5 Dariya News

मप्र : नरसिंहपुर में यशवंत सिन्हा का धरना जारी

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नरसिंहपुर 02-Feb-2018

पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हामध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने और एनटीपीसी से जुड़े परिवारों की अन्य मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने धरना दे रहे हैं, जो दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी है। उन्होंने धरना शुरू करने के बाद गुरुवार की रात भी धरना स्थल पर ही गुजारी। सिन्हा अपनी पूर्व घोषणा के मुताबिक, किसानों की समस्याओं का निराकरण और उनके खिलाफ दर्ज किए गए मामले वापस न लिए जाने के विरोध में धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि वह धरना तभी खत्म करेंगे, जब एससी/एसटी एक्ट के तहत किसानों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएंगे। नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा में स्थापित होने वाले एनटीपीसी संयंत्र से प्रभावित हुए भूस्वामी किसानों ने पिछले दिनों अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया था, उसी दौरान पुलिस ने उनके खिलाफ मामले दर्ज किए थे। कुछ आंदोलनकारियों के खिलाफ अनुसूचित जाति, जनजाति उत्पीड़न अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के वित्तमंत्री रहे सिन्हा ने पिछले नों नरसिंहपुर आकर किसानों की समस्याओं का निराकरण न होने पर धरना देने का ऐलान किया था। उसी क्रम में गुरुवार को पहुंचे सिन्हा ने कलेक्ट्रेट के सामने धरना शुरू कर दिया। 

जिलाधिकारी अभय वर्मा और पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला ने सिन्हा से कई बार बात की और रात्रि विश्राम सर्किट हाउस में करने का अनुरोध किया, मगर वह नहीं माने।सिन्हा के साथ धरना पर बैठे किसान नेता शिवकुमार शर्मा ने शुक्रवार को आईएएनएस से कहा कि एनटीपीसी के लिए 500 किसानों की जमीन अधिग्रहीत की गई है। जब जमीन अधिग्रहीत की गई थी, उस समय प्रभावित परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वादा किया गया था, मगर एग्रीमेंट में इसका जिक्र नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि एग्रीमेंट में नौकरी के बदले 350000 रुपये देने का जिक्र है। इतना ही नहीं, जमीन की उपज के नुकसान पर भी एक मुश्त 350000 रुपये देने का जिक्र है। वादाखिलाफी से नाराज किसानों ने जब अपनी मांगों को लेकर धरना दिया, तो उन पर पुलिस ने बर्बरता की।शर्मा का आरोप है कि हद तो तब हो गई, जब पुलिस ने किसानों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। जिस अधिकारी के नाम से रिपोर्ट लिखी गई है, वह कह रहा है कि 'हमने कोई शिकायत नहीं की।' शर्मा ने बताया कि जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने गुरुवार को यशवंत सिन्हा से तीन-चार बार संपर्क किया, वे दोनों धरना स्थल पर भी गए, मगर उन्होंने साफ कह दिया, "पहले समस्या निपटाओ, उसके बाद ही धरना से उठेंगे।" पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला ने आईएएनएस को से कहा, "हमने उन लोगों से आवेदन लिए हैं, जिन पर मामला दर्ज है। जांच होगी, हम विधि विशेषज्ञों से परामर्श करेंगे। जिन लोगों के नाम मामले में शामिल नहीं पाए जाएंगे, उनको विधि अनुसार राहत दी जाएगी।"