी जायेगी। 

मुख्यमंत्री ने मिसाल देते कहा कि यदि एक किसान को ट्यूबवैल की बिजली उपभोग के लिए 10 हज़ार रुपए दिए जाते हैं और बिजली पर खर्चा सिफऱ् 7000 रुपए होता है तो बाकी बचता 3000 रुपए उन किसानों की जेब में चला जायेगा और इसके साथ ही वह किसान राज्य में पानी के गिर रहे स्तर को बचाने के लिए भी अपना योगदान पायेगा।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस मुद्दे पर अकालियों द्वारा कांग्रेस विरुद्ध झूठे दोष लगा कर लोगों के मन में गलतफहमी पैदा की जा रही है। उन्होंने कहा कि इन मीटरों से पैसो की वसूली का तो सवाल ही पैदा नहीं होता।मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ीयों के लिए पानी बचाना हमारी जि़म्मेदारी बनती है। उन्होंने सचेत करते कहा कि यदि तत्काल तौर पर पानी के गिर रहे स्तर को रोकने के लिए कोई प्रयास न किया गया तो पंजाब को मारूथल बनने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने पटियाला की मिसाल भी दी जहाँ 30 वर्षो में पानी का स्तर 70 फुट से गिर कर 700 फुट तक चला गया है।लोगों को अकालियों की झूठी बयानबाज़ी के साथ गुमराह न होने की अपील करते मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए किये जा रहे यतनों की प्रंशसा करने की बजाये अकालियों की तरफ से झूठ प्रचार किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के हिस्सेदार अकालियों ने पंजाब के खजाने की कीमत पर केवल अपनी जेबें ही भरी हैं। इन दोनों पार्टियों की मिली -भुगत का सबूत इस तथ्य से मिलता है कि अकाली लीडरशिप ने हिमाचल प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने बाद इस पड़ोसी राज्य में बसें चलानी शुरू कर दीं हैं।मुख्यमंत्री ने हरसिमरत कौर बादल, जो केंद्रीय मंत्रालय में हैं, पर केंद्र में पंजाब और किसानों के हितों की रक्षा में पूरी तरह नाकाम रहने का दोष लगाया। एनडीए सरकार पर स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने में नाकाम रहने का जि़क्र करते कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि बीबी बादल ने तब भी आवाज़ नहीं उठाई जब आम बजट में केंद्र सरकार ने किसान भाईचारो के लिए कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि केवल स्वामीनाथन रिपोर्ट ही किसानों की आय बढ़ाने और उनको मौजूदा संकट में से बाहर निकाल सकती है।मुख्यमंत्री ने अकालियों और भाजपा को चेतावनी दी कि कांग्रेस सरकार अब उनको पंजाब को ओर बर्बाद नहीं करने देगी। उन्होंने भरोसा दिया कि कजऱ् माफी का वायदा लागू किया जायेगा। छोटे और सीमांत किसानों के सहकारी बैंक कजऱ् माफी के इस दौर बाद अन्य बैंकों के कजऱ् माफ किये जाएंगे।कजऱ् माफी प्रक्रिया जारी होने संबंधी स्पष्ट करते उन्होंने बताया कि तीसरे दौर में 50 हज़ार किसानों को माझे में कजऱ् माफी के सर्टिफिकेट दिए जाएंगे।

इससे पहले समागम को संबोधित करते ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के किसान समर्थकी यतनों की प्रशंसा करते हुये उनकी तुलना सर छोटू राम के साथ तुलना की, जिन्होंने किसानों की कल्याण के लिए काफ़ी काम किया।कैप्टन अमरिंदर सिंह को दूसरे छोटू राम बताते वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने मंडियों में से फसलों की उठवाई यकीनी बनाने और सभी चुनाव वायदे लागू करने की प्रक्रिया शुरु करने के लिए उनकी पंरशसा की, जो कि राज्य की मंदी वित्तीय हालत कारण आसान काम नहीं है। उन्होंने कहा कि अकालियों ने 10 वर्ष के कार्यकाल में पंजाब के लिए कुछ नहीं किया और अब कांग्रेस सरकार पर उंगलियाँ उठा रहे हैं।वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने अकालियों पर अपना साम्राज्य खड़ा करने के लिए पंजाब को लूटने और राज्य की कृषि और उद्योग को तबाह करने के लिए कड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने लोक कल्याण के लिए कुछ नहीं किया जबकि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा विधवा और बुढापा पैशन समेत पहले ही कई कल्याण प्रोग्राम शुरू किये गए हैं।पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान और गुरदासपुर से लोक सभा मैंबर सुनील जाखड़ ने अकालियों को चुनौती दी कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा पंजाब को कोई पैकेज न देने कारण वह तेलुगु देशम पार्टी की तरह भाजपा के साथ नाता तोड़े।इस मौके पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, संसद मैंबर चौधरी संतोख सिंह, मारकफैड के चेयरमैन अमरजीत सिंह समरा, विधायक राणा गुरजीत सिंह, नवतेज सिंह चीमा, चौधरी सुरिन्दर सिंह, प्रगट सिंह, बावा हेनरी, राणा गुरमीत सिंह सोढी, राज कुमार चब्बेवाल, दर्शन सिंह बराड़, संत सिंह गिलजिया, रमनजीत सिंह सिक्की, परमिन्दर सिंह पिंकी, कुलबीर सिंह ज़ीरा, पूर्व मंत्री महेन्दर सिंह केपी, जोगिन्द्र सिंह मान, स्र्वण सिंह फिलौर, मलकीत सिंह दाखा और पूर्व विधायक जगबीर सिंह बराड़, जि़ला कांग्रेस प्रधान देहाती कैप्टन हरीमिन्दर सिंह और जि़ला शहरी प्रधान दलजीत सिंह आहलूवालीया के अलावा अधिक मुख्यसचिव सहकारिता डीपी रैडी, अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास विश्वाजीत खन्ना, डिवीजनल कमिशनर राज कमल चौधरी, डिप्टी कमिशनर जालंधर वरिन्दर कुमार शर्मा उपस्थित थे।