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एआईसीटीई ने आर्यन्स ग्रुप, राजपुरा, नजदीक चण्डीगढ में पीएमएसएसएस वर्कशॉप का आयोजन किया

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एस.ए.एस. नगर (मोहाली) 15-Feb-2018

ऑल इण्डिया काउंसिल फॉर टैक्नीकल एजुकेशन (एआईसीटीई), नई दिल्ली ने आज प्राईम मिनिस्टर स्पैशल स्कॉलरशिप स्कीम (पीएमएसएसएस) के अन्र्तगत पढने वाले जे.के विद्याथयों के लिए आर्यन्स ग्रुप ऑफ कॉलेजिस, राजपुरा, नजदीक  चण्डीगढ मे एक स्कॉलरशिप वर्कशॉप का आयोजन किया। चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश के करीब 80 कॉलेजों में पीएसएसएसएस के तहत पढने वाले हजारों जे.के छात्रों ने इस एक दिवसीय कार्यशाला में भाग लिया। प्रोफैसर आलोक प्रकाश मित्तल, मैम्बर सेकरेटरी, एआईसीटीई, नई दिल्ली इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे जबकि डॉ मनप्रीत सिंह मन्ना, डायरेक्टर, पीएमएसएसएस और स्वयं; प्रोफैसर अजीत अंगराल, नोडल ऑफिसर, पीएमएसएसए, जेके; डॉ आर. के. सोनी, आर. ओ, एन. डब्लयू. आर. ओ, एआईसीटीई, चण्डीगढ गैस्ट ऑफ ओनर थे। आर्यन्स ग्रुप के चेयरमैन, डॉ अंशु कटारिया ने प्रोग्राम की अध्यक्षता की । पीएमएसएस योजना के बारे में जानकारी देते हुए प्रो आलोक प्रकाश मित्तल ने कहा कि यह योजना भारत के माननीय प्रधान मंत्री द्वारा शुरू की गई थी जिसमें जे.के के लगभग 16000 छात्र राज्य के बाहर शिक्षा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। मित्तल ने कहा कि जे.के के  छात्रो की इंजीनियरिंग मे रुचि को देखते हुए ए.आई.सी.टी.ई ने 2018-19 सत्र के लिए इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में सीटें बढ़ाने का फैसला किया है। पीएमएसएसएस में 2018-19 सत्र के लिए इंजीनियरिंग में 2830 सीटें, सामान्य डिग्री कार्यक्रम में 2070 और मेडिकल / बीडीएस कार्यक्रम में 100 सीटें आवंटित की हैं।छात्रों और कर्मचारियों से बातचीत करते हुए डॉ मनप्रीत सिंह मन्ना ने कहा कि सरकार द्वारा पीएमएसएसएस के तहत 4 साल के लिए करीब 600 करोड़ के बजट को मंजूरी दी गई है।  

\मन्ना ने कहा कि इस योजना के तहत वर्ष 2012-13 से 2017-18 तक लगभग 36 करोड़ की राशि सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) के तहत प्रत्यक्ष बेनिफिट क्रेडिट (डीबीटी) के माध्यम से छात्रों और कॉलेजों को जारी क र दी गई है।मन्ना ने कहा कि विद्यार्थियों की सहायता के लिए 7 दिनों के भीतर छात्रों की शिकायतों का निवारण सुनिश्चित करने के लिए बहुत उपयोगकर्ता से ईको पोर्टल विकसित किया गया है। एक समर्पित हेल्पलाइन नंबर 0120-2446701 को शिकायतों को जल्द से जल्द हल करने के लिए भी शुरू किया गया है।डॉ अजीत अंग्राल ने कहा कि राज्य के बाहर स्पैशल स्कॉलरशिप स्कीम के अन्र्तगत उच्च शिक्षा प्राप्त क र रहे जमू-कश्मीर के छात्रों को एआईसीटीई द्वारा समय-समय पर जागरूकता कार्यशालाओं से इस साल जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। शिक्षा मंत्री, सैयद मोहमद अल्ताफ बुखारी और शिक्षा राज्य मंत्री, प्रिया सेठी ने छात्रों को अजीत एन्ग्रल के माध्यम से अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की।डॉ आर के सोनी ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि उनके लिए यह समानी बात है कि देश के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में पीएमएसएसएस के अन्र्तगत पढने वाले जमू-कश्मीर छात्रों की संया सबसे अधिक हैं। पीएसएसएसएस के तहत चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश के विभिन्न कालेजों में जे.के के 4000-5000 से अधिक छात्र पढ़ रहे हैं। शिवली ने पीएमएसएसएस पोर्टल और शिकायत पोर्टल को विस्तार से समझाया ।डॉ अंशु कटारिया ने कहा कि जम्मू कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों से 1600 से अधिक विद्यार्थी आर्यन्स में पढ रहे है। कटारिया ने इस पीएमएसएसए वर्कशॉप को होस्ट करने के लिए आर्यन्स का चुनाव करने के लिए एआईसीटीई का धन्यवाद किया।इस अवसर पर आर्यन्स के जेके विद्याॢथयों को भी सम्मानित किया गया जिन्होने अतीत में टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में अद्भुत कार्य किए है।