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अंत तक टिके रहकर भारत को खिताब दिलाना चाहता था : मनजोत कालरा

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नई दिल्ली 13-Feb-2018

मनजोत कालरा अब किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। मनजोत ने आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार शतक लगाकर भारत को रिकार्ड चौथी बार खिताब तक पहुंचाया था। फाइनल में खेली गई अपनी पारी को लेकर मनजोत का कहना है कि उनका लक्ष्य अंत तक टिके रहकर टीम को जीत दिलाना था। भारत ने मनजोत की नाबाद 101 रनों की पारी के दम पर तीन फरवरी को अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में आस्ट्रेलिया को आठ विकेट से मात देते हुए चौथी बार विश्व कप की ट्रॉफी उठाई थी। मनजोत के इस शतक ने उन्हें भारत में हीरो बना दिया, लेकिन मनजोत के लिए यह आसान नहीं था। उनका कहना है कि जब टीम ने पृथ्वी शॉ और शुभनम गिल के विकेट खो दिए तो उन्होंने पूरी जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली और तय कर लिया था कि वह अंत तक खड़े होकर टीम को जीत दिलाएंगे। दिल्ली निवासी मनजोत इस काम में सफल भी हुए और भारत की झोली में खिताब भी आया। इसके बाद मनजोत रातों-रात स्टार बन गए। सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मनजोत को पूरे परिवार सहित सम्मानित किया।मनजोत ने आईएएनएस को दिए गए साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने हालांकि फाइनल के लिए कुछ रणनीति नहीं बनाई थी और वह सिर्फ अपना स्वाभाविक खेल खेलना चाहते थे। फाइनल में जाने से पहले उन्होंने कैसी तैयारी की और उनके दिमाग में क्या चल रहा था, इस सम्बंध में पूछे जाने पर मनजोत ने कहा, "मैंने कोई विशेष रणनीति नहीं बनाई थी। मेरा ध्यान सिर्फ गेंद को उसकी मेरिट के हिसाब से खेलने पर था। बस मैं अंत तक खेलने के बारे में सोच रहा था। पृथ्वी और शुभमन के विकेट जब गिर गए तो मैंने सारी जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली और तय कर लिया कि मैं अंत तक खड़ा रहूंगा।

"फाइनल में जीत के लिए मनजोत ने अपनी टीम के गेंदबाजों को भी श्रेय दिया। उन्होंने कहा, "हमारे गेंदबाजों ने आस्ट्रेलिया जैसी टीम को कम स्कोर पर रोक दिया। आस्ट्रेलिया, सभी जानते हैं कि मजबूत टीम है और फाइनल में वह और खतरनाक हो जाते हैं, लेकिन हमारे गेंदबाजों ने उन्हें बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया।"मनजोत इस साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी खेलते देखे जा सकेंगे। उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स ने 20 लाख रुपये में अपने साथ जोड़ा है। मनजोत ने कहा कि आईपीएल में खेलने से उनका खेल और निखरेगा क्योंकि इस टूर्नामेंट में विश्व के कई दिग्गज खेलते हैं। बकौल मनजोत, "मैंने आईपीएल की तैयारी शुरू कर दी है। यहां खेलने से मेरा खेल और बेहतर होगा क्योंकि इस टूर्नामेंट में कई बड़े सितारे खेलते हैं। हमारी टीम में ही कागिसो रबादा हैं। मैं जब उनको खेलूंगा तो बहुत कुछ सीखूंगा। इसी तरह बाकी टीमों में भी कई और बड़े सितारे हैं जिनके सामने खेलने से मेरा खेल बेहतर ही होगा।"क्रिकेट खेलने वाले सभी खिलाड़ियों की तरह दिल्ली के रहने वाले मनजोत का सपना भी भारतीय टीम की नीली जर्सी पहनना है, मनजोत भी इसी सपने के लिए रात-दिन एक करने को तैयार हैं। मनजोत ने कहा, "मेरा काम है अच्छा करना और मौका मिले तो उसको भुनाना। सबका लक्ष्य होता है वो 'ब्लू जर्सी' पहनना, सीनियर टीम में खेलना। मुझे जब भी मौका मिलेगा तो मैं अपना काम करूंगा। मैं इसके लिए कड़ी से कड़ी मेहनत कर रहा हूं।'भारत के इन युवाओं को विश्व विजेता बनाने में टीम के कोच और पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ का बहुत बड़ा हाथ रहा है। मनजोत से जब पूछा गया कि फाइनल से पहले कोच ने टीम से क्या कहा था तो उन्होंने कहा, "राहुल सर ने यही कहा था कि अपने ऊपर दबाव नहीं लेना है और बाकी मैचों की तरह की इसे खेलना है। बिना किसी दबाव के।"