5 Dariya News

ओकरेज इंटरनैशनल स्कूल के छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर किया मोहाली का नाम रौशन

बिना मिट्टी के पौधे तैयार करके एक नई खोज के लिए दरवाजे खोले

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एस.ए.एस. नगर (मोहाली) 26-Feb-2018

ओकरेज इंटरनैशनल स्कूल मोहाली के ७वीं कक्षा के अर्जुन जैन ने अपने चार मित्रों सहित मिलकर बिना मिट्टी से पौधे पैदा करने व उससे पैदावार प्राप्त करने वाली तकनीक पर एक उपकरण तैयार करके मोहाली का नाम राष्ट्रीय स्तर रौशन किया है। इन विद्घार्थियों द्वारा तैयार किए पौधों को प्रमाणता देते हुए दिल्ली में नैशनल साईंस सैंटर द्वारा आयोजित राष्ट्रीय इनोवेशन फेयर प्रतियोगता में पूरे भारत में से तीसरा स्थान प्रदान किया गया है। बतानेयोग्य है कि ह्यदेश के विभिन्न हिस्सों से आई खोजों के लिए एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें यह खोज एक अलग व शानदार इनोवेशनों में से एक थी, जिसने लोगों को सबसे ज्यादा केंद्रित किया।अपनी खोज सबंधी जानकारी देते हुए अर्जुन जैन ने बताया कि उनके  द्वारा तैयार पौधे तैयार करने की यह विधी बहुत ही आसान व लाभदायक है। जिसमें थोड़ी ज़मीन व शहर में थोड़ी जगह, गमले व छत्त पर पौधे तैयार करके सबजियां तैयार की जा सकती है। पौधे तैयार करके सबजियां व फल लेने की इस विधी को एरोपोनिक विधी कहा जाता है, जिसमें यह विधी बिना मिट्टी का प्रयोग किए हवा व नमी द्वारा पौधे को बढऩे-फूलने में मदद करती है। अर्डियूनों सैंसर, हुमडिटी सैंसर, टैम एवं सी. ओ. २ सैंसर कुछ विशेष यंत्र है जो इस उपकरण को सफल करने के लिए प्रयोग किए गए हैं और जब नमी का स्तर कम हो जाता है तो यह सिस्टम को एक संदेश भेजता है जो पौधे पर पौष्टिक तत्व द्वारा अपना प्रभाव डालता है।इस मौके खुशी प्रगट करते हुए ओकरेज स्कूल की प्रिंसीपल रमनजीत घुंमण ने कहा कि उनको अर्जुन जैसे छात्र पर गर्व है, जिसने अपने पजिरनों व स्कूल का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रौशन किया है। उन्होंने कहा कि आज जिस तरह खेती की ज़मीन कम हो रही है व कीटनाशकों का प्रयोग कारण मिट्टी में सबजियों एवं फलों के दूषित परिणाम आने शुरू हो चुके है। ऐसे समय में इस तरह की तकनीकें मनुष्य जाती के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध हो सकती है। उन्होनें अन्य छात्रों को प्रेरित करते हुए मेहनत करके समाज भलाई कार्यों में आगे आने की प्रेरना दी।